सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज से एक अरब से अधिक लोगों को फायदा: डब्ल्यूएचओ रिपोर्ट

दुनिया भर में डब्ल्यूएचओ के द्वारा समर्थित डिजिटल स्वास्थ्य प्रमाणन नेटवर्क ने अब लगभग दो अरब लोगों को डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड रखने में सक्षम बनाया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रगति के बावजूद 2030 तक स्वास्थ्य संबंधी सतत विकास लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए प्रगति अभी भी अधूरी है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रगति के बावजूद 2030 तक स्वास्थ्य संबंधी सतत विकास लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए प्रगति अभी भी अधूरी है।फोटो साभार :आई-स्टॉक
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विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के द्वारा स्वास्थ्य को लेकर परिणाम रिपोर्ट 2024 जारी की गई है, जो दुनिया भर में स्वास्थ्य पर हुई प्रगति को सामने लाती है, यहां तक कि बढ़ती वित्तीय अनिश्चितताओं के समय में भी यह जारी है।

78वीं विश्व स्वास्थ्य सभा से पहले जारी की गई इस रिपोर्ट में, कार्यक्रम बजट 2024-2025 को लागू करने में डब्ल्यूएचओ के प्रदर्शन का मध्यावधि का मूल्यांकन प्रस्तुत किया गया है। जो 13वें सामान्य कार्यक्रम, 2019-2025 की रणनीतिक प्राथमिकताओं की दिशा में प्रगति का एक विवरण प्रदान करती है।

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रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रगति के बावजूद 2030 तक स्वास्थ्य संबंधी सतत विकास लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए प्रगति अभी भी अधूरी है।

रिपोर्ट में 150 से अधिक देशों और क्षेत्रों में डब्ल्यूएचओ के काम पर प्रकाश डाला गया है और 13वें सामान्य कार्य कार्यक्रम को लागू करने पर एक अपडेट दिया गया है, जिसमें अब तक की उपलब्धियों और आगे की चुनौतियों दोनों को दर्शाया गया है।

रिपोर्ट में डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस के हवाले से कहा गया है कि रिपोर्ट से पता चलता है कि कई देश स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रगति कर रहे हैं। अपनी आबादी को स्वस्थ जीवन जीने में मदद कर रहे हैं, उन्हें आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं तक अधिक पहुंच प्रदान कर रहे हैं तथा स्वास्थ्य आपात स्थितियों के खिलाफ सुरक्षित करने का काम कर रहे हैं।

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रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रगति के बावजूद 2030 तक स्वास्थ्य संबंधी सतत विकास लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए प्रगति अभी भी अधूरी है।

दुनिया भर में स्वास्थ्य को लेकर कई चुनौतियों और सीमित संसाधनों की दुनिया में, ये परिणाम दर्शाते हैं कि दुनिया को एक मजबूत और स्थायी रूप से वित्तपोषित होने की जरूरत क्यों है, जो उच्च-गुणवत्ता वाला, भरोसेमंद समर्थन प्रदान करे, जिस पर देश और उनके लोग भरोसा करते हैं।

रिपोर्ट में आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं के कवरेज, स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थितियों से सुरक्षा और स्वस्थ जीवन का आनंद लेने पर अहम प्रगति दिखाई गई है। फिर भी, 2030 तक स्वास्थ्य संबंधी सतत विकास लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए प्रगति अभी भी अधूरी है।

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सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज से लाभान्वित होने वाले एक अरब से अधिक लोग, लगभग 43.1 करोड़ से अधिक लोग, लक्ष्य के आधे के करीब, बिना किसी विनाशकारी स्वास्थ्य व्यय के आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं के साथ कवर किए जाने का अनुमान है।

यह प्रगति मुख्य रूप से स्वास्थ्य सेवा कार्यबल में सुधार, गर्भनिरोधक तक पहुंच में वृद्धि और विस्तारित एचआईवी एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी द्वारा संचालित है। हालांकि लोगों को वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है और टीकाकरण कार्यक्रमों में चुनौतियां बनी हुई हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, एच5एन1 एवियन फ्लू के प्रकोप के सामने, महामारी की तैयारी की निरंतर आवश्यकता है। तीन साल से अधिक की बातचीत के बाद, डब्ल्यूएचओ के सदस्य देशों ने महामारी समझौते को लेकर एक मसौदा तैयार किया है जो आगामी विश्व स्वास्थ्य सभा में विचार के लिए रखा जाएगा।

मसौदा प्रस्ताव में महामारी के खतरों को रोकने और उनका जवाब देने के लिए बढ़ते शोध बुनियादी ढांचे, आपातकालीन वैश्विक स्वास्थ्य कार्यबल और अन्य प्रमुख तंत्रों के उपाय शामिल हैं।

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रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रगति के बावजूद 2030 तक स्वास्थ्य संबंधी सतत विकास लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए प्रगति अभी भी अधूरी है।

2024 में सात देशों ने एक उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग को खत्म करने में विजय हासिल की, जिससे 54 देश ऐसे हो गए हैं जिन्होंने कम से कम एक उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग को खत्म कर दिया है।

डब्ल्यूएचओ ने दवाओं के लिए 481अंतर्राष्ट्रीय बिना स्वामित्व वाले नाम निर्धारित किए और 185 देशों ने चिकित्सा उपकरणों के नामकरण के डेटाबेस तक पहुंच बनाई है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2024 के अंत तक सात करोड़ से अधिक लोगों को मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी और मानसिक स्वास्थ्य की समस्या से पीड़ित कम से कम दस लाख लोगों को उपचार मिलेगा।

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रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रगति के बावजूद 2030 तक स्वास्थ्य संबंधी सतत विकास लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए प्रगति अभी भी अधूरी है।

अफ्रीकी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्रों के सहयोग से, डब्ल्यूएचओ ने 32 देशों में 2,59,000 एमपॉक्स परीक्षण किट वितरित किए। दुनिया भर में 60 लाख एमपॉक्स वैक्सीन खुराकों का वादा किया गया।

डब्ल्यूएचओ ने 89 देशों और क्षेत्रों में 51 वर्गीकृत आपात स्थितियों के लिए प्रतिक्रियाओं को एक साथ जोड़ा। डब्ल्यूएचओ की आपातकालीन चिकित्सा टीमों ने 37,000 से अधिक सर्जरी की और संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण, वाश, आघात देखभाल और मानसिक स्वास्थ्य सहायता का समर्थन किया।

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रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रगति के बावजूद 2030 तक स्वास्थ्य संबंधी सतत विकास लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए प्रगति अभी भी अधूरी है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि डब्ल्यूएचओ ने शरणार्थियों और प्रवासियों की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को हल करने के लिए 160 से अधिक सदस्य देशों में 15,000 से अधिक स्वास्थ्य प्रदाताओं और नीति-निर्माताओं को प्रशिक्षित किया है।

यूनिसेफ और अन्य संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के साथ डब्ल्यूएचओ के सहयोग के चलते 15 देशों में कई सालों के वित्त पोषण कार्यक्रम हुए हैं, जो 93 लाख बच्चों तक पहुंचे हैं और अनुमानित 10 लाख लोगों की जान बचाई है।

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रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रगति के बावजूद 2030 तक स्वास्थ्य संबंधी सतत विकास लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए प्रगति अभी भी अधूरी है।

दुनिया भर में डब्ल्यूएचओ के द्वारा समर्थित डिजिटल स्वास्थ्य प्रमाणन नेटवर्क ने अब लगभग दो अरब लोगों को डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड रखने में सक्षम बनाया है।

डब्ल्यूएचओ पूर्वानुमानित, टिकाऊ और आसान वित्तपोषण सुरक्षित करना निवेश का मुख्य उद्देश्य है, जिसने 71 योगदानकर्ताओं से 1.7 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक की प्रतिज्ञाएं जुटाई हैं, जो डब्ल्यूएचओ की स्वैच्छिक निधि आवश्यकताओं का 53 फीसदी कवर करती हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि फंडिंग का उपयोग प्रभाव डालने के लिए किया जाता है, परिणामों को नियमित रूप से मापा जाता है और सीखे गए सबक के आधार पर भविष्य की जरूरतों की सही पहचान की जाती है।

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