चक्रवात: बंगाल की खाड़ी में गहरे दबाव के कारण पूर्वी, पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश के आसार

मौसम विभाग ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में तूफान के चलते नुकसान होने की चेतावनी जारी की है
फोटो साभार: आईस्टॉक
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मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर बना कम दबाव पिछले छह घंटों के दौरान 13 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर की ओर बढ़ गया है। कल, 15 नवंबर को भारतीय समयानुसार 23:30 यह उसी के करीब बना हुआ था।

यह आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम से लगभग 380 किमी दक्षिण-पूर्व, ओडिशा के पारादीप से 480 किमी दक्षिण, पश्चिम बंगाल में दीघा से 630 किमी दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम और बांग्लादेश के खेपुपारा से 780 किमी दक्षिण-पश्चिम में है।

मौसम विभाग के मौसम संबंधी पूर्वानुमान को देखें तो, इसके लगभग उत्तर की ओर बढ़ने और 16 नवंबर की सुबह पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर गहरे दबाव में तब्दील होने के आसार हैं

इसके बाद, यह उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ेगा और 17 नवंबर की सुबह ओडिशा तट से उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक पहुंचेगा और 18 नवंबर की सुबह 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक चलने के साथ गहरे अवसाद या डीप डिप्रेशन के रूप में मोंगला और खेपुपारा के बीच बांग्लादेश तट को पार करेगा।

वहीं, एक अन्य ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार उत्तरी श्रीलंका और आसपास के क्षेत्र पर लगातार जारी है जो मध्य स्तरों तक फैला हुआ है। इस चक्रवाती प्रसार के निचले स्तरों पर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर गहरे अवसाद से जुड़े चक्रवाती प्रसार तक एक ट्रफ रेखा जा रही है।

मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए, 16 और 17 नवंबर को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई है

वहीं 16 से 18 नवंबर के दौरान नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में और 17 नवंबर को दक्षिण असम और पूर्वी मेघालय के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश तथा कुछ इलाकों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं।

चक्रवाती तूफान को देखते हुए, मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक, आज पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी से सटे उत्तर-पश्चिम में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 70 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।

वहीं आज, पश्चिम मध्य और उससे सटे उत्तरी बंगाल की खाड़ी, ओडिशा और उससे सटे उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटों पर 45 से 55 किमी प्रति घंटे से लेकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार की तूफानी हवाएं चलने की आशंका है।

आज, तमिलनाडु, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, मन्नार की खाड़ी से सटे श्रीलंका के तटों पर 40 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

तूफान के चलते मौसम विभाग की नुकसान होने की चेतावनी
मौसम विभाग ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में तूफान के चलते नुकसान होने की चेतावनी जारी की है। जिसमें कहा गया है कि, कच्चे या असुरक्षित संरचनाओं को मामूली नुकसान हो सकता है। तूफानी बाढ़ के कारण कच्ची सड़क में कुछ दरारें पड़ सकती हैं। केले जैसे छोटे पेड़ों को मामूली नुकसान हो सकता है।

पपीता और सहजन तथा पकी हुई धान की फसलों को नुकसान हो सकता है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में खड़ी फसलों को आंशिक नुकसान होने की आशंका जताई गई है। वहीं कच्चे तटबंधों को मामूली नुकसान होने के भी आसार हैं।

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