भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर बना गहरा दबाव पिछले छह घंटों के दौरान 20 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ गया और आज, 16 नवंबर को भारतीय समयानुसार सुबह 11:30 बजे यह पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर केंद्रित रहा।
यह आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से लगभग 420 किमी पूर्व में, ओडिशा के पारादीप से 270 किमी दक्षिण-दक्षिण-पूर्व, पश्चिम बंगाल के दीघा से 410 किमी दक्षिण और बांग्लादेश के खेपुपारा से 540 किमी दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम में है।
इसके उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने, अगले 24 घंटों के दौरान एक चक्रवाती तूफान में बदलकर और तेज होने के आसार हैं। 18 नवंबर, 2023 के शुरुआती घंटों तक 60 से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ मोंगला और खेपुपारा के बीच बांग्लादेश तट को पार करने के आसार हैं।
वहीं, एक और ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार उत्तरी श्रीलंका और आसपास के क्षेत्र पर लगातार बना हुआ है जो मध्य स्तरों तक फैला हुआ है। इस चक्रवाती प्रसार के निचले स्तरों पर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर गहरे अवसाद से जुड़े चक्रवाती प्रसार तक एक ट्रफ रेखा जा रही है।
उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए, मौसम विभाग ने 16 और 17 नवंबर को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई है।
वहीं 16 से 18 नवंबर के दौरान नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में और 17 नवंबर को दक्षिण असम और पूर्वी मेघालय के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ इलाकों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं।
चक्रवाती तूफान को देखते हुए, मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक, आज पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी से सटे उत्तर-पश्चिम में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 70 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।
वहीं आज, पश्चिम मध्य और उससे सटे उत्तरी बंगाल की खाड़ी, ओडिशा और उससे सटे उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटों पर 45 से 55 किमी प्रति घंटे से लेकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार की तूफानी हवाएं चलने की आशंका है।
आज, तमिलनाडु, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, मन्नार की खाड़ी से सटे श्रीलंका के तटों पर 40 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
तूफान के चलते मौसम विभाग की नुकसान होने की चेतावनी जारी की
मौसम विभाग ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में तूफान के चलते नुकसान होने की चेतावनी जारी की है। जिसमें कहा गया है कि, कच्चे या असुरक्षित संरचनाओं को मामूली नुकसान हो सकता है। तूफानी बाढ़ के कारण कच्ची सड़क में कुछ दरारें पड़ सकती हैं।
केले जैसे छोटे पेड़ों को मामूली नुकसान हो सकता है। पपीता और सहजन तथा पकी हुई धान की फसलों को नुकसान हो सकता है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में खड़ी फसलों को आंशिक नुकसान होने की आशंका जताई गई है। वहीं कच्चे तटबंधों को मामूली नुकसान होने के भी आसार हैं।