22 मई को बंगाल की खाड़ी पर बनने वाला कम दबाव क्या चक्रवात में बदलेगा?

22 मई के आसपास बंगाल के दक्षिण पश्चिम खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव प्रणाली बनने के आसार हैं
यदि चक्रवात बनता है, तो यह 2024 का पहला प्री-मानसून चक्रवात बन जाएगा क्योंकि मौसम विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है कि मॉनसून 31 मई के आसपास केरल में दस्तक देगा। फोटो साभार: आईस्टॉक
यदि चक्रवात बनता है, तो यह 2024 का पहला प्री-मानसून चक्रवात बन जाएगा क्योंकि मौसम विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है कि मॉनसून 31 मई के आसपास केरल में दस्तक देगा। फोटो साभार: आईस्टॉक
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मौसम विभाग के मुताबिक, 22 मई, 2024 के आसपास बंगाल की दक्षिण-पश्चिमी खाड़ी पर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के आसार हैं। इसके शुरू में उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने और 24 मई, 2024 की सुबह तक बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों पर एक दबाव के क्षेत्र में बदलने का अनुमान है।

इसी तरह का पूर्वानुमान निजी मौसम ब्यूरो स्काईमेट ने भी लगाया है, स्काईमेट ने अपनी वेबसाइट के हवाले से कहा है कि अगले दो से तीन दिनों के भीतर बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित होकर इसके आगे बढ़ने की संभावना है।

मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की दक्षिणी खाड़ी और अंडमान सागर (न्यूनतम बादल शीर्ष तापमान -93 डिग्री सेल्सियस) पर तेज गति के निम्न और मध्यम बादल बिखरे हुए हैं। बंगाल की उत्तर और मध्य खाड़ी के ऊपर कमजोर रूप से बिखरे हुए मध्यम बादल छाए हुए हैं।

कम दबाव के चलते मौसम विभाग ने 24 और 25 मई को पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के कई इलाकों में भारी बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है

पहला प्री-मॉनसून चक्रवात
यदि चक्रवात बनता है, तो यह 2024 का पहला प्री-मानसून चक्रवात बन जाएगा क्योंकि मौसम विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है कि मॉनसून 31 मई के आसपास केरल में दस्तक देगा

तूफानी गतिविधि को देखते हुए, मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
आज, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और श्रीलंका के तटों, लक्षद्वीप, मालदीव क्षेत्रों, कोमोरिन क्षेत्र, मन्नार की खाड़ी, दक्षिण और आसपास के मध्य खाड़ी के आसपास, पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी, अंडमान सागर में 40 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होक 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं।

वहीं आज, केरल, श्रीलंका के तटों, कोमोरिन क्षेत्र, मन्नार की खाड़ी, दक्षिण-पश्चिम और निकटवर्ती बंगाल की खाड़ी के आसपास 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने की आशंका जताई गई है।

उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को आज, इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

वहीं आने वाले दिनों में तूफानी गतिविधि संबंधी चेतावनी की बात करें तो, मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है कि वे 23 मई से मध्य बंगाल की खाड़ी में और 24 मई से उत्तरी बंगाल की खाड़ी में न जाएं।

वहीं, 21 से 24 मई, 2024 के दौरान मन्नार की खाड़ी, कोमोरिन और मालदीव क्षेत्र में जाने से बचें। समुद्र में गए मछुआरों को 23 मई, 2024 से पहले तट पर लौटने की भी सलाह दी गई है।

मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है कि वे 21 से 23 मई, 2024 के दौरान कर्नाटक, तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल तथा लक्षद्वीप तटों पर और 21 से 24 मई, 2024 के दौरान केरल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के तटों पर न जाएं।

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