चक्रवाती तूफान 'रेमल' का असर, पूर्वोत्तर के राज्यों में भारी बारिश तथा नुकसान का अंदेशा

मौसम विभाग ने आज यानी 28 मई को दक्षिणी असम, मेघालय, मणिपुर, त्रिपुरा, मिजोरम में लोगों से कहा है कि वे संवेदनशील इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं, प्रभावित क्षेत्रों में लोग घर के अंदर ही रहें।
आज, 28 मई को दक्षिण असम, मेघालय और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में अत्यधिक भारी यानी 20 सेमी से अधिक बारिश होने की आशंका जताई गई है।
आज, 28 मई को दक्षिण असम, मेघालय और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में अत्यधिक भारी यानी 20 सेमी से अधिक बारिश होने की आशंका जताई गई है।
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मौसम विभाग के मुताबिक, बांग्लादेश के ऊपर बना डीप डिप्रेशन जिसे चक्रवाती तूफान "रेमल" का अवशेष भी कहा जा सकता है, पिछले छह घंटों के दौरान 12 किमी प्रति घंटे की गति के साथ पूर्व-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ गया है।

अब यह एक अवसाद या डिप्रेशन में तब्दील होकर कमजोर पड़ गया है, आज, यानी 28 मई, 2024 को भारतीय समयानुसार यह 05:30 बजे यह पूर्वी बांग्लादेश के पास बना हुआ था।

यह असम के सिलचर से लगभग 170 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम, बांग्लादेश के मोंगला से 260 किमी उत्तर-उत्तर पूर्व, बांग्लादेश के श्रीमंगल से 60 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम और बांग्लादेश के ढाका से 100 किमी उत्तर पूर्व में है।

मौसम विभाग के अनुसार, इसके पूर्व-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने की संभावना है और अगले 12 घंटों के दौरान अच्छी तरह से कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील होकर कमजोर पड़ने का अनुमान है।

तूफानी गतिविधि के चलते भारी बारिश की चेतावनी
तूफानी गतिविधि के चलते पूर्वोत्तर के राज्यों, असम और मेघालय में 29, 30 मई और एक जून को, 28, 29 और एक जून को अरुणाचल प्रदेश के अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है।

28 मई को दक्षिण असम, मेघालय और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में अत्यधिक भारी यानी 20 सेमी से अधिक बारिश होने की आशंका जताई गई है। वहीं 29 मई से एक जून के दौरान नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

तूफानी हवाएं चलने के आसार
आज, दक्षिण असम और मेघालय, मिजोरम, त्रिपुरा में 40 से 50 किमी प्रति घंटे से लेकर 60 किमी प्रति घंटे तक की तेज तूफानी हवाएं चलने की आशंका जताई गई है। 28 मई की दोपहर तक और उसके बाद नागालैंड, मणिपुर और असम के शेष हिस्सों में 35 से 45 किमी प्रति घंटे से लेकर 55 किमी प्रति घंटे तक की तेज तूफानी हवाएं चल सकती है।

आज, यानी 28 मई की शाम तक असम, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा में हवा की गति के 35 से 45 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 55 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं।

तूफानी गतिविधि के कारण नुकसान होने का अंदेशा
मौसम विभाग की मानें तो पूर्वोत्तर के असम और मेघालय राज्यों में नुकसान की आशंका जताई गई है, मौसम विभाग ने कहा है कि कमजोर संरचनाओं और घास फूस से बने घरों और झोपड़ियों को नुकसान पहुंच सकता है।

धातु की चादरें उड़ सकती हैं। केले और पपीते के पेड़ों को नुकसान पहुंच सकता है। भारी बारिश के कारण कच्ची सड़कों को नुकसान और पक्की सड़कों को मामूली नुकसान होने के आसार हैं।

धान की फसल, बागवानी फसल और बगीचों को नुकसान पहुंच सकता है। निचले इलाकों में बाढ़ आने के भी आसार जताए गए हैं। भारी बारिश के कारण दृश्यता में कभी-कभी कमी आ सकती है। जल जमाव और तेज तूफानी हवाओं के कारण यातायात में व्यवधान पहुंच सकता है।

मौसम विभाग ने आज यानी 28 मई को पूर्वोत्तर राज्यों - दक्षिणी असम, मेघालय, मणिपुर, त्रिपुरा, मिजोरम में नुकसान से बचने के भी सुझाव दिए हैं, मौसम विभाग ने लोगों से कहा है कि संवेदनशील इलाकों के लोग सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं। प्रभावित क्षेत्रों में लोग घर के अंदर ही रहें। उन इलाकों में जाने से बचें जहां अक्सर जलभराव की समस्या रहती है।

तूफानी गतिविधि को देखते हुए, मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
आज, दक्षिण अरब सागर के मध्य भागों, दक्षिण श्रीलंका तट के साथ-साथ, कोमोरिन क्षेत्र, मन्नार की खाड़ी, दक्षिण-पूर्व और निकटवर्ती दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, पूर्व-मध्य और निकटवर्ती पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी, उत्तरी बंगाल की खाड़ी, बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल तटों के साथ-साथ अंडमान सागर में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से लेकर 55 किमी प्रति घंटे तक की तूफानी हवाओं के चलने के आसार हैं।

वहीं आज, दक्षिण और मध्य बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों, सोमालिया तट के साथ-साथ, दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य अरब सागर, उत्तर-पूर्व अरब सागर के पूर्वी हिस्से, खंभात की खाड़ी, उत्तरी आंध्र प्रदेश, दक्षिण ओडिशा तट और निकटवर्ती पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के ओर तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

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