दक्षिण पूर्व एशिया के जंगली केले में छिपी हुई है बीमारियों से लड़ने की अनोखी आनुवंशिक विविधता

जंगली केले के रिश्तेदारों में पाई जाने वाली आनुवंशिक विविधता में बीमारियों और पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने के लिए एक प्राकृतिक समाधान पाया गया है
जंगली केले मूसा बाल्बिसियाना की रूपात्मक विविधता
जंगली केले मूसा बाल्बिसियाना की रूपात्मक विविधता फोटो साभार : प्लोस वन पत्रिका
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केले दुनिया की सबसे अहम मुख्य फसलों में से एक हैं, जो लाखों लोगों को आवश्यक पोषक तत्व और कैलोरी प्रदान करते हैं। हालांकि खेती की जाने वाली किस्मों पर बीमारियों और कीटों का सबसे ज्यादा असर पड़ता है, जो केले के बागानों को तबाह कर सकती हैं और खाद्य सुरक्षा को खतरे में डाल सकती हैं।

इससे निपटने के लिए शोधकर्ताओं ने दक्षिण पूर्व एशिया में जंगली केले की प्रजातियों के बीच छिपी आनुवंशिक विविधता की खोज की है। यह खोज दुनिया भर में केले की खेती के भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए इन आनुवंशिक संसाधनों के संरक्षण के महत्व को सामने लाती है।

अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिकों की एक टीम द्वारा किए गए इस अध्ययन में चीन के युन्नान प्रांत, वियतनाम और लाओस सहित कई देशों में क्षेत्र में जाकर जांच-पड़ताल की गई। शोधकर्ताओं ने जंगली केले की इन प्रजातियों के 208 नमूने एकत्र किए, जिनके भीतर पहले से अज्ञात विविधता की पहचान की गई, जिनमें से कई में अनोखे गुण पाए गए जो केले की फसल को बेहतर बनाने के उद्देश्य से प्रजनन कार्यक्रमों के लिए काफी अहम हो सकते हैं।

शोधकर्ताओं ने शोध के हवाले से बताया कि जंगली केले की मूसा बाल्बिसियाना या एम. बाल्बिसियाना प्रजाति, जो पूरे सर्वेक्षण क्षेत्र में प्रचुर मात्रा में पाई गई, इसके सबसे अधिक 106 नमूने एकत्र किए गए। इस प्रजाति की अत्यधिक विशिष्ट विशेषताओं ने क्षेत्र में इसकी पहचान को आसान बना दिया है।

केले की मूसा इटिनेरन्स या एम. इटिनेरन्स की जंगली प्रजाति अक्सर जंगली इलाकों, सड़कों के किनारे और जंगलों में पाई जाती थी। इनके उत्तरी वियतनाम में कुल 35 पौधे, लाओस में 11 और युन्नान में 10 पौधे से नमूने लिए गए।

वैज्ञानिकों ने शोध में कहा कि मूसा एक्यूमिनाटा नामक जंगली केले की एकत्रित नमूनों में से 22 नमूनों को उनकी विशेषताओं के आधार पर उन्हें एम. एक्यूमिनाटा के अंतर्गत रखा गया।

जंगली प्रजाति मूसा युन्नानेंसिस या एम. युन्नानेंसिस आम तौर पर जंगली पौधे के रूप में पाई जाती थी, जो सड़कों के किनारे बहुतायत में उगती है और कभी-कभी पशुओं के चारे के उपयोग के लिए उगाई जाती है। शोधकर्ताओं ने चीन के युन्नान प्रांत में इसके 22 नमूने और चीनी सीमा के पास उत्तरी लाओस में तीन नमूने एकत्र किए।

शोधकर्ताओं ने शोध में कहा कि इन सभी जंगली केले के रिश्तेदारों में पाई जाने वाली आनुवंशिक विविधता चुनौतियों से निपटने का एक समाधान है, क्योंकि इसमें विभिन्न बीमारियों और अन्य पर्यावरणीय तनावों से निपने के लिए एक प्राकृतिक तरीका होता है।

अनोखी आनुवंशिक विविधता को देखते हुए, अध्ययनकर्ता ने अध्ययन के हवाले से कहा कि इन जंगली केले की प्रजातियों का तत्काल संरक्षण किया जाना चहिए। उन्होंने कहा, अध्ययन के निष्कर्ष इन आनुवंशिक संसाधनों की रक्षा के लिए तुरंत कार्रवाई की मांग करते हैं। यदि ये जंगली रिश्तेदार विलुप्त हो गए तो एक अनोखी आनुवंशिक विविधता भी इनके साथ गायब हो जाएगी जो दुनिया भर में केले की फसलों को मजबूती और स्थिरता प्रदान करने के लिए अहम है।

प्लोस वन नामक पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन जैव विविधता संरक्षण के महत्व के लिए अहम है। क्योंकि मानवजनित गतिविधियों का लगातार प्राकृतिक आवासों पर अतिक्रमण बढ़ रहा हैं, इसलिए खेती और खाद्य सुरक्षा के भविष्य के लिए आनुवंशिक संसाधनों का संरक्षण बहुत जरूरी हो जाता है।

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