देश के कई हिस्सों में तापमान रोज नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है, इन हिस्सों में पारा लगातार 44 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना हुआ है। यहां प्रचंड व झुलसाती गर्मी से हाहाकार मचा हुआ है, मीडिया रिपोर्ट की मानें तो देश में हीटवेव ने कई लोगों का जीवन लील लिया है। मॉनसून भी अटक सा गया है, यह अपनी सामान्य रफ्तार से बहुत धीमे आगे बढ़ रहा है।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, अगले दो से तीन दिनों के दौरान महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के शेष हिस्सों, बिहार और झारखंड के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक, पूर्वोत्तर बांग्लादेश पर एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है, निचले स्तरों में बंगाल की खाड़ी से पूर्वोत्तर भारत तक तेज दक्षिण-पश्चिमी हवाओं का दौर जारी है। वहीं एक चक्रवाती प्रसार उत्तरी गुजरात और उसके आसपास के इलाकों तथा दूसरा तटीय आंध्र प्रदेश और उससे सटे तेलंगाना के निचले स्तरों पर जारी है।
मौसम संबंधी उपरोक्त गतिविधि को देखते हुए मौसम विभाग ने आज, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, कोंकण और गोवा के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई है। इन हिस्सों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
आज, बिहार, झारखंड, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, मध्य महाराष्ट्र, केरल और माहे तथा तटीय कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में जमकर बरस सकते हैं बादल, इन सभी राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
कहां पड़ेंगी तेज हवाओं के साथ बौछारें, कहां गिरेगी बिजली?
वहीं आज, पश्चिमी मध्य प्रदेश और पूर्वी मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में वज्रपात होने तथा तूफानी हवाओं के साथ ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है।
वहीं आज, विदर्भ, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार, झारखंड, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा और आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने तथा तेज हवाएं चलने की आशंका जताई गई है।
आज, छत्तीसगढ़, ओडिशा और तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे तथा तटीय कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में तेज तूफानी हवाओं के साथ वज्रपात होने तथा बिजली गिरने का पूर्वानुमान लगाया गया है।
वहीं उत्तर भारत में मौसमी बदलाव की बात करें तो पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और उसके आसपास के इलाकों के निचले और मध्य स्तरों पर चक्रवाती प्रसार के रूप में बना हुआ है।
इसके कारण आज, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान तथा पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में तूफानी हवाओं के साथ बिजली गिरने के आसार हैं।
वहीं अगले दो दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में 25 से 35 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से सतही हवाएं चलने की आशंका जताई गई है।
कहां चलेगी लू या हीटवेव
आज, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भीषण लू या हीटवेव चलने की चलने की आशंका जताई गई है। वहीं 20 से 23 जून के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में लू के छुटकारा मिलने के आसार नहीं हैं। अगले चार दिनों के दौरान हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में भी गर्म हवाओं से निजात मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।
वहीं आज, बिहार और ओडिशा में गर्म और उमस भरे मौसम के बने रहने के आसार हैं। आज, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में रात के मौसम के गर्म रहने की आशंका जताई गई है।
देश के अलग-अलग हिस्सों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, देश भर में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उरई में अधिकतम तापमान 46.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में मध्य प्रदेश के बैतूल में न्यूनतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
आज, पूर्व मध्य और उत्तर पूर्व अरब सागर के पश्चिमी हिस्सों, दक्षिण पश्चिम अरब सागर के उत्तरी इलाकों, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल के तटों, लक्षद्वीप क्षेत्र, श्रीलंका तट, मन्नार की खाड़ी, दक्षिण और मध्य बंगाल की खाड़ी, उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी, आंध्र प्रदेश तट, तमिलनाडु के तटों पर 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं।
वहीं आज, सोमालिया तट और इससे सटे दक्षिण पश्चिम अरब सागर, पश्चिम मध्य और समीपवर्ती उत्तर पश्चिम, पूर्व मध्य, उत्तर पूर्व अरब सागर, यमन और ओमान के तटों पर 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 19 जून को 8:30 से 5:30 के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, कोंकण और गोवा, केरल और माहे, लक्षद्वीप, तटीय कर्नाटक के अधिकांश इलाकों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, विदर्भ, रायलसीमा के कई हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, बिहार, ओडिशा, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, गुजरात तथा उत्तर आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां हुई भारी बारिश?
कल, 19 जून को 8:30 से 5:30 के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में बहुत भारी से अत्यधिक भारी बारिश हुई। जबकि बिहार, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा तमिलनाडु के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई।
वहीं कल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कोंकण और गोवा, तेलंगाना, रायलसीमा, अरुणाचल प्रदेश, झारखंड और निकोबार द्वीप के अलग-अलग हिस्सों में जमकर बरसे बादल।