
🟠 ऑरेंज अलर्ट : अंडमान-निकोबार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और उत्तराखंड (देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, टिहरी, बागेश्वर, हरिद्वार) में भारी से बहुत भारी बारिश (115.6–204.4 मिमी)।
🟡 येलो अलर्ट: अरुणाचल प्रदेश, असम-मेघालय, बिहार, कोंकण-गोवा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, पश्चिम मध्य प्रदेश में भारी बारिश (64.5–115.5 मिमी)।
🌩️ आंधी-तूफान व वज्रपात का खतरा: बिहार, झारखंड, जम्मू-कश्मीर, ओडिशा, तेलंगाना, गुजरात, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र व आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों में 30–40 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं व बिजली गिरने की आशंका।
🏔️ हिमाचल प्रदेश में बादल फटा: किन्नौर जिले के थाच गांव में रात को बादल फटने से बाढ़ आई, खेतों और बगीचों को भारी नुकसान।
🟢 दिल्ली ग्रीन जोन: राजधानी में आज बारिश की संभावना नहीं, आंशिक बादल रहेंगे। अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 26 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान।
भारत में मानसून का मौसम धीरे-धीरे विदाई ले रहा है, लेकिन देश के कई हिस्सों में भारी बारिश का कहर अभी भी जारी है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 19 सितम्बर, 2025 के लिए जारी पूर्वानुमान में कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश और आंधी-तूफान का अलर्ट जारी किया है।
देश के कई राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों में बिजली गिरने, तेज हवाओं और जलभराव जैसी परिस्थितियां बनने के आसार हैं। किसानों के लिए विशेष सुझाव भी जारी किए गए हैं ताकि वे अपनी फसलों और उपज को सुरक्षित रख सकें।
दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की रेखा वर्तमान में बठिंडा, फतेहाबाद, पिलानी, अजमेर, डीसा, भुज से होकर गुजर रही है। इसके अलावा कई इलाकों में ऊपरी हवाओं का चक्रवातीय प्रसार सक्रिय है।
मौसमी गतिविधियों के चलते आज, 19 सितंबर, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह तथा उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में गरज के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने तथा बिजली गिरने के आसार हैं। विभाग ने इन राज्यों में बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यहां 115.6 से 204.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
गतिविधियों का असर अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, बिहार, कोंकण और गोवा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल और पश्चिम मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों पर भी दिखेगा। इन सभी राज्यों में भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
उत्तराखंड में कैसा रहेगा मौसम?
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में अभी बारिश से राहत मिलती नहीं दिख रही है। देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के मुताबिक, पर्वतीय जनपदों के कुछ इलाकों - देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर, टिहरी और हरिद्वार में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी है, यहां 115.6 से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
जबकि अन्य जिलों उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में 64.5 से 115.5 मिमी तक पानी बरस सकता है।
हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर जारी
हिमाचल में मानसून का मौसम भले ही लौटने की तैयारी कर रहा है, लेकिन जाते-जाते मानसून राज्य में तबाही मचाने से चूक नहीं रहा है। जिला किन्नौर के थाच गांव में रात करीब 12 बजे के आस-पास बादल फटने की घटना हुई, जिससे गांव के साथ बहते तीन नालों में भीषण बाढ़ आ गई। अचानक आई बाढ़ के कारण खेतों और बगीचों को भारी नुकसान हुआ है। कई लोगों के बगीचों के इस बाढ़ की भेंट चढ़ने की खबर है।
हिमाचल प्रदेश में इस साल के मानसून के मौसम में भारी नुकसान रिकॉर्ड किया गया है। हालांकि मौसम विभाग ने मानसून के जल्द विदाई की संभावना जताई है। विभाग की मानें तो आज, राज्य के ऊपरी इलाकों में मौसम के साफ रहने का अनुमान है। जबकि निचले और मैदानी इलाकों के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
दिल्ली में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?
आज देश की राजधानी दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, जबकि यहां बारिश की कोई संभावना नहीं दिख रही है। मौसम विभाग ने दिल्ली को ग्रीन जोन में रखा है, हालांकि कहीं-कहीं गरज के साथ हल्की बौछारें पड़ सकती हैं।
बारिश को लेकर मौसम विभाग ने किसी तरह का कोई अलर्ट जारी नहीं किया है। जबकि शहर में सुबह के समय तेज सतही हवाएं चलने का अनुमान है। आज दिल्ली में अधिकतम तापमान के 34 डिग्री और न्यूनतम तापमान के 26 सेल्सियस के आसपास रहने का पूर्वानुमान है।
आंधी-तूफान व वज्रपात का खतरा
बारिश के साथ-साथ आज, यानी 19 सितम्बर, 2025 को बिहार, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, झारखंड, ओडिशा, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग इलाकों में बिजली गिरने व 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने का अंदेशा जताया गया है।
मौसम विभाग की मानें तो आज, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश, गुजरात, आंतरिक कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा तेलंगाना के अलग-अलग इलाकों में वज्रपात होने तथा तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ने की आशंका जताई गई है।
किसानों तथा आम नागरिकों के लिए सलाह
मौसम विभाग ने भारी बारिश के चलते जलभराव और फसलों को नुकसान होने की आशंका जताई गई है, विभाग ने कहा है कि जिन इलाकों में भारी बारिश होगी, वहां खेतों और सड़कों पर पानी भरने के आसार हैं। फसलों और उपज को नुकसान न हो, इसके लिए मौसम विभाग ने किसानों को विशेष सुझाव दिए हैं।
विभाग ने उत्तराखंड में उड़द, मूंग, सोयाबीन, मक्का, बाजरा, धान और सब्जियों के खेतों से अतिरिक्त पानी निकालने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा है। वहीं हिमाचल प्रदेश में भी सब्जी और फलों के बगीचों से पानी निकालने का सुझाव दिया है। साथ ही कटाई की गई उपज को सुरक्षित स्थान पर रखने की भी सलाह दी गई है।
पश्चिम बंगाल (उप-हिमालयी क्षेत्र) में धान और सब्जियों से अतिरिक्त पानी निकालने। मिर्च, दलहन और फल के बगीचों में जलभराव न होने देने की सलाह दी गई है। साथ ही बिहार में धान और सब्जी और फसलों से बारिश का पानी बाहर निकालने की व्यवस्था करने को कहा गया है।
पश्चिम मध्य प्रदेश में भारी बारिश के चलते धान, सोयाबीन, मक्का, कपास, गन्ना और सब्जियों के खेतों से जलभराव न होने देने का सुझाव है। वहीं, महाराष्ट्र के कोंकण और मध्य महाराष्ट्र में धान, गन्ना, सोयाबीन और बगीचों तथा अरुणाचल प्रदेश में भी धान, सोयाबीन, मक्का और सब्जी तथा फसलों में जलभराव न होने देने का सुझाव दिया गया है।
19 सितंबर, 2025 को भारत के विभिन्न हिस्सों में मौसम काफी सक्रिय रहने वाला है। अंडमान-निकोबार, पूर्वोत्तर भारत, बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तराखंड और आंध्र प्रदेश जैसे क्षेत्रों में भारी बारिश, आंधी और वज्रपात का असर दिखाई देगा। किसानों के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण है, इसलिए उन्हें फसलों की सुरक्षा, पानी की निकासी और उपज को सुरक्षित रखने पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
मौसम विभाग की यह सलाह न केवल किसानों के लिए बल्कि आम नागरिकों के लिए भी उपयोगी है। सभी लोगों को सतर्क रहने और यात्रा या बाहर के कार्य करते समय मौसम की ताजा जानकारी लेने की सलाह भी दी गई है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 16 सितंबर, 2025 को तमिलनाडु के पलायमकोट्टई में अधिकतम तापमान 38.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में आंध्र प्रदेश के कलिंगपट्टनम में न्यूनतम तापमान 15.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 18 सितंबर, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर में 11 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के पुणे- शिवाजी नगर में 10 सेमी, नासिक में 4 सेमी, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के बेंगलुरु में 6 सेमी, बेंगलुरु एचएएल में 2 सेमी, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कराईकल में 6 सेमी, सलेम में 5 सेमी, चेन्नई में 4 सेमी, कुड्डालोर में 3 सेमी, चेन्नई के नुंगमबक्कम और नागपट्टिनम प्रत्येक जगह 2 सेमी, उत्तर आंतरिक कर्नाटक के गडग में 5 सेमी, झारखंड के डाल्टनगंज में 4 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
वहीं कल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के नेल्लोर और ओंगोल प्रत्येक जगह 4 सेमी, कवाली में 3 सेमी, विदर्भ के नागपुर-सोनेगांव हवाई अड्डे में 4 सेमी, असम और मेघालय के धुबरी में 4 सेमी, उत्तरी लखीमपुर में 2 सेमी, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अगरतला में 2 सेमी, तटीय कर्नाटक के मैंगलोर में 2 सेमी, तेलंगाना के हैदराबाद में 2 सेमी, छत्तीसगढ़ के पेंड्रा रोड में 2 सेमी, कोंकण और गोवा के रत्नागिरी में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।