

कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में तापमान शून्य से नीचे, कई इलाकों में पाइपलाइनें जमने और सर्द हवाएं हुई तेज।
दिल्ली–एनसीआर में कोहरा और प्रदूषण अपने चरम पर, न्यूनतम तापमान में गिरावट, दिल्ली का एक्यूआई 399 दर्ज, बेहद खराब श्रेणी।
पश्चिम और पूर्व मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ में 14 16 नवंबर तक शीतलहर से के दौर के जारी रहने के आसार।
बंगाल की खाड़ी और कोमोरिन क्षेत्र में चक्रवातीय गतिविधियों से तमिलनाडु, केरल और अंडमान और निकोबार में भारी बारिश।
देश के उत्तर से लेकर दक्षिण तक मौसम में तेजी से बदलाव देखने को मिल रहा है। नवंबर के दूसरे सप्ताह में ही सर्दी की आहट स्पष्ट रूप से महसूस की जा रही है। जहां उत्तर भारत में ठंड ने दस्तक दे दी है, वहीं दक्षिण भारत के कई राज्यों में बारिश का दौर जारी है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के द्वारा आज, 14 नवंबर, 2025 को जारी रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ और अलग-अलग ऊपरी हवाओं के चक्रवातों के कारण मौसम में यह बदलाव देखने को मिल रहा है।
उत्तराखंड में कड़ाके की सर्दी की शुरुआत
उत्तराखंड में मौसम साफ और शुष्क रहने का अनुमान लगाया गया है, लेकिन सुबह-शाम लगातार ठंड बढ़ रही है। दिन में हल्की धूप रहने के बावजूद रात का तापमान तेजी से लुढ़क रहा है।
विशेष रूप से पहाड़ी जिलों - चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ में न्यूनतम तापमान आठ से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। जिससे पता चलता है कि पहाड़ों में अब सर्दी स्थायी रूप से कदम रख चुकी है और आने वाले दिनों में ठिठुरन और बढ़ेगी।
हिमाचल प्रदेश में ठंड चरम पर
हिमाचल प्रदेश में ठंड का प्रकोप कई गुना बढ़ चुका है। ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में तापमान शून्य से कई डिग्री नीचे पहुंच चुका है। लाहौल-स्पीति के ताबो में तापमान माइनस 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम का सबसे कम तापमान है। केलांग में माइनस 3.3 डिग्री, कुकुमसेरी में माइनस 3.1 और कल्पा में माइनस 0.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
बढ़ती सर्दी के कारण कई ऊंचे इलाकों में पानी की पाइपलाइनें जमने लगी हैं और सुबह की तेज ठंडी हवाएं लोगों के लिए बाहर निकलना मुश्किल कर रही हैं। प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी तापमान सामान्य से दो से पांच डिग्री तक नीचे बना हुआ है। शिमला का न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री और धर्मशाला का आठ डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
दिलचस्प बात यह है कि इस बार हिमाचल प्रदेश में एक अक्टूबर से 13 नवंबर के बीच सामान्य से 113 फीसदी अधिक बारिश हुई है, जो मौसम के बदलाव का एक मुख्य कारण माना जा रहा है।
जम्मू और कश्मीर में भी ठंड ने पकड़ी रफ्तार
कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ के असर से तापमान में तेज गिरावट आई है। श्रीनगर ने इस सीजन की सबसे ठंडी रात दर्ज की, जब तापमान माइनस 2.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। पहलगाम में पारा माइनस 3.8 और गुलमर्ग में माइनस 0.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। कश्मीर के अधिकतर इलाकों में तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया गया है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
दिल्ली–एनसीआर में भी बढ़ रही सर्दी
देश की राजधानी दिल्ली व इससे सटे एनसीआर में पिछले कुछ दिनों से हवा की रफ्तार और तापमान दोनों में लगातार बदलाव देखा जा रहा है। 13 नवंबर को अधिकतम तापमान 26.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2.2 डिग्री कम है। वहीं न्यूनतम तापमान 10.6 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से थोड़ा अधिक है, लेकिन तेज ठंडी हवाओं के चलते लोगों को ठिठुरन महसूस हो रही है।
मौसम विभाग के अनुसार 14 से 16 नवंबर के बीच सर्दी के और बढ़ने के आसार हैं और हवा की रफ्तार 15 किमी प्रति घंटा या इससे अधिक रह सकती है। इसके साथ ही 14 से 19 नवंबर तक सुबह के समय हल्के से मध्यम कोहरा छाए रहने के आसार हैं, जिससे दृश्यता कम होने के आसार हैं। यह स्थिति सुबह की यात्रा को प्रभावित कर सकती है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, राजधानी दिल्ली में आज, 14 नवंबर की सुबह 7:00 तक औसतन वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 399 रिकॉर्ड किया गया जो की बेहद खराब श्रेणी में आता है।
उत्तर प्रदेश और पूर्वोत्तर भारत में कोहरे का प्रभाव
उत्तर प्रदेश सहित पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में अगले चार दिनों तक हल्के से मध्यम कोहरा छाने का अंदेशा है। इससे सुबह के समय सड़क और रेल यातायात प्रभावित हो सकती है।
मध्य भारत में शीतलहर की चेतावनी
पश्चिम मध्य प्रदेश में आज, 14 नवंबर, 2025 को तेज शीतलहर चलने की आशंका है। इसके अलावा 15 और 16 नवंबर को भी शीतलहर जारी रहेगी। पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी 14 से 16 नवंबर तक शीतलहर के हालात बन सकते हैं।
पश्चिम भारत में अगले दो दिनों तक न्यूनतम तापमान में किसी बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं है, लेकिन इसके बाद उत्तरी महाराष्ट्र में तापमान दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।
दक्षिण भारत में बारिश का दौर जारी
दक्षिण भारत के कई इलाकों में बारिश का सिलसिला जारी है। बंगाल की खाड़ी और कोमोरिन क्षेत्र में बने ऊपरी हवा के चक्रवातों की वजह से तमिलनाडु, केरल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 14 नवंबर को भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है। इन राज्यों में बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। यहां 64. 5 से 115.5 मिमी तक पानी बरस सकता है।
आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों, तटीय कर्नाटक और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भी कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। केरल और माहे के कुछ हिस्सों में गरज के साथ वज्रपात होने की चेतावनी जारी की गई है।
स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए सावधानियां
मौसम के इस बदलते मिजाज का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है। सर्दी बढ़ने से जुकाम, फ्लू, नाक बहने और नकसीर जैसे रोग बढ़ सकते हैं। ठंड में सबसे पहले शरीर कंपकंपी के जरिए चेतावनी देता है। ऐसे में तुरंत गर्म स्थान पर जाना चाहिए।
ऊंचे और अत्यधिक ठंडे क्षेत्रों में फ्रॉस्टबाइट का खतरा भी बढ़ जाता है, जिसमें त्वचा सुन्न, कठोर और बाद में काली पड़ सकती है। ऐसी स्थिति में तुरंत चिकित्सा सहायता जरूरी है।
कृषि, पशुपालन, जल आपूर्ति, परिवहन और बिजली क्षेत्र पर भी इस मौसम का प्रभाव पड़ सकता है, इसलिए संबंधित विभागों और किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 13 नवंबर, 2025 को तमिलनाडु के करूर परमथी में अधिकतम तापमान 34.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में मध्य प्रदेश के राजगढ़ और छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 13 नवंबर, 2025 को तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, केरल और माहे तथा तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितना बरसा पानी?
कल, 13 नवंबर, 2025 को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के पम्बन में 5 सेमी बारिश दर्ज की गई।