फिर लौटी सर्दी, इन हिस्सों में बारिश-बर्फबारी, छिंदवाड़ा में गिरे ओले, जानें अन्य हिस्सों के हाल

मौसम विभाग ने एक और दो मार्च को पश्चिमी हिमालयी इलाकों के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश तथा बर्फबारी की आशंका जताई है, यहां 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
फिर लौटी सर्दी, इन हिस्सों में बारिश-बर्फबारी, छिंदवाड़ा में गिरे ओले, जानें अन्य हिस्सों के हाल
Published on

मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पछुआ हवाओं में एक ट्रफ के रूप में लगातार जारी है। इसके कारण आज, यानी 27 फरवरी को पश्चिमी हिमालयी इलाकों और इनसे सटे मैदानी इलाकों में हल्की बारिश तथा ऊंचाई वाले हिस्सों में बर्फबारी होने की संभावना जताई गई है। उत्तर के इन हिस्सों में 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।

मौसम विभाग के मौसम संबंधी पूर्वानुमान देखें तो 29 फरवरी से एक और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने का अनुमान है। इसकी वजह से एक से चार मार्च तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और इसके आसपास के मैदानी इलाकों का मौसम बदल सकता है।

मौसम विभाग की मानें तो एक और दो मार्च को मौसम संबंधी चरम गतिविधि, यानी भारी बारिश और बर्फबारी होने की आशंका जताई गई है। यहां 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बारिश होने का पूर्वानुमान है।

वहीं, अरब सागर से उत्तर-पश्चिम भारत में भारी नमी की आपूर्ति भी हो रही है जिसके कारण एक और दो मार्च के दौरान पश्चिमी हिमालयी इलाकों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बिजली गिरने के आसार जताए गए हैं

पश्चिमी विक्षोभ और नमी दोनों के संगम से एक से तीन मार्च के दौरान पश्चिमी हिमालयी इलाकों में बिजली गिरने तथा गरज के हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।

जबकि एक और दो मार्च को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के कुछ हिस्सों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा वज्रपात की आशंका जताई गई है। वहीं, इसकी दौरान उत्तर प्रदेश, राजस्थान के कुछ हिस्सों में भी बादलों के बरसने का अनुमान लगाया गया है।

मौसम विभाग ने एक और दो मार्च को पश्चिमी हिमालयी इलाकों के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश तथा बर्फबारी की आशंका जताई है, यहां 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।

आज, 27 फरवरी को दक्षिण मध्य प्रदेश, दक्षिणी छत्तीसगढ़, ओडिशा, विदर्भ, झारखंड और पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के कुछ हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने तथा वज्रपात के आसार हैं।

वहीं मौसम संबंधी उपरोक्त गतिविधि के हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, विदर्भ, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों में भी जारी रहने की आशंका जताई गई है।

पूर्वोत्तर भारत में मौसम में बदलाव की बात करें तो, एक चक्रवाती प्रसार पूर्वी असम और इससे सटे इलाकों के निचले स्तरों पर बना हुआ है। इसके चलते अगले छह से सात दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश तथा बर्फबारी की संभावना है। अरुणाचल प्रदेश में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश होने का अनुमान है।

वहीं, 28 फरवरी को असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी बादलों के बरसने का पूर्वानुमान लगाया गया है, इन राज्यों में भी 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।

कहां होगी ओलावृष्टि?
आज, 27 फरवरी को दक्षिण मध्य प्रदेश और दक्षिण छत्तीसगढ़ के अलग-अलग हिस्सों में ओले पड़ने की आशंका जताई गई है। वहीं कल, पूर्वी मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा के अलग-अलग हिस्सों में ओलावृष्टि दर्ज की गई।

तापमान में उतार चढ़ाव
आज सुबह से देश की राजधानी तथा एनसीआर में सर्द हवाएं चल रहीं हैं, जिसके कारण एक बार फिर से ठंड बढ़ गई है। वहीं, देश के अलग-अलग हिस्सों में तापमान में उतार चढ़ाव का पूर्वानुमान देखें तो अगले दो दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का पूर्वानुमान लगाया गया है, हालांकि, उसके बाद कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है।

वहीं, अगले पांच दिनों के दौरान देश के बाकी हिस्सों में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है।

मौसम विभाग की मानें तो अगले पांच दिनों के दौरान रायलसीमा और केरल में गर्म और नमी से भरा मौसम के बने रहने की आशंका जताई गई है।

समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
आज, कोमोरिन क्षेत्र और आसपास के मन्नार की खाड़ी और उत्तरी गुजरात तट के साथ-साथ पूर्वोत्तर अरब सागर में 45 से 55 किमी प्रति घंटे से लेकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाओं के चलने के आसार हैं।

मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 26 फरवरी को 8:30 से 5:30 के दौरान पश्चिम मध्य प्रदेश और तमिलनाडु के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

Related Stories

No stories found.
Down to Earth- Hindi
hindi.downtoearth.org.in