दक्षिण, पश्चिम व पूर्वोत्तर में बरसेंगे बादल, उत्तर-पश्चिम भारत में शुष्क रहेगा मौसम

कम दबाव के 13 अक्टूबर की सुबह तक मध्य अरब सागर के ऊपर एक डिप्रेशन में तब्दील होकर और भयानक होने के आसार हैं।
इस सफ्ताह उत्तर-पश्चिम एवं मध्य भारत में भारी बारिश होने के कोई संकेत नहीं है।
इस सफ्ताह उत्तर-पश्चिम एवं मध्य भारत में भारी बारिश होने के कोई संकेत नहीं है।
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मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, पूर्व मध्य अरब सागर और उसके आसपास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 13 अक्टूबर की सुबह तक मध्य अरब सागर के ऊपर एक डिप्रेशन में तब्दील होकर और भयानक होने के आसार हैं। वहीं एक ऊपरी हवा का चक्रवाती प्रसार दक्षिणी तमिलनाडु तट पर निचले स्तरों तक फैला हुआ है। विभाग ने कहा है कि एक और ऊपरी हवा का चक्रवाती प्रसार दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों पर मध्य स्तरों तक फैला हुआ है।

उपरोक्त मौसमी गतिविधियों की वजह से इस हफ्ते भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप के लक्षद्वीप, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल और माहे के अधिकतर इलाकों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा वज्रपात होने का अंदेशा जताया गया है

वहीं इस सप्ताह के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, तटीय कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अधिकांश हिस्सों में बिजली गिरने, तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, जबकि तेलंगाना के कुछ हिस्सों में गरज के साथ हल्की बारिश हो सकती है।

आज, यानी 12 अक्टूबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका व्यक्त की गई है, दक्षिणी प्रायद्वीप के इन हिस्सों में सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बारिश हो सकती है।

पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत में मौसमी बदलाव संबंधी अपडेट देखें तो असम और उसके आसपास के इलाकों पर बना एक ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार पूर्वी क्षेत्रों में निचले स्तरों पर जारी है। इसकी वजह से इस सप्ताह अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अधिकांश इलाकों में गरज के साथ बिजली चमकने तथा हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहेगा।

वहीं अगले दो दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में वज्रपात होने, गरज के साथ हल्की बारिश का पूर्वानुमान है। इस हफ्ते पूर्वोत्तर भारत के नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में कहीं-कहीं गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है। जबकि आज, अरुणाचल प्रदेश में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, यहां बादलों के सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बरसने का अनुमान है।

कल देश भर में त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश हुई, यहां 80 मिमी तक बारिश रिकॉर्ड की गई।

अगले दो दिनों के दौरान पश्चिम भारत के कोंकण और गोवा तथा गुजरात के अधिकतर इलाकों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इस हफ्ते पश्चिम भारत के शेष हिस्सों में हल्की बारिश के साथ बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। वहीं आज, मध्य महाराष्ट्र और गुजरात में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, यहां भी सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।

मौसम विभाग की मानें तो इस सफ्ताह उत्तर-पश्चिम एवं मध्य भारत में भारी बारिश होने के कोई संकेत नहीं है। इसलिए इन इलाकों में तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना हुआ है, जिससे लोगों को भारी उमस भरी गर्मी से दो चार होना पड़ रहा है। हालांकि मौसम विभाग ने आज राजस्थान, मध्य प्रदेश और विदर्भ में तेज हवाओं के साथ बौछारें पड़ने तथा वज्रपात की आशंका जताई है।

समुद्री इलाकों में चक्रवाती प्रसार व कम दबाव का असर दिख रहा है, जिसकी वजह से आज, मालदीव, लक्षद्वीप, कोमोरिन के इलाकों, दक्षिण-पूर्व अरब सागर और दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के कई हिस्सों, सोमालिया तट, पश्चिम-मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों, पूर्व मध्य अरब सागर के अधिकांश इलाकों, केरल और कर्नाटक के तटों, महाराष्ट्र के तट, मन्नार की खाड़ी, दक्षिण श्रीलंका तट के साथ-साथ, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के अधिकतर इलाकों और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के आसपास के हिस्सों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

तूफानी हवाओं की गतिविधि को देखते हुए, मौसम विभाग के द्वारा मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की गई है।

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2024 की विदाई

मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की लौटने की रेखा अब दरभंगा, हजारीबाग, पेंड्रा रोड, नरसिंहपुर, खरगोन, नंदुरबार, नवसारी से होकर गुजर रही है।

इसके चलते अगले दो दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार के शेष हिस्सों, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ के कुछ और हिस्सों तथा ओडिशा, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कुछ हिस्सों से वापसी हो सकती है।

स्रोत: आईएमडी

तापमान में उतार चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी मौसम विभाग का अपडेट देखें तो कल, पश्चिमी राजस्थान के श्रीगंगानगर और जैसलमेर में अधिकतम तापमान 37.6 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में दिल्ली के रिज में न्यूनतम तापमान 15.7 डिग्री दर्ज किया गया।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 11 अक्टूबर कोई केरल और माहे, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों, गुजरात, मध्य प्रदेश, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, असम, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के अलग-अलग इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

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