
हर साल 14 जून को मनाया जाने वाला विश्व रक्तदाता दिवस दुनिया भर में लाखों लोगों की सामूहिक निस्वार्थता और करुणा को दर्शाता है जो स्वेच्छा से और बिना भुगतान के रक्तदान करते हैं। यह दिन सुरक्षित रक्त और रक्त उत्पादों की जरूरतों को सामने लाने के लिए एक मंच के रूप में भी काम करता है।
विश्व रक्तदाता दिवस 2025 की थीम 'रक्त दें, आशा दें: साथ मिलकर हम जीवन बचाते हैं, है। यह रक्त और प्लाज्मा दान की आवश्यकता और अनगिनत रोगियों के जीवन के लिए उनके महत्व पर आधारित है। इस साल, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का लक्ष्य नए और मौजूदा दोनों दाताओं द्वारा नियमित रक्तदान को प्रोत्साहित करना है।
इस थीम का उद्देश्य निरंतर राष्ट्रीय रक्त कार्यक्रमों के प्रयासों में निवेश के लिए सरकारों और अन्य संबंधित लोगों से समर्थन को मजबूत करना भी है, जो बदले में, दुनिया भर में सार्वभौमिक सुरक्षित रक्तदान को सुनिश्चित करता है।
विश्व रक्तदाता दिवस की स्थापना डब्ल्यूएचओ द्वारा की गई थी, जिसका पहला आयोजन 2004 में किया गया था। एक साल बाद, 2005 में, इसे आधिकारिक तौर पर 58वीं विश्व स्वास्थ्य सभा द्वारा वार्षिक वैश्विक कार्यक्रम के रूप में मान्यता दी गई। 14 जून को वार्षिक पालन की तिथि के रूप में चुना गया था क्योंकि ऑस्ट्रियाई चिकित्सक और जीव-विज्ञानी कार्ल लैंडस्टीनर, जिन्हें आधुनिक रक्त आधान के "संस्थापक" के रूप में जाना जाता है, का जन्म इसी दिन 1868 में हुआ था।
आधुनिक चिकित्सा विज्ञान में उनके अभूतपूर्व योगदानों में से एक एबीओ रक्त समूहों की खोज है। उन्होंने रक्त समूहों को वर्गीकृत करने के लिए उपयोग किए जाने वाले मॉडल को भी विकसित किया। लैंडस्टीनर को रीसस तत्व की पहचान का भी आंशिक रूप से श्रेय दिया जाता है।
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, दुनिया भर में एकत्र किए गए 11.85 करोड़ रक्तदानों में से 40 फीसदी उच्च आय वाले देशों में एकत्र किए जाते हैं, जहां दुनिया की मात्र 16 फीसदी आबादी रहती है।
कम आय वाले देशों में, 54 फीसदी तक रक्त ट्रांसफ्यूजन या आधान पांच साल से कम उम्र के बच्चों को दिया जाता है, जबकि उच्च आय वाले देशों में, सबसे अधिक बार रक्त आधान किए जाने वाले रोगी समूह की आयु 60 वर्ष से अधिक है, जो सभी आधानों का 76 फीसदी तक है।
1000 लोगों के नमूनों के आधार पर, रक्तदान दर उच्च आय वाले देशों में 31.5 दान, उच्च-मध्यम आय वाले देशों में 16.4 दान, कम निम्न-मध्यम आय वाले देशों में 6.6 दान और निम्न आय वाले देशों में 5.0 दान है।
2008 से 2018 तक स्वैच्छिक बिना किसी भुगतान के दाताओं से एक करोड़ सात लाख ने रक्तदान की वृद्धि दर्ज की गई है। कुल मिलाकर, 79 देश अपनी रक्त आपूर्ति का 90 फीसदी से अधिक स्वैच्छिक बिना भुगतान के रक्तदाताओं से एकत्र करते हैं, हालांकि, 54 देश अपनी रक्त आपूर्ति का 50 फीसदी से अधिक परिवार या प्रतिस्थापन या भुगतान वाले दाताओं से एकत्र करते हैं।
रक्तदान करने से स्वास्थ्य को फायदा होता है
दुर्घटना पीड़ितों और जानलेवा बीमारियों से पीड़ित रोगियों की जान बचाने के अलावा, रक्तदान से दाता के स्वास्थ्य को कई फायदे होते हैं, जिसमें दिल का दौरा पड़ने का खतरा कम होना भी शामिल है। कुछ शोध यह भी बताते हैं कि रक्तदान करने से कुछ कैंसर होने का भी खतरा कम हो सकता है।