हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश व राजस्थान में पारा 43 से 46 डिग्री, दक्षिण में भारी बारिश का अलर्ट

आज, पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने, तूफानी हवाओं के साथ धूल भरी आंधी चलने की आशंका जताई गई है।
आज, उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, झारखंड और ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में लोगों को लू या हीटवेव का प्रकोप झेलना पड़ सकता है।
आज, उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, झारखंड और ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में लोगों को लू या हीटवेव का प्रकोप झेलना पड़ सकता है। फोटो साभार: सीएसई
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देश के कुछ हिस्सों में पारे के छलांग लगाने का दौर जारी है, जिसकी वजह से यहां लोगों को गर्मी का कहर झेलना पड़ रहा है। इन हिस्सों में, दक्षिण हरियाणा, दिल्ली, दक्षिणी उत्तर प्रदेश, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश और दक्षिण-पश्चिमी बिहार के अलग-अलग इलाकों हैं, जहां कल अधिकतम तापमान 43 से 46 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। इन इलाकों में तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया जा रहा है।

वहीं, कल, देश भर में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के झांसी में अधिकतम तापमान 45.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर न्यूनतम तापमान 21.0 डिग्री सेल्सियस रहा।देश के कई इलाकों में मॉनसूनी बारिश के चलते जलती, चुभती गर्मी से राहत मिली है। वहीं अगले तीन से चार दिनों के दौरान देश के कई हिस्सों में मॉनसून दस्तक देगा। मौसम विभाग की मानें तो मध्य अरब सागर के कुछ और इलाकों, महाराष्ट्र में मुंबई सहित इसके कुछ और हिस्सों, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश के शेष इलाकों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के पहुंचने की संभावना है

वहीं, अगले तीन से चार दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के दक्षिण छत्तीसगढ़ और दक्षिण ओडिशा के कुछ हिस्सों, पश्चिम-मध्य के शेष इलाकों और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों में दस्तक देने का अनुमान है।

हालांकि देश के कुछ हिस्सों में मॉनसून को पहुंचने में अभी समय लगेगा, उनमें, उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, झारखंड और ओडिशा के अलग-अलग इलाके शामिल हैं जहां लोगों को आज लू या हीटवेव का प्रकोप महसूस होगा। कल, दक्षिणी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में लोगों को गर्म हवाएं महसूस हुई।

वहीं आज, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय हिस्सों और बिहार में गर्म और नमी भरे मौसम से लोगों को दो चार होना पड़ सकता है।

कहां होगी भारी बारिश?
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, पूर्वोत्तर असम और उसके आसपास के निचले स्तरों पर चक्रवाती प्रसार लगातार बना हुआ है। वहीं, बंगाल की खाड़ी से लेकर पूर्वोत्तर राज्यों के निचले स्तरों पर तेज दक्षिण-पश्चिमी हवाओं का दौर जारी है। एक चक्रवाती प्रसार उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और दूसरा पूर्वी बिहार के निचले स्तरों पर जारी है।

उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधियों के चलते मौसम विभाग ने आज, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, केरल और माहे, तटीय कर्नाटक, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई है, इन सभी राज्यों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बारिश होने के आसार हैं।

वहीं आज, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, मराठवाड़ा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है, इन हिस्सों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।

कहां पड़ेंगी तेज हवाओं के साथ बौछारें, कहां गिरेगी बिजली?
मौसम विभाग के मुताबिक, आज, पश्चिम मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में तूफानी हवाओं के साथ बिजली गिरने तथा ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है। वहीं आज, मध्य महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों, विदर्भ, कोंकण और गोवा, मराठवाड़ा के अलग-अलग इलाकों में तूफानी हवाओं के साथ बिजली गिरने के आसार हैं।

आज, छत्तीसगढ़, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, ओडिशा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, गुजरात के अलग-अलग हिस्सों तथा असम और मेघालय में तेज हवाओं के साथ बौछारें पड़ने तथा वज्रपात होने की आशंका जताई गई है

उत्तर भारत में मौसमी बदलाव देखें तो, पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में जारी है इसके लंबे समय तक बने रहने का अनुमान है। वहीं, उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अरब सागर से आने वाली दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के अगले 24 घंटों के दौरान जारी रहने का अनुमान है।

इसके कारण जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बिजली गिरने तथा तूफानी हवाओं के हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है। उत्तर के इन पहाड़ी राज्यों में 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।

कहां चलेगी धूल भरी आंधी?
आज, पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने, तूफानी हवाओं के साथ धूल भरी आंधी चलने की आशंका जताई गई है

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, सात जून को 8:30 से 5:30 के दौरान तटीय कर्नाटक, केरल और माहे के कई हिस्सों, असम और मेघालय, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों, आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

वहीं कल, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, ओडिशा तथा मध्य महाराष्ट्र के कई हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, सात जून को 8:30 से 5:30 के दौरान केरल के अय्याकन्नू में 5 सेमी, नेरियामंगलम, पनाथुर और मट्टानूर हर जगह 3 सेमी, कन्नूर और कोझिकोड हर जगह 2 सेमी, कराईकल में 1सेमी, लक्षद्वीप के अमिनदिवी में 3 सेमी, कर्नाटक के करवार में 2 सेमी, होनावर, बेंगलुरु और गडग हर जगह 1 सेमी, रायलसीमा के नंद्याल और कुडप्पा हर जगह 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।

वहीं कल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के विजयवाड़ा में 2 सेमी, कावली और रेंटाचिंतला हर जगह 1 सेमी, नागालैंड के कोहिमा में 1 सेमी, ओडिशा के क्योंगझारगढ़ में1 सेमी, असम के उत्तर लखीमपुर में 2 सेमी, पश्चिम मध्य प्रदेश के रतलाम में 2 सेमी, पूर्वी राजस्थान के पिलानी में 1 सेमी, जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।

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