

विश्व रेडियोग्राफी दिवस हर साल आठ नवंबर को रॉन्टगन द्वारा एक्स-रे की खोज की याद में मनाया जाता है।
रेडियोग्राफर्स आधुनिक चिकित्सा के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं, जो सटीक निदान के लिए उच्च तकनीकी उपकरण संचालित करते हैं।
पीईटी/सीटी और एआई जैसी आधुनिक तकनीकों ने चिकित्सा इमेजिंग में बड़ा परिवर्तन लाया है।
रेडिएशन थेरेपी कैंसर उपचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जहां विकिरण का उपयोग कैंसर कोशिकाएं नष्ट करने में होता है।
सुरक्षित रेडिएशन उपयोग अत्यंत आवश्यक है, खासकर बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए।
हर साल आठ नवंबर को दुनिया भर में विश्व रेडियोग्राफी दिवस मनाया जाता है। यह दिन आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के इतिहास में उस महत्वपूर्ण खोज को याद करता है, जिसने चिकित्सा क्षेत्र की दिशा ही बदल दी। यह खोज थी एक्स-रे की, जिसे 1895 में जर्मनी के प्रोफेसर विल्हेम कोंराड रॉन्टगन ने खोजा था। एक्स-रे ने डॉक्टरों को पहली बार बिना सर्जरी किए शरीर के अंदर देखने की क्षमता दी, जिससे बीमारियों का निदान अधिक सरल, सटीक और तेज हो गया।
इस दिवस का उद्देश्य न केवल इस क्रांतिकारी तकनीक की खोज को सम्मान देना है, बल्कि उन रेडियोग्राफर्स और रेडियोलॉजिस्ट्स के कार्य को भी सलाम करना है, जो रोजाना अस्पतालों और चिकित्सा संस्थानों में उपकरणों को संचालित करके मरीजों की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
एक्स-रे की खोज और शुरुआत
जब रॉन्टगन कैथोड रे ट्यूब पर प्रयोग कर रहे थे, तब उन्होंने एक ऐसा रहस्यमय प्रकाश देखा जो ठोस वस्तुओं को भेद सकता था और फोटो प्लेट पर छवि बना सकता था। यह घटना वैज्ञानिक जगत के लिए अविश्वसनीय थी। खोज के कुछ ही दिनों के भीतर यूरोप और अमेरिका के डॉक्टरों ने एक्स-रे का उपयोग फ्रैक्चर पहचानने और शरीर के अंदर फंसी वस्तुओं का पता लगाने में शुरू कर दिया। 1896 तक एक्स-रे का उपयोग युद्धभूमि में घायल सैनिकों की जांच में भी होने लगा।
रेडियोग्राफर्स की भूमिका
रेडियोग्राफर्स वे प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मी हैं जो एक्स-रे, सीटी स्कैन, एमआरआई और अल्ट्रासाउंड जैसे उन्नत उपकरणों का संचालन करते हैं। उनका मुख्य कार्य है:
मरीज की सही पोजिशनिंग
न्यूनतम और सुरक्षित विकिरण सुनिश्चित करना
उच्च गुणवत्ता की स्पष्ट चिकित्सा छवियां तैयार करना
डॉक्टरों को रोग पहचान में सहायता करना
ये छवियां डॉक्टरों को ट्यूमर, फ्रैक्चर, संक्रमण, हृदय और फेफड़ों की बीमारियों तक विभिन्न स्थितियों के बारे में स्पष्ट जानकारी देती हैं।
कैंसर उपचार में रेडियोग्राफी की भूमिका
केवल निदान ही नहीं, रेडियोग्राफी कैंसर उपचार में भी महत्वपूर्ण है। रेडिएशन थेरेपी में नियंत्रित उच्च-ऊर्जा विकिरण का उपयोग करके कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है। इस प्रक्रिया में रेडियोग्राफर्स और ऑन्कोलॉजिस्ट मिलकर मरीज की स्थिति के अनुसार उपचार योजना तैयार करते हैं।
तकनीकी का विकास: पीईटी/सीटी और एआई
समय के साथ चिकित्सा इमेजिंग तकनीकें अत्यधिक उन्नत हो चुकी हैं। पीईटी/सीटी, पीईटी/एमआरआई और स्पेक्ट/सीटी जैसे हाइब्रिड इमेजिंग सिस्टम अब शरीर की संरचना और उसमें होने वाली जैविक गतिविधियों दोनों को एक साथ दिखा सकते हैं। इसके अलावा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) इमेज विश्लेषण में तेजी और सटीकता ला रहा है, जिससे रोग निदान और भी प्रभावी हो गया है।
रेडिएशन सुरक्षा: सावधानी जरूरी
हालांकि चिकित्सा में उपयोग होने वाला विकिरण सुरक्षित सीमा में होता है, लेकिन अनावश्यक या बार-बार एक्स-रे और सीटी स्कैन लेने से खतरा बढ़ सकता है, विशेषकर, बच्चों में, गर्भवती महिलाओं में इसलिए, डॉक्टर आवश्यकता और लाभ को ध्यान में रखकर ही रेडियोलॉजिकल परीक्षण की सलाह देते हैं।