गर्मी के साथ प्रदूषण से हांफती दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद सहित छह शहरों में प्रदूषण से जानलेवा हुए हालात

दिल्ली पर इस समय दोहरी मार पड़ रही है, एक तरफ जहां बढ़ती गर्मी ने लोगों का जीवन मुश्किल बना दिया है, वहीं रही सही कसर प्रदूषण ने पूरी कर दी है
गर्मी के साथ प्रदूषण से हांफती दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद सहित छह शहरों में प्रदूषण से जानलेवा हुए हालात
दिल्ली में गर्मी और प्रदूषण से बिगड़ रहे हालात; फोटो: आईस्टॉक
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दिल्ली पर इस समय दोहरी मार पड़ रही है, एक तरफ बढ़ता पारा लोगों का जीवन दुश्वार किए हुए है। वहीं रही सही कसर प्रदूषण ने पूरी कर दी है। एक ही दिन में 110 अंकों के उछाल के साथ राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बढ़कर 306 पर पहुंच गया है। इसी तरह देश के पांच अन्य शहरों की हवा में घुला जहर लोगों को बेहद बीमार बना देने के लिए काफी है। गौरतलब है कि गाजियाबाद (310), ग्रेटर नोएडा (368), हिसार (320), नोएडा (345) और रोहतक (329) में भी प्रदूषण से हालात जानलेवा बने हुए हैं। देश के सभी शहरों में ग्रेटर नोएडा की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है।

इसी तरह देश के 15 शहरों में प्रदूषण से हालात दमघोंटू हैं। कल से देखें तो देश में खराब हवा वाले इन शहरों की संख्या में 114 फीसदी से ज्यादा का इजाफा हुआ है। बता दें कि देश में बागपत (297), बारीपदा (228), बूंदी (280), फरीदाबाद (226), फतेहाबाद (246), गुरुग्राम (261), जैसलमेर (203), जींद (215), खुर्जा (204), मंडी गोविंदगढ़ (249), मेरठ (238), मुजफ्फरनगर (265), सिरसा (288), सोनीपत (289), श्री गंगानगर (300) में प्रदूषण से स्थिति 'खराब' है। वहीं दूसरी तरफ देश में आइजोल की हवा सबसे ज्यादा साफ है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 23 दर्ज किया गया है। दिल्ली में मौजूद प्रदूषण की तुलना आइजोल से करें तो स्थिति 13 गुणा ज्यादा खराब है।

आंकड़ों पर गौर करें तो देश में 67 शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर बेहतर दर्ज किया गया है। हालांकि कल से तुलना करें तो देश में बेहतर वायु गुणवत्ता वाले शहरों की संख्या में भी करीब 43 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया। बता दें कि देश में बेहतर वायु गुणवत्ता वाले शहरों में बेंगलुरु, भिलाई, भीलवाड़ा, भोपाल, बिलासपुर, चामराजनगर, चंद्रपुर, चिक्काबल्लापुर, कोयंबटूर, कुड्डालोर, दमोह, दावनगेरे, देवास, एलूर, गडग, गुवाहाटी, हावेरी, इंदौर, जबलपुर, जलगांव, कलबुर्गी, कल्याण, कोहिमा, कोलार, मदिकेरी, महाद, मैहर, मीरा-भयंदर, मुंबई, मैसूरु, नागांव आदि शहर शामिल रहे।

वहीं दूसरी तरफ देश में संतोषजनक हवा वाले शहरों की संख्या में कल से 18 फीसदी की गिरावट आई है, इसके बावजूद इन शहरों का आंकड़ा 82 पर बना हुआ है। बता दें कि देश में अजमेर, अलवर, अंबाला, अनंतपुर, अंगुल, अंकलेश्वर, आरा, औरंगाबाद (बिहार), बालासोर, बांसवाड़ा, बैरकपुर, बेलापुर, भरतपुर, भिवंडी, ब्रजराजनगर, बर्नीहाट, चेन्नई, छपरा, चिक्कमगलुरु, चित्तौड़गढ़, धारूहेड़ा, धारवाड़, धौलपुर, डूंगरपुर, फिरोजाबाद, गांधीनगर, गया, गुम्मिडीपोंडी, ग्वालियर, हल्दिया, हावड़ा, हुबली, हैदराबाद, इम्फाल, जालोर, झालावाड़, जोधपुर, कटिहार, कटनी, कोल्हापुर, कोलकाता, कोटा, कुंजेमुरा, लातूर, मालेगांव, मंडीदीप, मंगलौर, मंगुराहा, मोतिहारी, नवी मुंबई, नयागढ़, पाली, पीथमपुर, प्रतापगढ़, प्रयागराज आदि शहरों में स्थिति संतोषजनक बनी हुई है।

दिल्ली की तरह ही फरीदाबाद की वायु गुणवत्ता में 33 अंकों की बढ़ोतरी हुई है, जिसके बाद सूचकांक बढ़कर 226 पर पहुंच गया है। बता दें कि देश में 60 शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर मध्यम बना हुआ है। कल से देखें तो इन शहरों की संख्या में करीब 12 फीसदी का इजाफा हुआ है। इन शहरों में बाड़मेर, बेतिया, भागलपुर, भिवाड़ी, भिवानी, भुवनेश्वर, बीकानेर, बिलीपदा, बुलंदशहर, ब्यासनगर, चंडीगढ़, चरखी दादरी, चूरू, दौसा, देहरादून, धुले, दुर्गापुर, गोरखपुर, हाजीपुर, हापुड़, जयपुर, जालंधर, जलना, झुंझुनू, कैथल, कानपुर, करौली, करनाल, काशीपुर, खन्ना, कुरुक्षेत्र, लखनऊ, लुधियाना, मंडीखेड़ा, मानेसर, मुरादाबाद, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, नागौर, नंदेसरी, पलवल, पंचकुला, पानीपत, पटियाला, पटना, ऋषिकेश, राउरकेला, रूपनगर, सासाराम, सीकर, सिंगरौली, सीवान, विजयपुरा, विशाखापत्तनम, वृंदावन आदि शहर शामिल थे।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा 19 जून 2024 को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, देश के 230 में से 67 शहरों में हवा 'बेहतर' (0-50 के बीच) रही। वहीं 82 शहरों में वायु गुणवत्ता 'संतोषजनक' (51-100 के बीच) है, गौरतलब है कि 18 जून 2024 यह आंकड़ा 100 दर्ज किया गया था।

60 शहरों में वायु गुणवत्ता 'मध्यम' (101-200 के बीच) रही। वहीं 15 शहरों बागपत, बारीपदा, बूंदी, फरीदाबाद, फतेहाबाद, गुरुग्राम, जैसलमेर, जींद, खुर्जा, मंडी गोविंदगढ़, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सिरसा, सोनीपत, श्री गंगानगर में स्थिति दमघोंटू है। दूसरे शहरों की तुलना में ग्रेटर नोएडा (368) में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है, जहां एक्यूआई 300 के पार पहुंच गया है।   

यदि दिल्ली की बात करें तो यहां वायु गुणवत्ता 'बेहद खराब' श्रेणी में है, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 110 अंक बढ़कर 306 पर पहुंच गया। दिल्ली के अलावा फरीदाबाद में इंडेक्स 226, गाजियाबाद में 310, गुरुग्राम में 261, नोएडा में 345, ग्रेटर नोएडा में 368 पर पहुंच गया है। 

देश के अन्य प्रमुख शहरों से जुड़े आंकड़ों को देखें तो मुंबई में वायु गुणवत्ता सूचकांक 46 दर्ज किया गया, जो प्रदूषण के 'बेहतर' स्तर को दर्शाता है। जबकि लखनऊ में यह इंडेक्स 128, चेन्नई में 60, चंडीगढ़ में 152, हैदराबाद में 52, जयपुर में 102 और पटना में 154 दर्ज किया गया।

इन शहरों की हवा रही सबसे साफ 

अगरतला (41) सहित देश के जिन 67 शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 50 या उससे नीचे यानी 'बेहतर' रहा, उनमें आगरा 50, आइजोल 23, अकोला 47, अमरावती 43, अमरावती 36, अरियालुर 35, औरंगाबाद (महाराष्ट्र) 41, बागलकोट 46, बारां 45, बरेली 44, बेलगाम 40, बेंगलुरु 47, भिलाई 41, भीलवाड़ा 49, भोपाल 40, बिलासपुर 39, चामराजनगर 46, चंद्रपुर 31, चिक्काबल्लापुर 31, कोयंबटूर 40, कुड्डालोर 29, दमोह 32, दावनगेरे 28, देवास 46, एलूर 30, गडग 47, गुवाहाटी 47, हावेरी 48, इंदौर 43, जबलपुर 46, जलगांव 49, कलबुर्गी 39, कल्याण 45, कोहिमा 38, कोलार 32, मदिकेरी 27, महाद 34, मैहर 35, मीरा-भयंदर 40, मुंबई 46, मैसूरु 31, नागांव 47, नागपुर 44, नांदेड़ 43, नारनौल 47, नासिक 42, पिंपरी-चिंचवाड़ 33, पुणे 50, पूर्णिया 49, राजसमंद 48, रामनगर 29, रामनाथपुरम 29, सांगली 39, सिलचर 50, सिलीगुड़ी 32, सिरोही 49, शिवसागर 50, ठाणे 41, तिरुवनंतपुरम 42, तिरुपति 46, तिरुपुर 34, तुमडीह 48, वापी 46, वाराणसी 35, विरार 37 और विरुधुनगर 31 शामिल रहे।

वहीं अहमदाबाद, अहमदनगर, अजमेर, अलवर, अंबाला, अनंतपुर, अंगुल, अंकलेश्वर, आरा, औरंगाबाद (बिहार), बालासोर, बांसवाड़ा, बैरकपुर, बेलापुर, भरतपुर, भिवंडी, ब्रजराजनगर, बर्नीहाट, चेन्नई, छपरा, चिक्कमगलुरु, चित्तौड़गढ़, धारूहेड़ा, धारवाड़, धौलपुर, डूंगरपुर, फिरोजाबाद, गांधीनगर, गया, गुम्मिडीपोंडी, ग्वालियर, हल्दिया, हावड़ा, हुबली, हैदराबाद, इम्फाल, जालोर, झालावाड़, जोधपुर, कटिहार, कटनी, कोल्हापुर, कोलकाता, कोटा, कुंजेमुरा, लातूर, मालेगांव, मंडीदीप, मंगलौर, मंगुराहा, मोतिहारी, नवी मुंबई, नयागढ़, पाली, पीथमपुर, प्रतापगढ़, प्रयागराज, पुडुचेरी, रायचूर, रायपुर, रायरंगपुर, राजमहेंद्रवरम, रतलाम, सागर, सहरसा, सतना, सवाई माधोपुर, शिवमोगा, सोलापुर, सुआकाती, तालचेर, टेन्सा, थूथुकुडी, त्रिशूर, टोंक, तुमकुरु, उदयपुर, उडुपी, उज्जैन, उल्हासनगर, वातवा और विजयवाड़ा आदि 82 शहरों में वायु गुणवत्ता संतोषजनक रही, जहां सूचकांक 51 से 100 के बीच दर्ज किया गया। 

क्या दर्शाता है यह वायु गुणवत्ता सूचकांक, कैसे जा सकता है समझा?

देश में वायु प्रदूषण के स्तर और वायु गुणवत्ता की स्थिति को आप इस सूचकांक से समझ सकते हैं जिसके अनुसार यदि हवा साफ है तो उसे इंडेक्स में 0 से 50 के बीच दर्शाया जाता है। इसके बाद वायु गुणवत्ता के संतोषजनक होने की स्थिति तब होती है जब सूचकांक 51 से 100 के बीच होती है। इसी तरह 101-200 का मतलब है कि वायु प्रदूषण का स्तर माध्यम श्रेणी का है, जबकि 201 से 300 की बीच की स्थिति वायु गुणवत्ता की खराब स्थिति को दर्शाती है।

वहीं यदि सूचकांक 301 से 400 के बीच दर्ज किया जाता है जैसा दिल्ली में अक्सर होता है तो वायु गुणवत्ता को बेहद खराब की श्रेणी में रखा जाता है। यह वो स्थिति है जब वायु प्रदूषण का यह स्तर स्वास्थ्य को गंभीर और लम्बे समय के लिए नुकसान पहुंचा सकता है।

इसके बाद 401 से 500 की केटेगरी आती है जिसमें वायु गुणवत्ता की स्थिति गंभीर बन जाती है। ऐसी स्थिति होने पर वायु गुणवत्ता इतनी खराब हो जाती है कि वो स्वस्थ इंसान को भी नुकसान पहुंचा सकती है, जबकि पहले से ही बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए तो यह जानलेवा हो सकती है। 

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