
🟠 उत्तराखंड में ऑरेंज अलर्ट – देहरादून, पौड़ी, अल्मोड़ा, नैनीताल, चंपावत, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर और उधम सिंह नगर में 115–204 मिमी तक बारिश।
🟠 बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश व सिक्किम में ऑरेंज अलर्ट – भारी से बहुत भारी बारिश, 115–204 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
🟡 हिमाचल प्रदेश में येलो अलर्ट – ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन और सिरमौर में 64–115 मिमी बारिश की संभावना, कई जगह स्कूल बंद।
🟡 पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में येलो अलर्ट – असम, मेघालय, अरुणाचल, झारखंड, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु सहित कई राज्यों में गरज-चमक व 64–115 मिमी तक बारिश।
🌩️ आंधी-तूफान व वज्रपात का खतरा – अंडमान-निकोबार में 40–50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं, आंध्र प्रदेश व तेलंगाना में तेज आंधी-बिजली की आशंका।
दक्षिण-पश्चिम मानसून उत्तर-पश्चिम भारत से धीरे-धीरे विदाई ले रहा है, लेकिन देश के कई हिस्सों में बारिश का दौर अभी जारी है, जहां तबाही के निशान देखे जा सकते हैं। मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान, गुजरात, पंजाब और हरियाणा के कुछ और इलाकों से मानसून की वापसी हो चुकी है। वहीं उत्तराखंड, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और पूर्वोत्तर भारत में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग ने आज सुबह, यानी 17 सितम्बर, 2025 को बताया है कि मानसून की वापसी की रेखा बठिंडा, फतेहाबाद, पिलानी, अजमेर, दीसा, भुज होते हुए गुजर रही है। इसका असर यह है कि उत्तर-पश्चिम भारत के इन इलाकों में अब बारिश की गतिविधियां लगभग थम चुकी हैं और मौसम शुष्क होने लगा है। वहीं, देश के कई राज्यों में अब भी ऊपरी हवाओं का चक्रीय प्रसार जारी है।
इन मौसमी गतिविधियों के चलते आज, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। इन राज्यों में 115.6 से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल। विभाग ने यहां बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
वहीं आज, 17 सितम्बर, 2025 को अंडमान और निकोबार, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कोकण और गोवा, विदर्भ, मराठवाड़ा, कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी, रायलसीमा और आंध्र प्रदेश में बिजली गिरने तथा गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं। यहां बारिश के लिए येलो अलर्ट तथा यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
उत्तराखंड व हिमाचल के मौसम का हाल
उत्तराखंड में भारी बारिश से फिलहाल राहत मिलती नहीं दिख रही है। मौसम विभाग की मानें तो मानसून की वापसी के लिए अभी इंतजार करना होगा। राज्य में अभी कुछ दिनों तक बारिश के दौर के जारी रहने के आसार हैं।
देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि आज, 17 सितंबर, 2025 को उत्तराखंड के देहरादून, पौड़ी, अल्मोड़ा, नैनीताल, चंपावत, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर और उधम सिंह नगर जिलों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है।
इन सभी जिलों में बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यहां बादलों के 115.5 से 204.4 मिमी तक बरसने के आसार हैं। वहीं आज, हरिद्वार, टिहरी समेत राज्य के अन्य जिलों में मध्यम से भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है।
उत्तराखंड में अब तक सामान्य से 22 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है। वहीं, हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की 46 घटनाएं रिकॉर्ड की जा चुकी है, जिसके कारण 140 से अधिक भूस्खलन और 97 अचानक बाढ़ की घटनाएं दर्ज की गई हैं।
हिमाचल प्रदेश में मानसूनी बारिश व बादल फटने की घटनाओं से भारी तबाही मची है। मौसम विभाग के मुताबिक, राज्य में बीती रात तेज बारिश हुई। वहीं आज, ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन और सिरमौर में यलो अलर्ट जारी है। यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल। भारी बारिश के कारण हिमाचल के धर्मपुर, मनाली और बंजार में सभी शैक्षणिक संस्थानों के बंद रहने की खबर है।
दिल्ली-एनसीआर में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?
देश की राजधानी दिल्ली तथा इससे सटे एनसीआर में अगले तीन दिनों तक उमस भरी गर्मी से राहत मिलने की संभावना है। दिल्ली सहित आसपास के इलाकों में आज घने बादल छाए रहेंगे। 17 और 19 सितंबर को दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों बारिश हो सकती है।
बारिश के चलते तापमान के कम होने की संभावना है, जिससे मौसम में ठंडक आने का पूर्वानुमान है। दिल्ली में आज अधिकतम तापमान के 34 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान के 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का पूर्वानुमान है।
आंधी-तूफान और वज्रपात का खतरा
विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि आज, अंडमान और निकोबार में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने व बिजली गिरने का अंदेशा है।
इसी बीच आंध्र प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, झारखंड, तमिलनाडु और तेलंगाना में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की दर से तेज हवाएं चलने, वज्रपात होने तथा बौछारें पड़ने के आसार हैं। जबकि आज, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में तेज सतही हवाएं चलने की भी चेतावनी दी गई है।
मौसम विभाग का किसानों के लिए विशेष सुझाव
भारी बारिश के चलते मौसम विभाग ने उत्तराखंड के किसानों के लिए विशेष सुझाव दिए हैं। विभाग ने कहा है के प्रदेश के तराई और भाबर क्षेत्रों में धान, अरहर, उड़द, मूंग, मक्का और सोयाबीन की फसलों में जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करें। पर्वतीय क्षेत्रों में मंडुआ, अदरक और काटी गई धान की उपज को सुरक्षित स्थान पर रखें। आलू व मूली की बुवाई भारी बारिश की स्थिति में न करें।
वहीं हिमाचल प्रदेश के निचले इलाकों में धान, मक्का और सब्जियों से अतिरिक्त पानी निकालें। ऊंचाई वाले इलाकों में फलों और सब्जियों की खेती में जल निकासी की व्यवस्था करें। कटे हुए अनाज और सब्जियों को सुरक्षित जगह पर रखें।
उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में धान, उड़द, मूंग, अरहर और सब्जियों की फसलों से पानी बाहर निकलने की की व्यवस्था करें। जलभराव की स्थिति से जड़ें सड़ सकती हैं, इसलिए खेतों में नालियां बनाना जरूरी है।
विभाग ने कहा है कि तेलंगाना में धान, मक्का, कपास, सोयाबीन, अरहर, हल्दी और सब्जियों के खेतों में जल निकासी के पर्याप्त इंतजाम करें।
किसानों को इस समय सबसे ज्यादा ध्यान खेतों में जलभराव से बचाव पर देना चाहिए। बारिश के कारण फसलों की पैदावार प्रभावित हो सकती है। वहीं आम लोगों को भी बिजली चमकने और तेज हवाओं से सतर्क रहने की जरूरत है।
सितम्बर का यह समय मौसम के लिहाज से बेहद अहम है। एक ओर उत्तर-पश्चिम भारत में मानसून विदाई की ओर है, तो दूसरी ओर देश के मध्य, दक्षिण और पूर्वी हिस्सों में भारी बारिश जारी है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 16 सितंबर, 2025 को तमिलनाडु के पलायमकोट्टई में अधिकतम तापमान 37.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में असम के हाफलोंग में न्यूनतम तापमान 17.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 16 सितंबर, 2025 को अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, कोंकण और गोवा, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, मराठावाड़ा, असम और मेघालय, विदर्भ, बिहार, मध्य महाराष्ट्र, पूर्वी मध्य प्रदेश, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, छत्तीसगढ़, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय कर्नाटक, तेलंगाना और लक्षद्वीप के अधिकतर इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई।
वहीं कल, पश्चिम मध्य प्रदेश, सौराष्ट्र और कच्छ, गुजरात, पंजाब, केरल और माहे, पश्चिम उत्तर प्रदेश, झारखंड, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, पूर्वी उत्तर प्रदेश, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, ओडिशा, जम्मू और कश्मीर व लद्दाख तथा रायलसीमा के कई कई इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 16 सितंबर, 2025 को अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट में 12 सेमी, असम और मेघालय के उत्तरी लखीमपुर में 11 सेमी, चेरापूंजी में 7 सेमी, गुवाहाटी और धुबरी प्रत्येक जगह 6 सेमी, विदर्भ के नागपुर-सोनेगांव हवाई अड्डे में 5 सेमी, बिहार के गया में 5 सेमी, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के आदिरामापतिनम में 5 सेमी, चेन्नई में 2 सेमी, पूर्वी उत्तर प्रदेश के बहराइच में 4 सेमी, कानपुर में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
वहीं कल, मध्य महाराष्ट्र के पुणे- शिवाजीनगर में 4 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के अमरावती में 3 सेमी, काकीनाडा में 2 सेमी, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के इंफाल में 3 सेमी, पूर्वी मध्य प्रदेश के जबलपुर में 2 सेमी, ओडिशा के पारादीप बंदरगाह में 2 सेमी, छत्तीसगढ़ के रायपुर-लालपुर में 2 सेमी, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख के कोकरनाग में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।