बरेली-कल्याण सहित 89 शहरों में बह रही साफ बयार, 116 में संतोषजनक है वायु गुणवत्ता

आंकड़ों के मुताबिक देश में अजमेर की हवा सबसे ज्यादा खराब है। वहीं नाहरलागुन में प्रदूषण सबसे कम है
दिल्ली में भी कल से प्रदूषण में गिरावट आई है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक छह अंकों की गिरावट के बाद 107 पर पहुंच गया है; फोटो: सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट
दिल्ली में भी कल से प्रदूषण में गिरावट आई है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक छह अंकों की गिरावट के बाद 107 पर पहुंच गया है; फोटो: सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट
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देश में बरेली-कल्याण सहित 89 शहरों में वायु गुणवत्ता बेहतर बनी हुई है। कल से इन शहरों की संख्या में करीब नौ फीसदी का इजाफा हुआ है। आंकड़ों के मुताबिक नाहरलागुन में हवा सबसे साफ है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 18 दर्ज किया गया है।

इसी तरह देश में नासिक, नवी मुंबई, नयागढ़, ऊटी, पलकलाईपेरुर, पंचकुला, पटना, पिंपरी-चिंचवाड़, प्रयागराज, पुदुचेरी, राजसमंद, रामनगर, रामनाथपुरम, रतलाम, रोहतक, सांगली, शिलांग, शिवमोगा, सिलीगुड़ी, सिरोही, शिवसागर, सोलापुर, टेन्सा, ठाणे, तिरुवनंतपुरम, त्रिशूर, टोंक, तुमडीह, वातवा, विजयपुरा, विरुधुनगर, यादगीर आदि शहरों में वायु गुणवत्ता बेहतर बनी हुई है।

कल की तुलना में देखें तो देश में प्रदूषण के स्तर में सुधार आया है, जिसके बाद एक भी शहर में प्रदूषण का स्तर खराब नहीं है। हालांकि अजमेर और नंदेसरी में वायु गुणवत्ता सबसे ज्यादा खराब है, लेकिन वहां भी वायु गुणवत्ता का स्तर 200 तक नहीं पहुंचा है।

यदि अजमेर की वायु गुणवत्ता की तुलना नाहरलागुन से करें तो प्रदूषण 11 गुणा ज्यादा है। इसी तरह देश के छोटे बड़े 30 अन्य शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर मध्यम बना हुआ है। इन शहरों में अंबाला, अमृतसर, बद्दी, बागपत, बल्लभगढ़, चित्तौड़गढ़, दुर्गापुर, फरीदाबाद, फतेहाबाद, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, गुम्मिडीपोंडी, गुरुग्राम, जैसलमेर, जलना, कुरुक्षेत्र, मंडी विंदगढ़, मेरठ, मुजफ्फरनगर, नलबाड़ी, नंदेसरी, रायचुर, रूपनगर, समस्तीपुर, सतना, सिरसा, श्री गंगानगर, तुमकुरु, विशाखापत्तनम आदि शहर शामिल हैं।

कल से देखें तो देश में मध्यम वायु गुणवत्ता वाले शहरों की संख्या में 10.7 फीसदी का इजाफा हुआ है।

राजधानी दिल्ली में भी कल से प्रदूषण में गिरावट आई है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक छह अंकों की गिरावट के बाद 107 पर पहुंच गया है। फरीदाबाद में भी ऐसी ही स्थिति देखी गई, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 33 अंकों के सुधार के साथ घटकर 109 पर पहुंच गया है। बता दें कि इन दोनों ही शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर मध्यम बना हुआ है।

आंकड़ों के मुताबिक देश में 116 शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर सन्तोषजक है। इन शहरों में अंकलेश्वर, आसनसोल, बहादुरगढ़, बालासोर, बांसवाड़ा, बारबिल, बाड़मेर, बैरकपुर, बठिंडा, बेलापुर, बेलगाम, बेंगलुरु, भागलपुर, भिवाड़ी, भिवंडी, भिवानी, भोपाल, भुवनेश्वर, बीकानेर, बिलीपाड़ा, बुलंदशहर, बूंदी, बक्सर, ब्यासनगर, चंडीगढ़, चरखी दादरी, चेन्नई, चूरू, कटक, दौसा, देहरादून, धारूहेड़ा, धारवाड़, डूंगरपुर, एलूर, गांधीनगर, गोरखपुर, गुवाहाटी, ग्वालियर, हाजीपुर, हापुड़ आदि शहर शामिल हैं।

कल से तुलना करें तो देश में संतोषजनक वायु गुणवत्ता वाले शहरों की संख्या में 2.7 फीसदी का इजाफा हुआ है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा 12 जुलाई 2024 को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, देश के 236 में से 89 शहरों में हवा 'बेहतर' (0-50 के बीच) रही। वहीं 116 शहरों में वायु गुणवत्ता 'संतोषजनक' (51-100 के बीच) है, गौरतलब है कि 11 जुलाई 2024 यह आंकड़ा 113 दर्ज किया गया था। 31 शहरों में वायु गुणवत्ता 'मध्यम' (101-200 के बीच) रही।

दूसरे शहरों की तुलना में अजमेर (199) में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है, जहां एक्यूआई 200 के करीब पहुंच गया है। यदि दिल्ली (107) की बात करें तो वहां वायु गुणवत्ता 'मध्यम' श्रेणी में बनी हुई है, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स में कल से 6 अंको की गिरावट आई है।

दिल्ली के अलावा फरीदाबाद में इंडेक्स 109, गाजियाबाद में 108, गुरुग्राम में 103, नोएडा में 94, ग्रेटर नोएडा में 170 पर पहुंच गया है। देश के अन्य प्रमुख शहरों से जुड़े आंकड़ों को देखें तो मुंबई में वायु गुणवत्ता सूचकांक 36 दर्ज किया गया, जो प्रदूषण के 'बेहतर' स्तर को दर्शाता है। जबकि लखनऊ में यह इंडेक्स 61, चेन्नई में 73, चंडीगढ़ में 100, हैदराबाद में 56, जयपुर में 65 और पटना में 49 दर्ज किया गया।

इन शहरों की हवा रही सबसे साफ

देश के जिन 89 शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 50 या उससे नीचे यानी 'बेहतर' रहा, उनमें अगरतला 46, आगरा 32, आइजोल 19, अमरावती 37, अरियालुर 36, औरंगाबाद (महाराष्ट्र) 37, बदलापुर 43, बागलकोट 46, बारां 50, बरेली 23, बारीपाड़ा 50, बेतिया 43, भरतपुर 36, भिलाई 36, भीलवाड़ा 50, बीदर 50, बिलासपुर 40, बोईसर 39, ब्रजराजनगर 39, चामराजनगर 45, चंद्रपुर 43, छाल 39, छपरा 44, चिक्कबल्लापुर 34, चिक्कमगलुरु 38, कुड्डालोर 43, दावनगेरे 23, देवास 47, धुले 38, फिरोजाबाद 38, गडग 48, गंगटोक 23, हल्दिया 46, हावेरी 46, इंदौर 39, जबलपुर 41, कलबुर्गी 42, कल्याण 35, कानपुर 44, कारवार 21, कटिहार 35, कटनी 42, कोल्हापुर 44, कोप्पल 50, लातूर 39, महाद 40, मंडीदीप 40, मंडीखेड़ा 34, मैंगलोर 35, मिलुपारा 46, मीरा-भयंदर 33, मुंबई 36, मुंगेर 42, मैसूर 43, नागांव 33, नाहरलागुन 18, नारनौल 46, नासिक 38, नवी मुंबई 42, नयागढ़ 46, ऊटी 36, पलकलाईपेरुर 30, पंचकुला 46, पटना 49, पिंपरी-चिंचवाड़ 30, प्रयागराज 36, पुदुचेरी 48, राजसमंद 38, रामनगर 29, रामनाथपुरम 36, रतलाम 47, रोहतक 49, सांगली 34, शिलांग 36, शिवमोगा 49, सिलीगुड़ी 36, सिरोही 41, शिवसागर 50, सोलापुर 44, टेन्सा 45, ठाणे 34, तिरुवनंतपुरम 38, त्रिशूर 46, टोंक 45, तुमडीह 46, वातवा 32, विजयपुरा 42, विरुधुनगर 44, यादगीर 33 शामिल रहे।

वहीं अहमदाबाद, अहमदनगर, अकोला, अलवर, अमरावती, अनंतपुर, अंगुल, अंकलेश्वर, आसनसोल, बहादुरगढ़, बालासोर, बांसवाड़ा, बारबिल, बाड़मेर, बैरकपुर, बठिंडा, बेलापुर, बेलगाम, बेंगलुरु, भागलपुर, भिवाड़ी, भिवंडी, भिवानी, भोपाल, भुवनेश्वर, बीकानेर, बिलीपाड़ा, बुलंदशहर, बूंदी, बक्सर, ब्यासनगर, चंडीगढ़, चरखी दादरी, चेन्नई, चूरू, कटक, दौसा, देहरादून, धारूहेड़ा, धारवाड़, डूंगरपुर, एलूर, गांधीनगर, गोरखपुर, गुवाहाटी, ग्वालियर, हाजीपुर, हापुड़, हिसार, हावड़ा, हुबली, हैदराबाद, इम्फाल, जयपुर, जलगांव, जालोर, झालावाड़, झुंझुनू, जींद, जोधपुर, कडपा, कैथल, कन्नूर, करौली, करनाल, काशीपुर, क्योंझर, खन्ना, खुर्जा, कोहिमा, कोलार, कोलकाता, कोल्लम, कोरबा, कोटा, लखनऊ, लुधियाना, मालेगांव, मुरादाबाद, मुजफ्फरपुर, नागौर, नागपुर, नोएडा, पाली, पलवल, पानीपत, पटियाला, पीथमपुर, प्रतापगढ़, पुणे, रायपुर, रायरंगपुर, राजमहेंद्रवरम, ऋषिकेश, राउरकेला, सागर, सहरसा, सवाई माधोपुर, सीकर, सिलचर, सिंगरौली, सीवान, सोनीपत, सुआकाती, सूरत, तालचेर, थूथुकुडी, तिरुपति, उदयपुर, उज्जैन, उल्हासनगर, वाराणसी, विजयवाड़ा, विरार, वृंदावन और यमुना नगर आदि 116 शहरों में वायु गुणवत्ता संतोषजनक रही, जहां सूचकांक 51 से 100 के बीच दर्ज किया गया।

क्या दर्शाता है यह वायु गुणवत्ता सूचकांक, कैसे जा सकता है समझा?

देश में वायु प्रदूषण के स्तर और वायु गुणवत्ता की स्थिति को आप इस सूचकांक से समझ सकते हैं जिसके अनुसार यदि हवा साफ है तो उसे इंडेक्स में 0 से 50 के बीच दर्शाया जाता है। इसके बाद वायु गुणवत्ता के संतोषजनक होने की स्थिति तब होती है जब सूचकांक 51 से 100 के बीच होती है।

इसी तरह 101-200 का मतलब है कि वायु प्रदूषण का स्तर माध्यम श्रेणी का है, जबकि 201 से 300 की बीच की स्थिति वायु गुणवत्ता की खराब स्थिति को दर्शाती है। वहीं यदि सूचकांक 301 से 400 के बीच दर्ज किया जाता है जैसा दिल्ली में अक्सर होता है तो वायु गुणवत्ता को बेहद खराब की श्रेणी में रखा जाता है।

यह वो स्थिति है जब वायु प्रदूषण का यह स्तर स्वास्थ्य को गंभीर और लम्बे समय के लिए नुकसान पहुंचा सकता है। इसके बाद 401 से 500 की केटेगरी आती है जिसमें वायु गुणवत्ता की स्थिति गंभीर बन जाती है। ऐसी स्थिति होने पर वायु गुणवत्ता इतनी खराब हो जाती है कि वो स्वस्थ इंसान को भी नुकसान पहुंचा सकती है, जबकि पहले से ही बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए तो यह जानलेवा हो सकती है।

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