विश्व एएमआर जागरूकता सप्ताह: एएमआर से जीडीपी को सालाना तीन ट्रिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान

दवा प्रतिरोध के कारण, एंटीबायोटिक और अन्य रोगाणुरोधी दवाओं का असर नहीं होता है, संक्रमण का इलाज करना मुश्किल या असंभव हो जाता है, जिससे रोग फैलने, गंभीर बीमारी और मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, दुनिया भर में बैक्टीरियल एएमआर 2019 में दुनिया भर में 12.7 लाख मौतों के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार था।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, दुनिया भर में बैक्टीरियल एएमआर 2019 में दुनिया भर में 12.7 लाख मौतों के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार था।फोटो साभार: आईस्टॉक
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दुनिया भर में रोगाणुरोधी प्रतिरोध (एएमआर) के बारे में जागरूकता और समझ बढ़ाने के लिए इस साल 18 से 24 नवंबर तक विश्व एएमआर जागरूकता सप्ताह मनाया जा रहा है। दवा प्रतिरोध के कारण, एंटीबायोटिक और अन्य रोगाणुरोधी दवाओं का असर नहीं होता है और संक्रमण का इलाज करना मुश्किल या असंभव हो जाता है, जिससे रोग फैलने, गंभीर बीमारी और मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है।

रोगाणुरोधी प्रतिरोध (एएमआर) स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा बना हुआ है, जो जीवन रक्षक दवाओं के असर और दुनिया भर में संक्रामक रोगों के प्रबंधन को प्रभावित करता है। इस साल एएमआर पर 79वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) उच्च स्तरीय बैठक और जेद्दा में चौथे वैश्विक उच्च स्तरीय मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में एएमआर पर 2024 राजनीतिक घोषणा की ऐतिहासिक स्वीकृति के बाद विश्व एएमआर जागरूकता सप्ताह मना रहे हैं।

इस अहम घोषणा महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित करती है, साथ ही एएमआर कार्रवाई के लिए स्थायी वित्तपोषण भी स्थापित करती है, जिसमें 2030 तक कम से कम 60 फीसदी देशों द्वारा वित्त पोषित राष्ट्रीय कार्य योजनाओं को लागू करने का लक्ष्य शामिल है।

दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में, एएमआर से निपटने की तत्काल जरूरत है। उच्च जनसंख्या घनत्व, स्वास्थ्य सेवाओं तक सीमित पहुंच और रोगाणुरोधी दवाओं का दुरुपयोग एएमआर के खतरों और प्रभावों को बढ़ाता है।

यह देखते हुए कि विकासशील देश विशेष रूप से अधिक असुरक्षित हैं, दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र ने 79वें यूएनजीए में एएमआर के प्रति समतापूर्ण वैश्विक प्रतिक्रिया को बढ़ावा देने पर एक आयोजन की मेजबानी की, जिसमें पैन अमेरिकन हेल्थ ऑर्गनाइजेशन, यूनाइटेड नेशंस फाउंडेशन, वेलकम ट्रस्ट और थाईलैंड, तिमोर-लेस्ते, पैराग्वे और माल्टा की सरकारें शामिल थीं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि उसने पश्चिमी प्रशांत क्षेत्रीय कार्यालय और जापान सरकार के साथ मिलकर दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र ने 77वें विश्व स्वास्थ्य सभा में एक महत्वपूर्ण बैठक की भी सह-मेजबानी की, जहां एशिया-प्रशांत के इलाकों में मानव स्वास्थ्य में एएमआर पर एक संयुक्त स्थिति पत्र को दक्षिण-पूर्व एशिया और पश्चिमी प्रशांत के स्वास्थ्य नेताओं द्वारा अनुमोदित किया गया।

विश्व एएमआर जागरूकता सप्ताह 2024 मनाया जा रहा है, यह लोगों को शिक्षित करने, मजबूत नीतियों की वकालत करने और एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध (एएमआर) से निपटने के लिए निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध होना है। केवल एकजुट प्रयासों और प्रतिबद्धता के माध्यम से ही आने वाले सालों के लिए एंटीमाइक्रोबियल के असर की रक्षा की जा सकती है।

विश्व एएमआर जागरूकता सप्ताह 2024 की थीम “शिक्षित करें, वकालत करें, अभी कार्रवाई करें” है। यह थीम लोगों, पशुओं, पौधों और पर्यावरणीय स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के बीच एक ऑनलाइन सर्वेक्षण से प्राप्त फीडबैक के आधार पर चुनी गई थी, जिसमें वैश्विक स्तर पर लगभग 200 प्रतिक्रियाएं एकत्र की गई थीं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, दुनिया भर में बैक्टीरियल एएमआर 2019 में दुनिया भर में 12.7 लाख मौतों के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार था।

लोगों, पशुओं और पौधों में रोगाणुरोधी दवाओं का दुरुपयोग और अति प्रयोग दवा प्रतिरोधी रोगाणुओं के बढ़ने का मुख्य कारण है। एएमआर सभी क्षेत्रों और सभी आय स्तरों के देशों को प्रभावित करता है। इसके कारण गरीबी और असमानता और भी बदतर हो जाती है, इसके कारण कम और मध्यम आय वाले देश सबसे अधिक प्रभावित होते हैं।

एएमआर आधुनिक चिकित्सा के कई फायदों को खतरों में डालता है। इससे संक्रमणों का इलाज करना कठिन हो जाता है और अन्य चिकित्सा प्रक्रियाओं और उपचारों - जैसे सर्जरी, सिजेरियन सेक्शन और कैंसर कीमोथेरेपी को बहुत जोखिम भरा बना देता है।

दुनिया एंटीबायोटिक दवाओं और उन तक पहुंच के संकट का सामना कर रही है। बढ़ते प्रतिरोध के कारण अनुसंधान और विकास उतना अधिक नहीं है जितनी इसकी जरूरत है, नए और मौजूदा टीकों, जांच और दवाओं तक समान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त उपायों की तत्काल जरूरत है।

मृत्यु और विकलांगता के अलावा, एएमआर की वजह से भारी खर्चा भी होता है। विश्व बैंक का अनुमान है कि एएमआर के कारण 2050 तक एक ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की स्वास्थ्य सेवा पर अतिरिक्त खर्चा बढ़ सकता है और 2030 तक हर साल एक ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से 3.4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का नुकसान हो सकता है।

लोगों के स्वास्थ्य में एएमआर से निपटने की प्राथमिकताओं में सभी संक्रमणों को रोकना शामिल है, जिसके चलते रोगाणुरोधी दवाओं का अनुचित उपयोग हो सकता है। संक्रमणों के गुणवत्तापूर्ण निदान और उचित उपचार तक सभी की पहुंच सुनिश्चित करना। रणनीतिक सूचना और नवाचार, उदाहरण के लिए एएमआर और रोगाणुरोधी उपभोग या उपयोग की निगरानी, तथा नए टीकों, जांच और दवाओं के लिए शोध और विकास करना शामिल है।

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