बर्नीहाट-कैथल में प्रदूषण से दमघोंटू हुई हवा, दूसरी तरफ जैसलमेर में 252 अंक सुधरा एक्यूआई

देश में मदिकेरी की हवा सबसे ज्यादा साफ है, जहां एक्यूआई महज 21 दर्ज किया गया है
बर्नीहाट-कैथल में प्रदूषण से दमघोंटू हुई हवा, दूसरी तरफ जैसलमेर में 252 अंक सुधरा एक्यूआई
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देश के बाकी शहरों को पीछे छोड़ बर्नीहाट में प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 256 दर्ज किया गया है। इसी तरह कैथल में भी हवा दमघोंटू बनी हुई है। इन दोनों ही शहरों में प्रदूषण से स्थिति खराब है। वहीं दूसरी तरफ कल देश के सबसे प्रदूषित शहर जैसलमेर की वायु गुणवत्ता में 252 अंकों की भारी गिरावट आई है, जिसके बाद वहां एक्यूआई 51 यानी संतोषजनक हो गया है।

इसी तरह देश में मदिकेरी की हवा सबसे ज्यादा स्वच्छ है, जहां एक्यूआई महज 21 दर्ज किया गया है। यदि मेघालय के बर्नीहाट की बात करें तो वहां वायु गुणवत्ता मदिकेरी से 12 गुणा खराब है।

राजधानी दिल्ली से जुड़े आंकड़ों पर गौर करें तो कल से प्रदूषण में 21 अंकों का उछाल आया है। हालांकि दिल्ली में अभी भी वायु गुणवत्ता का स्तर संतोषजनक बना हुआ है। इसी तरह पड़ोसी शहर फरीदाबाद में भी वायु गुणवत्ता सूचकांक 31 अंकों के उछाल के साथ 102 पर पहुंच गया है, जो दर्शाता है कि फरीदाबाद में वायु गुणवत्ता का स्तर मध्यम बना हुआ है।

फरीदाबाद की तरह ही देश के 21 अन्य शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर 101 से 202 के बीच है। इन शहरों में औरंगाबाद (बिहार), बठिंडा, भागलपुर, ब्रजराजनगर, बूंदी, दौसा, धौलपुर, फरीदाबाद, फतेहाबाद, ग्रेटर नोएडा, इम्फाल, जींद, खुर्जा, किशनगंज, कुंजेमुरा, मुजफ्फरनगर, मुजफ्फरपुर, रायचुर, रूपनगर, समस्तीपुर, तालचेर, विजयपुरा आदि शामिल हैं। हालांकि इन शहरों की संख्या में कल से करीब 16 फीसदी का इजाफा हुआ है।

ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश के 102 शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर बेहतर बना हुआ है। इन शहरों में बक्सर, ब्यासनगर, चामराजनगर, चंद्रपुर, छाल, चिक्कबल्लापुर, चिक्कमगलुरु, कुड्डालोर, कटक, दमोह, दावनगेरे, धुले, डूंगरपुर, एलूर, फिरोजाबाद, गडग, गांधीनगर, गंगटोक, गया, हल्दिया, हसन, हावड़ा, हुबली, इंदौर, जबलपुर, झालावाड़, कल्याण, करनाल, कारवार, कटनी, कोहिमा, कोल्हापुर, कोलकाता, कोल्लम, कोप्पल, कोरबा, लातूर, मदिकेरी, महाड, मंडीदीप, मैंगलोर, मैसूर शामिल हैं।

कल से तुलना करें तो देश में बेहतर वायु गुणवत्ता वाले शहरों की संख्या में करीब एक फीसदी की गिरावट आई है।

वहीं दूसरी तरफ देश में संतोषजनक वायु गुणवत्ता वाले शहरों की संख्या में कल से नौ अंकों का इजाफा दर्ज किया गया है। इसके बाद देश में सन्तोषजनक हवा वाले शहरों की संख्या बढ़कर 109 पर पहुंच गई है।

इनमें भरतपुर, भिवाड़ी, भिवंडी, भिवानी, बीदर, बीकानेर, बिलीपाड़ा, बोईसर, बुलंदशहर, चंडीगढ़, चरखी दादरी, चेन्नई, छपरा, चित्तौड़गढ़, चुरू, देहरादून, दिल्ली, धनबाद, धारूहेड़ा, दुर्गापुर, गाजियाबाद, गुम्मिडीपूंडी, गुरुग्राम, गुवाहाटी, ग्वालियर, हाजीपुर, हनुमानगढ़, हापुड, हावेरी, हिसार, हैदराबाद, जयपुर, जैसलमेर, जालंधर, जलगांव, जालौर, झुंझुनू, जोधपुर, कडप्पा, कलबुर्गी, कानपुर, करौली, काशीपुर, कटिहार, क्योंझर, खन्ना, कोलार, कोटा, कुरूक्षेत्र, लखनऊ आदि शहर शामिल थे।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा 30 जुलाई 2024 को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, देश के 235 में से 102 शहरों में हवा 'बेहतर' (0-50 के बीच) रही। वहीं 109 शहरों में वायु गुणवत्ता 'संतोषजनक' (51-100 के बीच) है, गौरतलब है कि 29 जुलाई 2024 यह आंकड़ा 100 दर्ज किया गया था। 22 शहरों में वायु गुणवत्ता 'मध्यम' (101-200 के बीच) रही।

दूसरे शहरों की तुलना में बर्नीहाट (256) में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है, जहां एक्यूआई 300 के करीब पहुंच गया है। यदि दिल्ली (97) की बात करें तो वहां वायु गुणवत्ता 'संतोषजनक' श्रेणी में बनी हुई है, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स में कल से 21 अंकों की बढ़ोतरी हुई है।

दिल्ली के अलावा फरीदाबाद में इंडेक्स 102, गाजियाबाद में 90, गुरुग्राम में 91, नोएडा में 65, ग्रेटर नोएडा में 134 पर पहुंच गया है। देश के अन्य प्रमुख शहरों से जुड़े आंकड़ों को देखें तो मुंबई में वायु गुणवत्ता सूचकांक 52 दर्ज किया गया, जो प्रदूषण के 'संतोषजनक' स्तर को दर्शाता है। जबकि लखनऊ में यह इंडेक्स 74, चेन्नई में 77, चंडीगढ़ में 60, हैदराबाद में 62, जयपुर में 67 और पटना में 81 दर्ज किया गया।

इन शहरों की हवा रही सबसे साफ

देश के जिन 102 शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 50 या उससे नीचे यानी 'बेहतर' रहा, उनमें अगरतला 50, आगरा 32, अजमेर 50, अकोला 39, अमरावती 40, अंबाला 47, अमरावती 30, अंकलेश्वर 43, अरियालूर 44, आरा 44, औरंगाबाद (महाराष्ट्र) 39, बदलापुर 44, बांसवाड़ा 40, बारां 45, बरेली 22, बाड़मेर 43, बेलापुर 43, बेलगाम 50, भिलाई 41, भीलवाड़ा 47, भोपाल 38, भुवनेश्वर 46, बिहार शरीफ 37, बिलासपुर 41, बक्सर 45, ब्यासनगर 39, चामराजनगर 39, चंद्रपुर 32, छाल 40, चिक्कबल्लापुर 31, चिक्कमगलुरु 35, कुड्डालोर 23, कटक 28, दमोह 41, दावनगेरे 39, धुले 41, डूंगरपुर 38, एलूर 46, फिरोजाबाद 38, गडग 49, गांधीनगर 42, गंगटोक 27, गया 43, हल्दिया 34, हसन 50, हावड़ा 46, हुबली 36, इंदौर 44, जबलपुर 43, झालावाड़ 32, कल्याण 44, करनाल 41, कारवार 27, कटनी 36, कोहिमा 43, कोल्हापुर 49, कोलकाता 47, कोल्लम 47, कोप्पल 34, कोरबा 46, लातूर 44, मदिकेरी 21, महाड 38, मंडीदीप 31, मैंगलोर 45, मैसूर 29, नागपुर 36, नाहरलागुन 39, नांदेड़ 41, नासिक 50, नयागढ़ 24, पिंपरी-चिंचवाड़ 36, प्रतापगढ़ 28, प्रयागराज 44, पुणे 50, रायपुर 35, रायरंगपुर 44, राजमहेंद्रवरम 32, राजगीर 38, राजसमंद 47, रामानगर 29, रामनाथपुरम 26, रतलाम 33, ऋषिकेश 39, सागर 50, सांगली 34, सासाराम 35, सतना 32, शिलांग 37, शिवमोगा 46, सिलीगुड़ी 40, सिरोही 24, सोनीपत 49, सुआकाती 32, टेन्सा 27, ठाणे 42, थूथुकुडी 48, तिरुपुर 33, तुमकुरु 48, वेल्लोर 37, विजयवाड़ा 50, यादगीर 43 शामिल रहे।

वहीं अहमदाबाद, अहमदनगर, अलवर, अमृतसर, अंगुल, आसनसोल, बद्दी, बागलकोट, बागपत, बहादुरगढ़, बालासोर, बल्लभगढ़, बारबिल, बारीपदा, बैरकपुर, बेंगलुरु, भरतपुर, भिवाड़ी, भिवंडी, भिवानी, बीदर, बीकानेर, बिलीपाड़ा, बोईसर, बुलंदशहर, चंडीगढ़, चरखी दादरी, चेन्नई, छपरा, चित्तौड़गढ़, चुरू, देहरादून, दिल्ली, धनबाद, धारूहेड़ा, दुर्गापुर, गाजियाबाद, गुम्मिडीपूंडी, गुरुग्राम, गुवाहाटी, ग्वालियर, हाजीपुर, हनुमानगढ़, हापुड, हावेरी, हिसार, हैदराबाद, जयपुर, जैसलमेर, जालंधर, जलगांव, जालौर, झुंझुनू, जोधपुर, कडप्पा, कलबुर्गी, कानपुर, करौली, काशीपुर, कटिहार, क्योंझर, खन्ना, कोलार, कोटा, कुरूक्षेत्र, लखनऊ, लुधियाना, मालेगांव, मांडीखेरा, मानेसर, मेरठ, मीरा-भयंदर, मुरादाबाद, मुंबई, मुंगेर, नागांव, नागौर, नलबाड़ी, नवी मुंबई, नोएडा, पाली, पलवल, पंचकुला, पानीपत, पटियाला, पटना, पीथमपुर, पुदुचेरी, रोहतक, राउरकेला, सहरसा, सिलचर, सिंगरौली, सिरसा, शिवसागर, सोलापुर, सूरत, तिरुवनंतपुरम, त्रिशूर, तिरुपति, उदयपुर, उडुपी, उल्हासनगर, वापी, वाराणसी, वातवा, विरार, विशाखापत्तनम, वृन्दावन आदि 109 शहरों में वायु गुणवत्ता संतोषजनक रही, जहां सूचकांक 51 से 100 के बीच दर्ज किया गया।

क्या दर्शाता है यह वायु गुणवत्ता सूचकांक, कैसे जा सकता है समझा?

देश में वायु प्रदूषण के स्तर और वायु गुणवत्ता की स्थिति को आप इस सूचकांक से समझ सकते हैं जिसके अनुसार यदि हवा साफ है तो उसे इंडेक्स में 0 से 50 के बीच दर्शाया जाता है। इसके बाद वायु गुणवत्ता के संतोषजनक होने की स्थिति तब होती है जब सूचकांक 51 से 100 के बीच होती है।

इसी तरह 101-200 का मतलब है कि वायु प्रदूषण का स्तर माध्यम श्रेणी का है, जबकि 201 से 300 की बीच की स्थिति वायु गुणवत्ता की खराब स्थिति को दर्शाती है। वहीं यदि सूचकांक 301 से 400 के बीच दर्ज किया जाता है जैसा दिल्ली में अक्सर होता है तो वायु गुणवत्ता को बेहद खराब की श्रेणी में रखा जाता है।

यह वो स्थिति है जब वायु प्रदूषण का यह स्तर स्वास्थ्य को गंभीर और लम्बे समय के लिए नुकसान पहुंचा सकता है। इसके बाद 401 से 500 की केटेगरी आती है जिसमें वायु गुणवत्ता की स्थिति गंभीर बन जाती है। ऐसी स्थिति होने पर वायु गुणवत्ता इतनी खराब हो जाती है कि वो स्वस्थ इंसान को भी नुकसान पहुंचा सकती है, जबकि पहले से ही बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए तो यह जानलेवा हो सकती है।

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