भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, पूर्वोत्तर बांग्लादेश पर एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। एक और चक्रवाती प्रसार पूर्वोत्तर असम के निचले स्तरों पर पर जारी है। वहीं बंगाल की खाड़ी से पूर्वोत्तर भारत तक तेज दक्षिण-पश्चिमी हवाएं चल रही हैं।
उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधि को देखते हुए मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, सिक्किम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम तथा त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में 30 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली हवाओं के साथ बादलों के बरसने तथा बर्फबारी होने के आसार जताए हैं। पूर्वोत्तर के इन राज्यों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक हो सकती है बारिश।
वहीं आज, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में और दो और तीन मई को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने के आसार हैं, इन हिस्सों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश होने का पूर्वानुमान है।
आज, अरुणाचल प्रदेश और दक्षिण असम, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में बहुत भारी वर्षा होने की आशंका जताई गई है, यहां 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
कैसा रहेगा उत्तर भारत में मौसम का मिजाज?
मौसम विभाग के अनुसार, एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में लंबे समय तक बना रहेगा। इसकी वजह से दो और तीन मई को उत्तर प्रदेश, बिहार और हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में 25 से 35 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज सतही हवाओं के दौर के जारी रहने की संभावना है।
वहीं, चार से छह मई के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान में गरज के साथ बूंदाबांदी होने तथा वज्रपात की आशंका जताई गई है।
वहीं उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में मौसम संबंधी बदलाव देखें तो, तीन से छह मई के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, उत्तराखंड तथा हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने, गरज के साथ मध्यम बारिश तथा बर्फबारी होने का अनुमान है। इन राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
दक्षिण-मध्य तथा अन्य हिस्सों में कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग की मानें तो अगले सात दिनों के दौरान भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप और पूर्वी भारत में बारिश होने की संभावना है। इसी दौरान ओडिशा के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने तथा गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जिससे यहां गर्मी से जरा राहत मिल सकती है, ओडिशा में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
वहीं आज, तटीय ओडिशा और बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा तेलंगाना में ओले गिरने की आशंका जताई गई है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश के अलग-अलग हिस्सों में तापमान में उतार-चढ़ाव की बात करें तो कल, ओडिशा के कुछ हिस्सों, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा के अलग-अलग इलाकों में अधिकतम तापमान 44 से 46 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
वहीं कल, पश्चिम बंगाल में गंगा के कई तटीय इलाकों, विदर्भ के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग इलाकों में अधिकतम तापमान 42 से 44 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
कल, बिहार और मराठवाड़ा के कई हिस्सों, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, पूर्वी मध्य प्रदेश, गुजरात के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में अधिकतम तापमान 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में गंगा के कई तटीय इलाकों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, बिहार और तमिलनाडु के अलग-अलग इलाकों में अधिकतम तापमान सामान्य से पांच से सात डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।
वहीं कल, ओडिशा, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, आंतरिक कर्नाटक के कई हिस्सों, सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ हिस्सों, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, गुजरात और मध्य महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार, तीन मई तक पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, पूर्वी झारखंड, उत्तरी ओडिशा और रायलसीमा में अधिकतम तापमान के 44 से 47 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने के आसार हैं, हालांकि उसके बाद तापमान में कमी आने की संभावना जताई गई है।
कल, देश भर में तटीय आंध्र प्रदेश के रेन्ताचिन्ताला में अधिकतम तापमान 46.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के अमृतसर में न्यूनतम तापमान 13.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां चलेगी लू या हीटवेव?
आज यानी, दो मई को पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, ओडिशा, बिहार के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, झारखंड के कुछ इलाकों में भीषण लू या हीटवेव का प्रकोप रहने के आसार जताए गए हैं, हालांकि उसके बाद लू की तीव्रता में कमी आने की संभावना है।
अगले दो दिनों के दौरान रायलसीमा के कुछ इलाकों में लोगों को भीषण लू का कहर झेलना पड़ सकता है और उसके बाद भी दो से तीन दिनों तक लू के दौर के जारी रहने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले चार से पांच दिनों के दौरान तेलंगाना, आंतरिक कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के अलग-अलग हिस्सों में लू चलने के आसार हैं। वहीं आज, केरल में और आज और कल तमिलनाडु में भी लू महसूस की जाएगी।
दो से छह मई के दौरान कोंकण, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात के अलग-अलग हिस्सों और तीन से छह मई के दौरान मराठवाड़ा में गर्म हवाओं से राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।
वहीं कल, बिहार, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में लोगों को भीषण लू की तपिश झेलनी पड़ी। वहीं कल, झारखंड, ओडिशा, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा के कुछ हिस्सों में भी लू महसूस की गई।
मौसम विभाग के अनुसार, 15 अप्रैल से ओडिशा में, 17 अप्रैल से पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों में, 24 अप्रैल से झारखंड और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, रायलसीमा में और 26 अप्रैल से बिहार में लू का दौर जारी है।
कहां रहेगा गर्म और नमी भरा मौसम?
मौसम विभाग की मानें तो अगले पांच दिनों के दौरान तटीय कर्नाटक, केरल और माहे में गर्म और नमी भरे मौसम से छुटकारा मिलता हुआ नहीं दिख रहा है।
कहां रहेगा रातों का मौसम गर्म
दो और तीन मई को छत्तीसगढ़ में, तीन से छह मई को मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में तथा दो मई को ओडिशा और पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों में रातों के मौसम के गर्म बने रहने के आसार हैं।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, एक मई को 8:30 से 5:30 के दौरान हिमाचल प्रदेश, असम और मेघालय, मणिपुर, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों और ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, एक मई को 8:30 से 5:30 के दौरान ओडिशा के खोरधा में 3 सेमी, भुवनेश्वर में 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।