

अरब सागर में डिप्रेशन सक्रिय: मध्य-पूर्वी अरब सागर में बना दबाव तंत्र पश्चिम दिशा में लगभग तीन किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है।
भारी बारिश के आसार: बिहार, सौराष्ट्र-कच्छ, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, गुजरात, झारखंड, और विदर्भ सहित कई राज्यों में आज भारी से बहुत भारी बारिश का अंदेशा।
आंधी-तूफान की चेतावनी: तेलंगाना में 40 से 50 किमी प्रति घंटा और अन्य राज्यों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के आसार।
उत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश: पूर्वी उत्तर प्रदेश, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गरज-चमक के साथ बौछारें और बिजली गिरने की आशंका।
मौसम विभाग के द्वारा आज सुबह, 30 अक्टूबर, 2025 को जारी ताजा अपडेट के अनुसार, अरब सागर के मध्य-पूर्वी हिस्से में बना दबाव का क्षेत्र (डिप्रेशन ) फिलहाल पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। इस दबाव के चलते देश के कई राज्यों में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश या गरज-चमक के साथ बौछारें और तेज हवाएं चलने के आसार हैं।
अरब सागर में बना डिप्रेशन पिछले छह घंटों में लगभग तीन किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है। इसके अगले 36 घंटों तक अरब सागर के मध्य हिस्सों में पश्चिम की ओर आगे बढ़ने का पूर्वानुमान है।
विभाग का कहना है कि यह फिलहाल तट से दूर रहेगा और आने वाले दिनों में भी भारत के पश्चिमी तट पर प्रत्यक्ष रूप से कोई खतरा नहीं है। हालांकि इसके असर से गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा के तटीय इलाकों में समुद्र में लहरें ऊंची उठ सकती हैं और मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
कहां-कहां बरसेंगे बादल?
इस दबाव संबंधी गतिविधि से देश के विभिन्न हिस्सों में 30 और 31 अक्टूबर को भारी बारिश का दौर देखने को मिल सकता है। आज, 30 अक्टूबर 2025 को बिहार, सौराष्ट्र और कच्छ में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने का अंदेशा जताया गया है। विभाग ने इन राज्यों में बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यहां 115.6 से 204.4 मिमी तक पानी बरस सकता है।
वहीं आज, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, गुजरात, झारखंड, तेलंगाना, विदर्भ, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं। इन राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल। यहां बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी है।
आंधी-तूफान और वज्रपात के आसार
विभाग की मानें तो आज, तेलंगाना में बारिश के साथ-साथ 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने तथा बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है। जबकि आज, पूर्वी मध्य प्रदेश, गुजरात, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने तथा वज्रपात होने का अंदेशा जताया गया है।
अन्य राज्यों जैसे आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, ओडिशा, तमिलनाडु, झारखंड, और पश्चिम बंगाल में भी गरज के साथ बौछारें पड़ने तथा बिजली चमकने के आसार हैं। मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे खुले इलाकों में बिजली गिरने के समय न जाएं, तथा खेतों या खुले मैदानों में काम करते समय सावधानी बरतें।
उत्तर-पश्चिम भारत में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?
दक्षिण हरियाणा और इसके आस-पास सटे राजस्थान में ऊंचाई पर एक ऊपरी हवाओं का चक्रवातीय प्रसार जारी है। वहीं, पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में सक्रिय है। इन मौसमी गतिविधियों के कारण हिमालयी और उत्तर-पश्चिमी राज्यों में नमी और अस्थिरता बढ़ रही है।
मौसम विभाग ने बताया कि अगले कुछ दिनों तक उत्तर-पश्चिम भारत में भी हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें देखने को मिल सकती हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में 30 और 31 अक्टूबर को कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है।
आज, 30 अक्टूबर कोर पूर्वी राजस्थान में और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने, बिजली गिरने तथा बारिश होने के आसार हैं। जबकि उत्तर-पश्चिम भारत के तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है, यानी अगले पांच से सात दिनों तक मौसम लगभग सामान्य रहेगा।
सतर्कता और सलाह
मौसम विभाग ने सभी राज्यों के लिए कुछ सामान्य सावधानियां जारी की हैं। तटीय इलाकों में रहने वाले लोग ऊंची लहरों और समुद्री हवाओं से सावधान रहें। आंधी या बिजली के समय पेड़ों, बिजली के खंभों और खुले क्षेत्रों से दूर रहें। निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन सकती है, इसलिए सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।
अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में यह दबाव तंत्र भारत के मौसम पर भारी प्रभाव डाल रहा है। अरब सागर में बना डिप्रेशन धीरे-धीरे पश्चिम की ओर बढ़ रहा है, जिससे पश्चिमी तट पर समुद्र में उथल-पुथल और अंदरूनी राज्यों में नमी की आपूर्ति बढ़ रही है। इसी कारण देश के पूर्वी, मध्य और उत्तर-पश्चिमी भागों में बारिश और गरज-चमक की गतिविधियां बनी हुई हैं।
इस प्रकार, अक्टूबर के अंत में देश का मौसम एक बार फिर सक्रिय हो गया है, अरब सागर में मौसमी गतिविधि, पश्चिमी विक्षोभ और अन्य मौसमी कारणों से आने वाले कुछ दिनों तक कई राज्यों में बारिश और गरज-चमक का दौर जारी रहने के आसार हैं।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 29 अक्टूबर, 2025 को तमिलनाडु के मदुरै में अधिकतम तापमान 36.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में हिमाचल प्रदेश के ऊना में न्यूनतम तापमान 11.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 29 अक्टूबर, 2025 को ओडिशा, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, बिहार, झारखंड और तेलंगाना के अधिकतर इलाकों, मध्य महाराष्ट्र, असम और मेघालय, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, पूर्वी राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई।
वहीं कल, कोंकण और गोवा, गुजरात, सौराष्ट्र और कच्छ, केरल और माहे, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, विदर्भ, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, पूर्वी मध्य प्रदेश, रायलसीमा, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय कर्नाटक, मराठवाड़ा और लक्षद्वीप के कई इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितना बरसा पानी?
कल, 29 अक्टूबर, 2025 को तेलंगाना के कल्लेदा में 35 सेमी, रेडलावाड़ा में 30 सेमी, कपुलाकानापर्थी में 27 सेमी, भीमदेवरापल्ले और गुडूर प्रत्येक जगह 25 सेमी , हुसैनाबाद में 21 सेमी, हनमकोंडा में 15 सेमी, खम्मम में 4 सेमी, हैदराबाद में 3 सेमी, कोंकण और गोवा के पंजिम में 6 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के कोलकाता में 5 सेमी बारिश दर्ज की गई।
वहीं कल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के मैंगोलु में 5 सेमी, शंकरपुरमसिद्धयी, अनंतगिरि पिनमपाडु , गुरिजेपल्ली, चिंताला चेरुवु, जगय्यपेटा प्रत्येक जगह 3 सेमी, ओडिशा के ढेंकनाल, तालचेर और जाजपुर हर जगह 3 सेमी, मराठवाड़ा के बीड़ में 3 सेमी, तटीय कर्नाटक के कारवार में 3 सेमी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर, मायाबंदर और लॉन्ग आइलैंड प्रत्येक जगह 3 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।