उत्तर-पश्चिम में शुष्क रहेगा मौसम, दक्षिण में बरसेंगे बादल, जानें अन्य हिस्सों के हाल

आज, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन हिस्सों में 70 मिमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
उत्तराखंड के कुछ पर्वतीय जिलों में ऊंची-ऊंची चोटियों पर बर्फबारी देखी जा सकती है, जिसके कारण निचले इलाकों में ठिठुरन बढ़ गई है।
उत्तराखंड के कुछ पर्वतीय जिलों में ऊंची-ऊंची चोटियों पर बर्फबारी देखी जा सकती है, जिसके कारण निचले इलाकों में ठिठुरन बढ़ गई है।
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मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान में कहा गया है कि उत्तर-पश्चिम, पूर्व, मध्य और पूर्वोत्तर भारत में इस हफ्ते मौसम शुष्क बना रहेगा, यानी यहां भारी बारिश होने के कोई आसार नहीं हैं। उत्तर के कुछ हिस्सों में ठंड ने दस्तक दे दी है, यहां सुबह के समय सर्दी का अहसास होने लगा है। जबकि पश्चिम राजस्थान समेत उत्तर भारत के कुछ मैदानी हिस्सों में तापमान 39 डिग्री सेल्सियस से अधिक रिकॉर्ड किया जा रहा है।

देश की राजधानी दिल्ली तथा एनसीआर के इलाकों में सुबह और रात के समय हल्की ठंड पड़ने लगी है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि इस पूरे हफ्ते दिल्ली में आसमान साफ रहेगा। इस दौरान हल्के बादल देखे जा सकते हैं, जिससे धूप-छांव का सिलसिला जारी रहेगा। इस पूरे हफ्ते दिल्ली का अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता और न्यूनतम के तापमान के 19 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का पूर्वानुमान है।

उत्तराखंड में मौसम के मिजाज की बात करें तो पिछले कुछ दिनों से राजधानी देहरादून समेत लगभग सभी जिलों में मौसम शुष्क बना हुआ है। वहीं कुछ पर्वतीय जिलों में ऊंची-ऊंची चोटियों पर बर्फबारी देखी जा सकती है, जिसके कारण निचले इलाकों में ठिठुरन बढ़ गई है। देहरादून में सुबह और शाम को ठंड का अहसास होने लगा है। दिन में तापमान में जरा सी बढ़ोतरी भी देखने को मिल रही है। मौसम विभाग की मानें तो आज, यानी 18 अक्टूबर को प्रदेश के सभी जिलों में मौसम के शुष्क बने रहने का अनुमान है।

मौसम विभाग के मुताबिक, इस सप्ताह के दौरान दक्षिण भारत के केरल और माहे, लक्षद्वीप, कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बारिश तथा वज्रपात होने के आसार हैं। इसी दौरान तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा रायलसीमा में भी बिजली गिरने तथा गरज के साथ बादलों के बरसने का पूर्वानुमान है।

आज तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।

वहीं आज, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन हिस्सों में सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।

पश्चिम भारत को लेकर मौसम विभाग का ताजा अपडेट देखें तो अगले पांच दिनों के दौरान कोंकण और गोवा तथा मध्य महाराष्ट्र के अधिकतर हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश और वज्रपात होने की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने कहा है कि इसी दौरान मराठवाड़ा, गुजरात के कुछ हिस्सों में बिजली चमक सकती है तथा हल्की बारिश हो सकती है।

डिप्रेशन चक्रवाती गतिविधि पर विराम लगने के बादल समुद्री इलाकों में हलचल कुछ कम हो गई है। हालांकि आज, केरल, कर्नाटक, गोवा, दक्षिण महाराष्ट्र के तटों और लक्षद्वीप क्षेत्र में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं में और इजाफा होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है। तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की सलाह दी है।

तापमान में उतार चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी मौसम विभाग का अपडेट देखें तो कल, पश्चिम राजस्थान के पोखरण में अधिकतम तापमान 39.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में दिल्ली के रिज में न्यूनतम तापमान 16.4 डिग्री सेल्सियस रहा।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 17 अक्टूबर को कोंकण और गोवा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे तथा कर्नाटक के अधिकांश इलाकों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, लक्षद्वीप, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा तेलंगाना के कई हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

वहीं कल, अरुणाचल प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, मध्य महाराष्ट्र, सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ हिस्सों, उत्तराखंड, पंजाब, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, मराठवाड़ा, मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

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