
पश्चिमी विक्षोभ निचले से ऊपरी स्तरों में एक ट्रफ के रूप में जारी है। वहीं, 25 से 28 फरवरी, 2025 के दौरान अरब सागर के निचले स्तरों से पश्चिमी हिमालयी इलाकों में भारी नमी के पहुंचने का अनुमान लगाया गया है।
उपरोक्त मौसमी गतिविधियों के चलते आज, यानी 25 फरवरी, 2025 को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद के अलग-अलग इलाकों में बिजली गिरने, गरज के साथ भारी बारिश व जमकर बर्फबारी होने के आसार जताए गए हैं, यहां 70 मिमी या उससे अधिक बारिश व हिमपात होने का पूर्वानुमान लगाया गया है।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक आज, हिमाचल प्रदेश में गरज के साथ बारिश व बिजली गिरने के आसार हैं। जबकि कल, 24 फरवरी को हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में जमकर पाला पड़ने की जानकारी मिली है। वहीं आज, उत्तराखंड के अधिकतर इलाकों में मौसम के शुष्क रहने का अनुमान लगाया गया है।
मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि आज, 25 फरवरी को पूर्वोत्तर भारत के अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बौछारें पड़ने तथा वज्रपात होने की आशंका है। जबकि कल, यानी 24 फरवरी को अरुणाचल प्रदेश और असम के अलग-अलग इलाकों में ओलावृष्टि होने की खबर है।
वहीं आज, 25 फरवरी को अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में अलग-अलग इलाकों में बादलों के जमकर बरसने के आसार जताए गए हैं, यहां 70 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल। कल, 24 फरवरी को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर में 20 मिमी तक बारिश दर्ज की गई।
तापमान में उतार-चढ़ाव
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश, पश्चिमी मध्य प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कई इलाकों में दिन के तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। जबकि, पश्चिमी तट, तेलंगाना, उत्तर-पश्चिमी भारत, पूर्वी मध्य प्रदेश, आंतरिक ओडिशा, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और पूर्वोत्तर भारत के कई इलाकों में तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि रिकॉर्ड की गई है।
रात के तापमान में उतार-चढ़ाव
पिछले 24 घंटों के दौरान, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तटीय कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ हिस्सों में रात के तापमान में एक से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी गई है। जबकि नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा मध्य प्रदेश के कई हिस्सों के तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
वहीं, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख के अलग-अलग इलाकों, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब के कुछ हिस्सों, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, ओडिशा, केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में भी तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस तक की उछाल रिकॉर्ड की गई है।
अधिकतम तापमान में उछाल की बात करें तो, पश्चिम और भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप, दक्षिण ओडिशा, दक्षिण छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान 35 से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया जा रहा है।
वहीं, दक्षिण राजस्थान, मध्य प्रदेश, तटीय ओडिशा, उत्तरी छत्तीसगढ़, दक्षिण पश्चिम बंगाल में गंगा के कई मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान 30 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। देश के मैदानी इलाकों के बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान 25 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, यानी 24 फरवरी को केरल के कन्नूर हवाई अड्डे में अधिकतम तापमान 40.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के फरीदकोट में न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान में उतार-चढ़ाव संबंधी मौसम विभाग का पूर्वानुमान देखें तो, अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का अनुमान है।
वहीं, अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है।
कहां रहेगा गर्म व उमस भरा मौसम, कहां चलेगी हीटवेव?
इस बार समय से पहले देश के कई हिस्सों में गर्मी का अहसास ही नहीं लू का प्रकोप भी देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग की मानें तो 25 फरवरी, 2025 को सौराष्ट्र और कच्छ, गुजरात और तटीय कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में गर्म और उमस भरे मौसम का सितम रहेगा। वहीं आज, कोंकण और गोवा के अलग-अलग इलाकों में हीटवेव या लू चलने की आशंका जताई गई है।
समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक, आज, यानी 25 फरवरी को मन्नार की खाड़ी और निकटवर्ती कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिण तमिलनाडु तट के साथ-साथ, दक्षिण अंडमान सागर और उत्तरी अंडमान सागर के निकटवर्ती हिस्सों, दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।