

उत्तर भारत में शीतलहर और कोहरे का प्रकोप बढ़ा, कई राज्यों में तापमान में भारी गिरावट दर्ज।
उत्तराखंड, कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल में बर्फबारी और पाला जमने से पहाड़ी इलाकों में फिसलन बढ़ी।
दिल्ली में सीजन का सबसे ठंडा दिन, न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस और वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में।
दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में कम दबाव सक्रिय, तमिलनाडु व पुडुचेरी में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट।
असम, मेघालय और पूर्वोत्तर राज्यों में सुबह के समय घना कोहरा, दृश्यता 200 से 500 मीटर तक घटी।
देश भर में मौसम तेजी से बदल रहा है। कहीं शीतलहर का असर बढ़ रहा है, तो कहीं बारिश और बर्फबारी मौसम को और कठिन बना रही है। उत्तर भारत से लेकर दक्षिण के तटीय इलाकों तक, हर क्षेत्र में मौसम की अलग-अलग चुनौतियां दिखाई दे रही हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के द्वारा आज सुबह, यानी 17 नवंबर, 2025 को जारी पूर्वानुमान के मुताबिक, अगले कुछ दिनों तक कई राज्यों में तापमान में खास बदलाव नहीं होगा, जबकि कुछ इलाकों में ठंड का प्रकोप और अधिक बढ़ने की आशंका है।
उत्तर-पश्चिम, मध्य भारत में बढ़ती ठंड और शीतलहर का प्रकोप
मौसम विभाग ने बताया है कि उत्तर-पश्चिम भारत, मध्य भारत, पूर्वी भारत तथा उत्तर प्रायद्वीपीय भारत के मैदानी इलाकों में अगले तीन दिनों तक न्यूनतम तापमान में कोई बड़ी गिरावट होने का पूर्वानुमान है। हालांकि इसके बाद तापमान में हल्की बढ़ोतरी की आशंका जताई गई है। इसके बावजूद मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में शीतलहर और कड़कड़ाती ठंड का असर बना हुआ है।
मध्य प्रदेश में आज, 17 नवंबर को कई जगहों पर शीतलहर से लेकर गंभीर शीतलहर चलने की आशंका जताई गई है। 18 और 19 नवंबर को भी कुछ हिस्सों में ठंड का असर जारी रहेगा। राजस्थान के पश्चिमी और पूर्वी दोनों हिस्सों में 17 से 19 नवंबर तक शीतलहर के हालात बन सकते हैं।
विदर्भ और मध्यम महाराष्ट्र में 17 और 18 नवंबर को ठंड और बढ़ेगी, जबकि छत्तीसगढ़ में 17 से 19 नवंबर तक ठंडी हवाएं चलने का अनुमान है। झारखंड में 17 नवंबर को शीतलहर का असर दिख सकता है।
उत्तरी पहाड़ों पर बर्फबारी और पाले की दस्तक
उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में ठंड पहले ही दस्तक दे चुकी है। उत्तराखंड में मौसम विभाग ने 17 नवंबर से एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने का पूर्वानुमान लगाया है, जिसके चलते ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की चेतावनी जारी की गई है। हालांकि 19 नवंबर तक राज्य भर में मौसम के शुष्क बने रहने का अनुमान जताया गया। बीते कई दिनों से सूखे मौसम के कारण सुबह और रात में ठंड में काफी इजाफा हुआ है। ऊंचे इलाकों में हल्की व मध्यम बर्फबारी की संभावना भी बनी हुई है।
पहाड़ी इलाकों में रात के समय पाला जमना शुरू हो गया है, जिससे सड़कों पर फिसलन बढ़ने लगी है। यह खासतौर पर रात और सुबह के समय यात्रा करने वालों के लिए खतरा पैदा कर सकता है।
जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश के कई ऊंचे इलाकों में तापमान शून्य से नीचे पहुंच चुका है। कश्मीर घाटी और लाहौल-स्पीति में लगातार गिरते तापमान के साथ ही बर्फबारी ने ठंड को और कड़ा कर दिया है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता का प्रभाव अब मैदानी इलाकों तक पहुंच रहा है, जिसकी वजह से उत्तर भारत के कई इलाकों में तापमान में तेज गिरावट दर्ज की जा रही है।
दिल्ली में बढ़ती सर्दी और जहरीली हवा
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली भी शीतलहर और प्रदूषण की दोहरी मार झेल रही है। 16 नवंबर को दिल्ली का न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जो इस सीजन का सबसे ठंडा दिन था। यह पिछले तीन सालों में नवंबर का सबसे ठंडा दिन भी दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार, आज तड़के दिल्ली में हल्का कोहरा छाया रहा। दिन में धूप निकलने से मौसम के साफ रहने की संभावना है। अधिकतम तापमान के 25 डिग्री और न्यूनतम तापमान के नौ डिग्री रहने का अनुमान है। ग्रामीण इलाकों में ठंड का असर और अधिक महसूस किया जा सकता है। ऐसे में बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
सर्दी के साथ-साथ दिल्ली की हवा भी लगातार खराब बनी हुई है। आज सुबह औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 359 रिकॉर्ड किया गया, जो “बहुत खराब” श्रेणी में आता है। इससे सांस संबंधी समस्याएं बढ़ने का खतरा रहता है।
पूर्वोत्तर भारत में कोहरा
पूर्वोत्तर राज्यों में भी मौसम का असर दिखने लगा है। असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कई इलाकों में सुबह के समय हल्के से मध्यम कोहरा देखा गया। इससे दृश्यता 200 से 500 मीटर तक रिकॉर्ड की गई, जो स्थानीय यातायात को प्रभावित कर सकती है।
दक्षिण भारत में बारिश और समुद्री तूफानी गतिविधियां
दक्षिण भारत, विशेषकर तटीय राज्यों में मौसम एकदम विपरीत है। दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और श्रीलंका तट पर बना कम दबाव के क्षेत्र फिलहाल स्थिर है। इसके अगले 24 घंटों में धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने का पूर्वानुमान है। इससे तमिलनाडु, केरल और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है।
वहीं आज, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। इन राज्यों में 115.6 से 204.5 मिमी तक बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने यहां बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
आज, 17 नवंबर, 2025 को आंध्र प्रदेश और केरल के कई इलाकों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं। यहां बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी है। इन राज्यों में 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल। आज, अंडमान और निकोबार द्वीपों में वज्रपात होने और तेज हवाओं के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 16 नवंबर, 2025 को कर्नाटक के कारवार और केरल के कन्नूर में अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में तेलंगाना के आदिलाबाद में न्यूनतम तापमान 10.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल 16 नवंबर, 2025 को तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अधिकतर इलाकों, केरल और माहे तथा लक्षद्वीप के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितना बरसा पानी?
कल 16 नवंबर, 2025 को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के पंबन में 6 सेमी, पांडिचेरी और कराईकल प्रत्येक जगह 4 सेमी, नागपट्टिनम और कुड्डालोर प्रत्येक जगह 3 सेमी, कन्याकुमारी में 1 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।