मध्यप्रदेश के अलग-अलग जिलों से आए किसान और आदिवासी गुरुवार को नीलम पार्क में इकट्ठा होकर एक दिवसीय धरने पर बैठे। यह धरना राज्य शासन द्वारा अधिग्रहित जमीन वापस मांगने के लिए किया गया था। किसानों का मानना है कि कई जिलों में पूर्व की भाजपा सरकार ने किसानों की जमीन विभिन्न प्रोजेक्ट के लिए किसानों की जमीन अधिग्रहित की थी। काफी समय बीत जाने के बाद भी उन जमीनों का उपयोग सरकार ने नहीं किया।