
भारत में मानसून का सीजन अपने चरम पर है। सितंबर के पहले हफ्ते में देश के लगभग सभी हिस्सों में कहीं हल्की, कहीं तेज और कहीं बहुत भारी बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया गया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आज सुबह, दो सितंबर, 2025 को ताजा बुलेटिन जारी कर बताया है कि इस हफ्ते उत्तर, पश्चिम, पूर्व, मध्य, उत्तर-पूर्व और दक्षिण भारत लगभग सभी जगह बारिश का असर दिखेगा। कई राज्यों में भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
एक साथ कई सिस्टम सक्रिय
मौसम विभाग का कहना है कि मानसून के अलावा एक साथ कई अन्य सिस्टम सक्रिय होने से बारिश बहुत ज्यादा हो रही है। विभाग के मुताबिक फिलहाल मानसून ट्रफ रेखा गंगानगर, पिलानी, दतिया, रीवा, रांची और दीघा होते हुए बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। इस कारण से बंगाल की खाड़ी और उसके आस-पास के क्षेत्रों में मौसम की गतिविधियां तेज हो गई हैं।
इसके अलावा बंगाल की खाड़ी और म्यांमार तट के पास ऊपरी हवा का चक्रवात भी सक्रिय है। इसके कारण अगले 24 घंटों में खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र (लो प्रेशर एरिया) बनने के आसार हैं।
साथ ही, उत्तर-पश्चिम राजस्थान और उसके आसपास भी ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इसके अलावा पश्चिमी विक्षोभ भी जम्मू और कश्मीर तथा हिमालयी इलाकों को प्रभावित कर रहा है। इन सभी मौसम प्रणालियों के कारण देश के लगभग सभी हिस्सों में अगले सात दिनों तक लगातार बारिश होती रहेगी।
उत्तर-पश्चिम भारत में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?
उत्तर-पश्चिम भारत में मौसमी बदलाव की बात करें तो आज, दो सितंबर, 2025 को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पूर्वी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, उत्तराखंड और पश्चिम उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। यहां 115.6 से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल। इसी बीच हिमाचल व उत्तराखंड के लिए बारिश का रेड जबकि अन्य राज्यों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग की मानें तो अगले कुछ दिनों तक जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तराखंड और पूर्वी राजस्थान में बारिश के दौर के जारी रहने का पूर्वानुमान है। विभाग ने कहा है कि इस दौरान पहाड़ी राज्यों में भूस्खलन और निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनने का खतरा रहेगा।
पश्चिम भारत में मौसम का रुख
पश्चिम भारत को लेकर विभाग ने कहा है कि आज, गुजरात, महाराष्ट्र और कोंकण क्षेत्र में भी बारिश का दौर जारी रहेगा। यहां बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी है तथा बादलों के 64.5 से 115.5 मिमी तक बरसने के आसार हैं। वहीं गुजरात में चार और पांच सितंबर को भयंकर बारिश होने का अंदेशा जताया गया है। जबकि कोकण और गोवा में दो से छह सितंबर तक लगातार बारिश होगी।
महाराष्ट्र के मध्य भाग (मध्य महाराष्ट्र) और मराठवाड़ा में भी अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश के दौर के जारी रहने का पूर्वानुमान है। वहीं सौराष्ट्र और कच्छ में चार से सात सितंबर तक तेज बारिश हो सकती है। कुल मिलाकर पश्चिम भारत में अगले हफ्ते तक गरज-चमक के साथ लगातार बारिश देखने को मिलेगी।
पूर्व और मध्य भारत में मौसमी बदलाव
वहीं आज, दो सितंबर, 2025 को मध्य और पूर्व भारत के मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और झारखंड में भी भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं। यहां बादलों के 115.6 से 204.4 मिमी तक बरसने का पूर्वानुमान है, साथ ही मौसम विभाग ने बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
वहीं आज, ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी वर्षा तथा कुछ हिस्सों में भयंकर बारिश होने का अंदेशा जताया गया है। विभाग ने यहां बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, यहां 204.5 मिमी से अधिक बरस सकते हैं बादल।
पश्चिम और पूर्वी मध्य प्रदेश में छह सितंबर तक बारिश होती रहेगी। जबकि विदर्भ में चार सितंबर तक अच्छी बारिश होगी, खासकर दो और तीन सितंबर को बहुत भारी बारिश होने की आशंका है।
झारखंड और पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाकों में आज, दो सितंबर, 2025 को भारी से बहुत भारी बारिश होने का अंदेशा है। यहां बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट तथा 115.6 से 204.4 मिमी तक पानी बरस सकता है। विभाग की मानें तो पश्चिम भारत में अगले एक हफ्ते तक बिजली-गर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहेगी।
पूर्वोत्तर भारत में कैसा रहेगा मौसम?
पूर्वोत्तर भारत में मौसमी बदलाव को देखें तो आज, असम और मेघालय नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है। यहां बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, जबकि इन राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है। विभाग ने कहा है कि यहां लगातार बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है और सामान्य जीवन प्रभावित हो सकता है।
भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?
दक्षिण भारत में मौसमी बदलाव की बात करें तो यहां कई राज्यों में गरज के साथ बारिश का दौर जारी रहेगा। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में तीन सितंबर तक भारी बारिश होने की आशंका है। जबकि आंध्र तट पर आज, दो सितंबर, 2025 को बहुत भारी बारिश हो सकती है।
कर्नाटक (तटीय और आंतरिक दोनों हिस्सों) में सात सितंबर तक लगातार बारिश होती रहेगी। दक्षिण भारत में हल्की से मध्यम बारिश के साथ गरज-चमक और बिजली गिरने का भी खतरा रहेगा।
इस तरह कहा जा सकता है कि सितंबर का पहला हफ्ता देशभर के लिए बारिश से भरपूर रहेगा। उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों और उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली-एनसीआर में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट है। पश्चिम भारत के गुजरात, महाराष्ट्र और कोंकण-गोवा में भी जबरदस्त बारिश होने का पूर्वानुमान है।
मध्य भारत के मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ और ओडिशा में लगातार बारिश से जलभराव की स्थिति बन सकती है। उत्तर-पूर्व भारत में लगभग सभी राज्यों में बारिश का दौर जारी रहेगा। दक्षिण भारत में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, केरल और कर्नाटक में भी अच्छी वर्षा होने वाली है।
मौसम विभाग के द्वारा लोगों को सलाह दी गई है कि भारी बारिश वाले क्षेत्रों में सतर्क रहें। पहाड़ी इलाकों में यात्रा से पहले मौसम की स्थिति की जानकारी जरूर लें और निचले क्षेत्रों में बाढ़ के खतरे को देखते हुए सावधानी बरतें।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, असम के सिलचर में अधिकतम तापमान 39.6 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में हिमाचल प्रदेश के ऊना में न्यूनतम तापमान 17.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, एक सितंबर, 2025 को पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, कोंकण और गोवा, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पूर्वी राजस्थान, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, केरल और माहे तथा तटीय कर्नाटक के अधिकतर इलाकों, ओडिशा, मध्य महाराष्ट्र, पश्चिम मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों तथा सौराष्ट्र और कच्छ में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई।
वहीं कल, पंजाब, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख, असम और मेघालय, मराठावाड़ा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना, विदर्भ, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु पुडुचेरी और कराईकल, पश्चिम राजस्थान, पूर्व मध्य प्रदेश और लक्षद्वीप के कई इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, एक सितंबर, 2025 को पश्चिम उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में 8 सेमी, अलीगढ़, बुलन्दशहर और मुजफ्फरनगर प्रत्येक जगह 4 सेमी, आगरा में 3 सेमी, उत्तराखंड के मुक्तेश्वर में 6 सेमी, पंतनगर में 5 सेमी, पूर्वी मध्य प्रदेश के दमोह में 6 सेमी, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के नई दिल्ली-अयानगर में 5 सेमी, नई दिल्ली- पालम में 3 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
वहीं कल, पश्चिमी राजस्थान के चुरू में 4 सेमी, पश्चिम मध्य प्रदेश के दतिया में 4 सेमी, रतलाम में 3 सेमी, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के इरोड में 3 सेमी, छत्तीसगढ़ के रायपुर-लालपुर में 3 सेमी, हिमाचल प्रदेश के ऊना और धर्मशाला प्रत्येक जगह 3 सेमी, विदर्भ के ब्रह्मपुरी में 3 सेमी, पूर्वी राजस्थान के भीलवाड़ा में 3 सेमी बारिश दर्ज की गई।
🏔️ हिमाचल प्रदेश
🏔️ उत्तराखंड
🌊 ओडिशा
🌆 दिल्ली-एनसीआर
🌾 पंजाब
🌾 हरियाणा
🌄 पूर्वी राजस्थान
🌊 जम्मू-कश्मीर
🏔️ लद्दाख
🏔️ गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद
🌾 उत्तर प्रदेश (प. व पू.)
🌾 मध्य प्रदेश (पूर्व व पश्चिम दोनों हिस्से)
🌾 विदर्भ
🌾 छत्तीसगढ़
🌾 झारखंड
🌊 पश्चिम बंगाल (गंगा तटीय इलाके)
🌊 गुजरात
🌴 महाराष्ट्र (कोंकण, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, सौराष्ट्र व कच्छ)
🌴 गोवा
🌴 असम व मेघालय
🌴 नागालैंड
🌴 मणिपुर
🌴 मिजोरम
🌴 त्रिपुरा