राष्ट्रीय कैंसर संस्थान, झज्जर द्वारा तैयार की गई प्राथमिक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2019 में 8,37,997 लोगों की मौत हुई। यानी हर दिन देश के अलग-अलग हिस्सों में 2296 लोगों की कैंसर की वजह से मौत हुई। मतलब हर दो मिनट में तीन लोगों ने कैंसर की वजह से दम तोड़ दिया। साल 2019 में 16 लाख से अधिक लोग कैंसर की गंभीर स्थिति (टर्सरी लेवल) में हैं।
राष्ट्रीय कैंसर संस्थान हर साल देश में कैंसर की स्थिति को लेकर एक रिपोर्ट जारी करता है, लेकिन इस बार लॉकडाउन और अन्य वजहों से यह रिपोर्ट जारी नहीं की गई है। संस्थान से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, अब तक संस्थान के पास देश के विभिन्न अस्पतालों से जो आंकड़े पहुंचे हैं, उसके मुताबिक साल 2018 के मुकाबले 2019 में कैंसर से 4.56 फीसदी अधिक मौतें हुईं। संस्थान अभी राज्यवार आंकड़ों की पड़ताल कर रहा है। इसके बाद पूरी रिपोर्ट जारी की जाएगी, लेकिन एक वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं कि पिछले सालों की तरह इस बार भी उत्तर प्रदेश से कैंसर के सबसे अधिक मामले आए हैं।
राष्ट्रीय कैंसर संस्थान के आंकड़ों के मुताबिक साल 2014 से लेकर 2019 तक के आंकड़ों पर गौर करें तो बीते 6 बरस में 45,10,188 लोगों की कैंसर से मौत हुई है।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के राष्ट्रीय कैंसर रजिस्ट्री कार्यक्रम के मुताबिक, देश में बढ़ती हुई उम्र की आबादी, तंबाकू उत्पादों का उपयोग, अस्वास्थ्यकर आहार के कारण स्तन कैंसर, गर्भाशय कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, मुख कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, लंग कैंसर और ब्लड कैंसर हो रहे है। इनके कारण सबसे अधिक मौतें हो रही है।
वर्ष 2018 में 43,63,083 मरीज चिन्हित हुए थे। 15,86,571 कैंसर के गंभीर रोगी थे। इस वर्ष 8,01,374 कैंसर मरीजों की मौत हुई। यह वो आंकड़े है, जो अस्पतालों में इलाज या सरकारी निगरानी में रहते हुए दम तोड़ दिया।
साल 2017 में देश भर में 15,17,426 कैंसर के गंभीर मरीज थे। इस वर्ष 7,66,348 कैंसर मरीजों की मौत हुई थी।
आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2016 में देश भर में 14,51,417 कैंसर के गंभीर मरीज सामने आए थे। जबकि इस साल 7,32,921 कैंसर मरीजों की मौत हो गई थी। यानी कैंसर के मरीजों की संख्या का 50.49 फीसदी लोगों ने दम तोड़ दिया था। इस साल 39,91,405 लोगों में कैंसर पाया गया था।
अगर राज्यों में कैंसर और उससे होने वाली मौत की बात करें तो उत्तर प्रदेश अव्वल है। यहां कैंसर बढ़ने और इससे होने वाली मौत दोनों राष्ट्रीय औसत से अधिक है। उत्तर प्रदेश में साल 2016 से लेकर अब तक 4.93 फीसदी की दर से कैंसर मरीजों की संख्या बढ़ रही है, जबकि मौत 4.95 फीसदी की दर से बढ़ी है। वर्ष 2016 में 2,45,231 कैंसर के गंभीर मरीज आए थे, जबकि इस वर्ष 1,23,985 लोगों की मौत कैंसर से हुई। इसी तरह वर्ष 2018 में 2,70,053 कैंसर के गंभीर मरीज अस्पतालों तक पहुंचे थे। जबकि इस वर्ष 1,36,579 कैंसर पीडि़तों की मौत हो गई।
कुछ यही स्थिति बिहार, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश की है।