तंबाकू नियंत्रण उपायों से 10 में से सात लोगों को बचाया जा सकता है: डब्ल्यूएचओ

रिपोर्ट के मुताबिक, हर साल लगभग 13 लाख लोग दूसरे लोगों द्वारा किए जा रहे धूम्रपान के धुएं या सेकेंड हैंड तंबाकू स्मोक से मर जाते हैं, ये सभी मौतें पूरी तरह से रोकी जा सकती हैं।
फोटो: आईस्टॉक
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विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, तंबाकू नियंत्रण उपायों से 5.6 अरब लोगों या दुनिया की 71 फीसदी आबादी को घातक तंबाकू से बचाया जा सकता है।

पिछले 15 सालों में जब से दुनिया भर में डब्ल्यूएचओ ने एमपावर तम्बाकू नियंत्रण उपायों को लागू किया है, तब से धूम्रपान की दर में गिरावट आई है। नहीं तो आज दुनिया भर में लगभग 30 करोड़ से अधिक लोग धूम्रपान कर रहे होते।

क्या है एमपावर?

तंबाकू नियंत्रण पर डब्ल्यूएचओ फ्रेमवर्क कन्वेंशन और इसके दिशा निर्देश, देशों को तंबाकू नियंत्रण को लागू करने और प्रबंधित करने के लिए आधार प्रदान करते हैं। इसे हकीकत बनाने में मदद के लिए, डब्ल्यूएचओ ने एमपावर उपाय पेश किए। इन उपायों का उद्देश्य डब्ल्यूएचओ एफसीटीसी में शामिल तंबाकू की मांग को कम करने के लिए प्रभावी कार्यों के देश-स्तरीय कार्यान्वयन में सहायता करना है।

वैश्विक तंबाकू महामारी पर डब्ल्यूएचओ की यह रिपोर्ट लोगों को दूसरों द्वारा किए जाने वाले धूम्रपान के धुएं से बचाने पर आधारित है। जिसमें इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि लगभग 40 फीसदी देशों में अब इमारत के अंदर सार्वजनिक स्थान पूरी तरह से धूम्रपान मुक्त हैं।

रिपोर्ट में तंबाकू नियंत्रण में देश की प्रगति का मूल्यांकन किया गया है, जिससे पता चलता है कि दो और देशों, मॉरीशस और नीदरलैंड ने सभी एमपावर उपायों में सबसे अच्छे स्तर हासिल किए हैं, ऐसी उपलब्धि जो अब तक केवल ब्राजील और तुर्किये ने ही हासिल की है।

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनोम घेब्रेयसस के मुताबिक, ये आंकड़े बताते हैं कि धीरे-धीरे लेकिन निश्चित रूप से, अधिक से अधिक लोगों को डब्ल्यूएचओ की सबसे अच्छी अभ्यास नीतियों द्वारा तंबाकू के नुकसान से बचाया जा रहा है।

उन्होंने कहा, मैं मॉरीशस को अफ्रीका में पहला देश बनने पर और नीदरलैंड को यूरोपीय संघ में डब्ल्यूएचओ तंबाकू नियंत्रण नीतियों को उच्चतम स्तर पर लागू करने वाला पहला देश बनने पर बधाई देता हूं। उन्होंने कहा, डब्ल्यूएचओ सभी देशों को उनके उदाहरण का अनुसरण करने और अपने लोगों को इस घातक संकट से बचाने के लिए समर्थन देने के लिए तैयार है।

धुआं-मुक्त वातावरण लोगों को स्वच्छ हवा में सांस लेने में मदद करता है, जनता को दूसरे लोगों द्वारा किए जा रहे घातक धूम्रपान के धुएं या सेकेंड-हैंड टोबैको स्मोक से बचाता है। लोगों को धूम्रपान छोड़ने के लिए प्रेरित करता है, धूम्रपान को असामान्य बनाता है और युवाओं को कभी भी धूम्रपान शुरू करने या ई-सिगरेट का उपयोग करने से रोकने में मदद करता है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि, तंबाकू नियंत्रण को लेकर किया जा रहा काम एक बड़ा बदलाव ला रहा है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। अधिक देशों को जनमत और विज्ञान द्वारा समर्थित सबसे अच्छी नीतियों को लागू करने में मदद करके, सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार करके लाखों लोगों की जान  बचाई जा सकती है।

रिपोर्ट के मुताबिक, आठ देश तम्बाकू नियंत्रण में शामिल होने से सिर्फ एक एमपावर नीति दूर हैं, वो देश इथियोपिया, ईरान, आयरलैंड, जॉर्डन, मेडागास्कर, मैक्सिको, न्यूजीलैंड और स्पेन हैं।

अभी भी बहुत काम किया जाना बाकी है, 44 देश डब्ल्यूएचओ के किसी भी एमपॉवर उपाय से असुरक्षित हैं और 53 देशों में अभी भी स्वास्थ्य सुविधाओं में धूम्रपान पर पूर्ण प्रतिबंध नहीं है। इस बीच, केवल आधे देशों में ही धूम्रपान-मुक्त निजी कार्यस्थल और रेस्तरां हैं।

डब्ल्यूएचओ के स्वास्थ्य संवर्धन निदेशक डॉ रुएडिगर क्रेच ने रिपोर्ट के हवाले से कहा कि, डब्ल्यूएचओ सभी देशों से तम्बाकू महामारी से लड़ने के लिए सबसे अच्छे तरीके, एमपावर उपायों को लागू करने का आग्रह करता है, जो विश्व स्तर पर 87 लाख लोगों का जीवन लील लेता है, और तंबाकू और निकोटीन उद्योगों के खिलाफ कदम उठाता है, जो इन सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों के खिलाफ पैरवी करते हैं।

हर साल लगभग 13 लाख लोग दूसरे लोगों द्वारा किए जा रहे धूम्रपान के धुएं या सेकेंड हैंड तंबाकू स्मोक से मर जाते हैं। ये सभी मौतें पूरी तरह से रोकी जा सकती हैं। सेकेंड हैंड तंबाकू के धुएं के संपर्क में आने वाले लोगों को हृदय रोग, स्ट्रोक, श्वसन रोग, टाइप 2 मधुमेह और कैंसर से मरने का खतरा होता है।

रिपोर्ट दर्शाती है कि आय के स्तर के बावजूद सभी देश घातक तंबाकू की मांग को कम कर सकते हैं, सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए बड़ी जीत हासिल कर सकते हैं और अर्थव्यवस्थाओं को स्वास्थ्य देखभाल में खर्च होने वाले अरबों डॉलर बचाए जा सकते हैं।

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