

रेड अलर्ट: आंध्र प्रदेश, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में अत्यधिक भारी बारिश (204.5 मिमी से अधिक) और तेज हवाओं की चेतावनी।
ऑरेंज अलर्ट: रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल और तेलंगाना में भारी से बहुत भारी बारिश (115.6–204.4 मिमी) के आसार।
येलो अलर्ट: गुजरात, झारखंड, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान, केरल और कर्नाटक में भारी बारिश (64.5–115.5 मिमी) की आशंका।
अचानक बाढ़ का खतरा: आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के कुछ जिलों में जलभराव व अचानक बाढ़ के आसार हैं।
भारत के दक्षिण और पूर्वी तटीय इलाकों में एक बार फिर समुद्री तूफान का खतरा मंडरा रहा है। बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य और दक्षिण-पश्चिम भाग में सक्रिय चक्रवाती तूफान “मोंथा” (Montha) अगले 24 घंटे में और अधिक तीव्र होकर भयंकर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है।
मौसम विभाग ने आज सुबह, 28 अक्टूबर, 2025 के अपने ताजा अपडेट में कहा है कि तूफान “मोंथा” के कारण आंध्र प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कुछ अन्य राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई है।
पिछले छह घंटों में तूफान लगभग 15 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है। अनुमान है कि यह आज सुबह, यानी 28 अक्टूबर की सुबह तक ‘भयंकर चक्रवाती तूफान’ में तब्दील हो जाने के आसार हैं। फिर इसके उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए 28 अक्टूबर की शाम या रात को आंध्र प्रदेश के काकीनाडा और उसके आसपास के तट पर टकराने का अंदेशा जताया गया है।
विभाग की मानें तो तूफान के टकराने समय हवाओं की अधिकतम रफ्तार 90 से 110 किमी प्रति घंटा तक पहुंचने की आशंका जताई गई है। इसके कारण तटीय इलाकों में बहुत भारी बारिश, तूफानी हवाएं और समुद्र में ऊंची लहरें उठने का अंदेशा भी जताया गया है।
बंगाल की खाड़ी के साथ-साथ अरब सागर में भी एक डिप्रेशन भी सक्रिय है। यह पिछले कुछ घंटों में लगभग स्थिर रहा है, हालांकि डिप्रेशन के समुद्र के भीतर ही रहने की संभावना है, लेकिन इससे पश्चिमी तट के मौसम पर असर पड़ेगा और महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक के तटीय इलाकों में बारिश की गतिविधि बढ़ सकती है।
इन तूफानी गतिविधियों के कारण भारत के दक्षिण, पूर्व और कुछ मध्य भागों में बारिश का सिलसिला बना रहेगा। वहीं आज, 28 अक्टूबर, 2025 को छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश और ओडिशा के कई इलाकों में गरज के साथ भारी से बहुत भारी तथा कुछ हिस्सों में भयंकर बारिश होने की आशंका जताई गई है। इन राज्यों में 204.5 मिमी से अधिक बरस सकते हैं बादल। विभाग ने यहां बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
वहीं आज, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल और तेलंगाना में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं। इन राज्यों में बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी है। यहां 115.6 से 204.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
आज, 28 अक्टूबर, 2025 को तटीय कर्नाटक, गुजरात, झारखंड, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, विदर्भ, राजस्थान, और केरल में बादलों के जमकर बरसने की आशंका है। इन राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक पानी बरस सकता है। विभाग ने यहां बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
वज्रपात और तूफानी हवाओं के आसार
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि कई राज्यों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ बारिश तथा तूफानी हवाएं चल सकती है। विभाग ने आज, छत्तीसगढ़ में बारिश के साथ-साथ 50 से 60 किमी प्रति घंटे की दर से तूफानी हवाएं चलने, बिजली गिरने का अंदेशा जताया गया है। वहीं आज, अंडमान निकोबार द्वीप, केरल, लक्षद्वीप में वज्रपात होने, गरज के साथ बारिश व 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने के आसार हैं।
बरसात के साथ-साथ आज, ओडिशा, झारखंड, गुजरात, तेलंगाना, विदर्भ और पश्चिम मध्य प्रदेश 30 से 40 किमी प्रति घंटे की दर से तेज हवाएं चलने व बिजली गिरने की आशंका है। जबकि आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, राजस्थान, कर्नाटक आदि में भी इसी तरह की मौसमी गतिविधि के रहने का पूर्वानुमान लगाया गया है।
अचानक बाढ़ और जलभराव की चेतावनी
मौसम विभाग ने अचानक बाढ़ का भी खतरा जताया है। अगले 24 घंटों में आंध्र प्रदेश के गुंटूर, प्रकाशम, नेल्लोर, विशाखापट्टनम, विजयनगरम जिलों और रायलसीमा के अनंतपुर, चित्तूर, कर्नूल, वाईएसआर (कडप्पा) जिलों तथा तेलंगाना के जोगुलांबा गडवाल, नागरकुरनूल, वानपर्थी में अचानक बाढ़ आने का खतरा है।
वहीं, तमिलनाडु के चेन्नई, तिरुवल्लुर, वेल्लोर जिलों और गुजरात के आनंद, नर्मदा, नवसारी, वडोदरा, राजकोट जिलों, पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी मध्यप्रदेश के कोटा, उदयपुर, नीमच, रतलाम तथा महाराष्ट्र के धुले, नंदुरबार, नासिक में अचानक बाढ़ व जलभराव की आशंका जताई गई है। साथ ही इन जिलों के निचले इलाकों में जलभराव, छोटे नालों में उफान और स्थानीय बाढ़ के आसार हैं।
लोगों के लिए सावधानी और सलाह
मौसम विभाग ने तूफान से प्रभावित राज्यों के निवासियों और मछुआरों को चेतावनी दी है कि अगले दो दिनों तक समुद्र में न जाएं, क्योंकि समुद्र में लहरें बहुत ऊंची हो सकती हैं। तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करने और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी गई है।
कृषि क्षेत्र में काम करने वालों और निर्माण श्रमिकों को भी सावधानी बरतने को कहा गया है। शहरी क्षेत्रों में जलभराव और बिजली गिरने की घटनाओं से बचाव के लिए सतर्क रहने का भी सुझाव दिया गया है।
चक्रवात “मोंथा” फिलहाल बंगाल की खाड़ी में सक्रिय है और अगले 24 घंटे में आंध्र प्रदेश के तट पर दस्तक देगा। इससे दक्षिण और पूर्व भारत के बड़े हिस्सों में भारी वर्षा, तेज हवाएं और समुद्री उथल-पुथल देखने को मिल सकती है।
स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन दल सतर्क हैं, लेकिन आम जनता की भी जिम्मेवारी है कि वे सावधानी बरतें, अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल मौसम विभाग के आधिकारिक बुलेटिन पर भरोसा करें।
उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के अलावा, हरियाणा और उसके आसपास के इलाकों में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार सक्रिय है। उत्तर भारत में भी एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इसके चलते आज, उत्तराखंड के पर्वतीय और मैदानी इलाकों में आज से मौसम का मिजाज बदल सकता है। राज्य के कई जनपदों में बारिश होने का पूर्वानुमान है। कल, 27 अक्टूबर को प्रदेश के पर्वतीय जनपदों में कहीं-कहीं आंशिक बादलों के साथ सर्द हवाएं चलने से ठंड का अहसास बढ़ गया है।
आज, 28 अक्टूबर, 2025 को उत्तराखंड के बागेश्वर, चंपावत, उधम सिंह नगर और पिथौरागढ़ जनपदों के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। कुछ जिलों में आंशिक रूप से बादलों के भी छाए रहने का पूर्वानुमान है। वहीं राज्य के अन्य जिलों में मौसम के शुष्क बने रहने का अनुमान है।
वहीं पर्वतीय राज्य हिमाचल प्रदेश में मौसम के शुष्क बने रहने के बावजूद रातें लगातार सर्द होती जा रही हैं। शिमला से अधिक ठंडी रातें मैदानी क्षेत्र ऊना और सुंदरनगर में रिकॉर्ड की जा रही हैं। वहीं कल, मंडी और बिलासपुर में सुबह घना कोहरा देखा गया, जिससे दृश्यता पर असर पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में दो नवंबर तक मौसम के साफ रहने का पूर्वानुमान है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत एनसीआर के लोगों को जल्द ही जहरीली हवा से राहत मिल सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में आज यानी, 28 अक्टूबर को बारिश हो सकती है। बारिश के चलते खराब हवा से राहत मिल सकती है। वहीं, दिल्ली सरकार से इस बात की जानकारी सामने आ रही है कि अगर मौसम ठीक रहा तो हवा की क्वालिटी सुधारने के लिए क्लाउड सीडिंग की जा सकती है।
मौसम विभाग ने कहा है कि आज, दिल्ली-एनसीआर में बादलों के छाए रहने पूर्वानुमान लगाया है। अधिकतम तापमान के 29 डिग्री और न्यूनतम तापमान के 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 27 अक्टूबर, 2025 को तमिलनाडु के इरोड में अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में हिमाचल प्रदेश के ऊना में न्यूनतम तापमान 10.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 27 अक्टूबर, 2025 को सौराष्ट्र और कच्छ, कोंकण और गोवा, गुजरात, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा केरल और माहे में अधिकतर इलाकों, ओडिशा, पश्चिम उत्तर प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई।
वहीं कल, झारखंड, पश्चिम राजस्थान, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, बिहार, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, मराठवाड़ा, छत्तीसगढ़, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय कर्नाटक, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप के कई इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितना बरसा पानी?
कल, 27 अक्टूबर, 2025 को सौराष्ट्र और कच्छ के दीव में 11 सेमी, गिर सोमनाथ में 9 सेमी, भावनगर में 6 सेमी, गुजरात के महिसागर में 6 सेमी, अरावली और खेड़ा प्रत्येक जगह 5 सेमी, पंचमहल और साबरकांठा प्रत्येक जगह 4 सेमी, वलसाड में 3 सेमी, पश्चिम मध्य प्रदेश के श्योपुर में 6 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
वहीं कल, केरल और माहे के त्रिशूर में 6 सेमी, कोच्चि और कोट्टायम प्रत्येक जगह 3 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के विशाखापत्तनम, में 5 सेमी, पश्चिम उत्तर प्रदेश के झांसी और उरई प्रत्येक जगह 4 सेमी, पूर्वी राजस्थान के उदयपुर में 3 सेमी सेमी बारिश दर्ज की गई।