मौसम विभाग के अनुसार, आज उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में कड़ाके की ठंड पड़ने की आशंका जताई गई है। वहीं, उत्तराखंड में बारिश हो सकती है जिसके कारण सर्दी के प्रकोप से राहत मिल सकती है। जबकि, बिहार के अलग-अलग हिस्सों में अभी सर्दी के प्रकोप से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। कल, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में लोगों को भारी ठंड का कहर झेलना पड़ा। वहीं, पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, उत्तराखंड और बिहार के मैदानी इलाकों के अलग-अलग हिस्सों में भी दिन काफी ठंडा रहा।
मौसम विभाग की मानें तो आज, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को भीषण शीतलहर का सामना करना पड़ सकता है। वहीं कल भी इन हिस्सों में भारी शीतलहर का प्रकोप रहा।
तापमान में उतार चढ़ाव
देश के अलग-अलग हिस्सों में मौसम विभाग के तापमान संबंधी पूर्वानुमान देखें तो कल, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब और मध्य प्रदेश के मैदानी इलाकों के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान छह से नौ डिग्री सेल्सियस के बीच रहा, जबकि, राजस्थान के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान आठ से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
वहीं कल, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन से छह डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। जबकि, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और उत्तरी छत्तीसगढ़ में न्यूनतम तापमान एक से तीन डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार से पांच दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है।
वहीं, अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है, उसके बाद अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान के तीन से पांच डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि होने का अनुमान लगाया गया है।
पश्चिम भारत के बात करें तो अगले 24 घंटों के दौरान इसके कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है, जबकि, उसके बाद के अगले तीन दिनों तक दो से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है।
कल, देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में न्यूनतम तापमान 5.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, कारवार (तटीय कर्नाटक) और कन्नूर (केरल) में अधिकतम तापमान 35.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां होगी बारिश-बर्फबारी?
मौसम विभाग ने बताया है कि पहला 30 जनवरी और दूसरा तीन फरवरी, 2024 से दो पश्चिमी विक्षोभों के फिर से सक्रिय होने का पूर्वानुमान है। इनकी वजह से उत्तर पश्चिम भारत के मौसम में बदलाव हो सकता है।
पश्चिमी विक्षोभों के चलते 29 जनवरी से चार फरवरी यानी अगले सात दिनों के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद तथा हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम तथा कुछ हिस्सों में भारी बारिश तथा ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने का अनुमान है। उत्तर के इन हिस्सों में कुल बारिश की बात करें तो यहां, 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
वहीं, 30 और 31 जनवरी को कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों में भी भारी बारिश और बर्फबारी होने की बात कही गई है। जबकि 31 जनवरी को हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बर्फबारी होने का अनुमान लगाया गया है।
31 जनवरी से दो फरवरी, 2024 के दौरान उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश तथा ऊंचे स्थानों पर बर्फबारी हो सकती है, यानी यहां 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश होने का पूर्वानुमान है। जबकि पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की बारिश होने की संभावना है। इन राज्यों में 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
कहा छाएगा कोहरा?
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के अलग-अलग इलाकों में अगले कुछ दिनों तक घने से बहुत घना कोहरा छाने के आसार हैं। जबकि, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में घना कोहरा छा सकता है।
वहीं कल, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में लोगों को घने से बहुत घने कोहरे का सामना करना पड़ा। जबकि, बिहार के अलग-अलग इलाकों, पंजाब, दिल्ली, मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में मध्यम कोहरा देखा गया, वहीं राजस्थान, ओडिशा और आंध्र प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हल्का कोहरा छाया रहा।
कोहरे की वजह से कल देश के कई हिस्सों में दृश्यता में कमी दर्ज की गई। कल, पंजाब के पटियाला में दृश्यता 200 मीटर, अमृतसर में दृश्यता 500 मीटर, दिल्ली के पालम में दृश्यता 200 मीटर, सफदरजंग में दृश्यता 500 मीटर, राजस्थान के गंगानगर और जयपुर प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर, उत्तर प्रदेश के बरेली, बहराइच, गोरखपुर प्रत्येक जगह दृश्यता 25 मीटर, वाराणसी, लखनऊ और सुल्तानपुर प्रत्येक जगह दृश्यता 50 मीटर रही।
वहीं कल, बिहार के पूर्णिया में दृश्यता 25 मीटर, पटना में दृश्यता 200 मीटर, गया, भागलपुर प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर, मध्य प्रदेश के ग्वालियर में दृश्यता 200 मीटर, ओडिशा के झारसुगुड़ा, पुरी प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में दृश्यता 500 मीटर दर्ज की गई।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 28 जनवरी को 8:30 से 5:30 के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश
कल, 28 जनवरी को 8:30 से 5:30 के दौरान जम्मू और कश्मीर के गुलमर्ग और कुपवाड़ा प्रत्येक जगह 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।