उत्तर-पश्चिम भारत में अगले कुछ दिनों तक बरसेंगे बादल, दक्षिण के इन हिस्सों में भारी बारिश

कल, 12 अक्टूबर को केरल के तिरुवनंतपुरम में 12 सेमी, कोल्लम और पथानामथिट्टा प्रत्येक जगह 7 सेमी, मलप्पुरम में 5 सेमी, कोझिकोड में 4 सेमी बारिश दर्ज की गई
फोटो साभार: विकिमीडिया कॉमन्स
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मौसम विभाग के अनुसार, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ के कुछ और हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की विदाई के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। वहीं पश्चिम बंगाल के गंगा के तटीय इलाकों और ओडिशा के कुछ हिस्से से भी मॉनसून की वापसी हो सकती है।

अगले दो दिनों के दौरान कर्नाटक के कुछ और हिस्सों और तेलंगाना, महाराष्ट्र और मध्य अरब सागर के शेष हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की विदाई होने का अनुमान है।

एक चक्रवाती प्रसार उत्तरी तमिलनाडु और आसपास के इलाकों पर जारी है और इस चक्रवाती प्रसार के निचले स्तरों से कोमोरिन क्षेत्र तक एक ट्रफ रेखा लगातार बनी हुई है।

मौसम विभाग के मुताबिक, एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं के एक ट्रफ के रूप में सक्रिय हो गया है, जिसकी धुरी समुद्र तल से औसतन 5.8 किमी ऊपर है।

उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधियों को देखते हुए मौसम विभाग ने आज यानी, 13 अक्टूबर को तमिलनाडु और केरल के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई है। इन दोनों राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।

आने वाले दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत के मौसम का पूर्वानुमान देखें तो 14 से 16 अक्टूबर के दौरान जम्मू और कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश, तथा कुछ इलाकों में गरज के साथ बौछारें पड़ने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।

वहीं, 15 और 16 अक्टूबर को पंजाब, हरियाणा, पश्चिम उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

अगले पांच दिनों के दौरान पूर्वी भारत के उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं अगले पांच दिनों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है।

कहां चलेंगी तेज हवाएं, कहां पड़ेगी गरज के साथ बौछारें तथा कहां गिरेगी बिजली?
आज, केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं के साथ बारिश होने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है

वहीं आज, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बौछारें पड़ने तथा वज्रपात के आसार हैं।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 12 अक्टूबर को 8:30 से 5:30 के दौरान केरल और माहे के अधिकतर इलाकों, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में झूम के बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

वहीं कल, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, कोंकण और गोवा, तटीय दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां हुई भारी बारिश?
कल, 12 अक्टूबर को 8:30 से 5:30 के दौरान केरल के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई।

कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 12 अक्टूबर को 8:30 से 5:30 के दौरान केरल के तिरुवनंतपुरम में 12 सेमी, कोल्लम और पथानामथिट्टा प्रत्येक जगह 7 सेमी, मलप्पुरम में 5 सेमी, कोझिकोड में 4 सेमी, वायनाड, पलक्कड़, एर्नाकुलम और इडुक्की प्रत्येक जगह 3 सेमी, कासरगोड में 2 सेमी बारिश हुई।

वहीं कल, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के काकद्वीप में 5 सेमी, पुरुलिया में 4 सेमी, असम और मेघालय के गोलपाड़ा में 2 सेमी, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के लोंगलेंग और गोमती प्रत्येक जगह 2 सेमी, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के थूथुकुडी में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।

कहां रहा अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक?
कल, केंद्रपाड़ा (ओडिशा) में अधिकतम तापमान 38.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कहां रहा न्यूनतम तापमान सामान्य से कम?
कल, देश के मैदानी इलाकों के पानीपत (हरियाणा) में न्यूनतम तापमान 16.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

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