देश के कुछ हिस्सों में गर्मी और गर्म हवाओं के बीच अब मौसम खुशनुमा होने का इशारा कर रहा है। इस बात की संभावनाएं जताई जा रही हैं कि देश के कई हिस्सों में हीटवेव से जल्द ही निजात मिल सकती है। मौसम विभाग के मौसम संबंधी पूर्वानुमान देखें तो बीते चार दिनों से भारत के पूर्वी हिस्सों में मॉनसून से पहले यानी प्री-मॉनसून की गतिविधियां देखी जा रही हैं।
मौसम विभाग ने मौसम संबंधी इस गतिविधि के पीछे पूर्वोत्तर असम में एक चक्रवाती प्रसार को बताया है, वहीं एक और चक्रवाती प्रसार पूर्वी बांग्लादेश पर बना हुआ है। इन चक्रवाती प्रसारों के कारण 10 से 12 मई के दौरान पश्चिम बंगाल और सिक्किम में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बिजली गिरने की भी आशंका जताई है। इन हिस्सों में भी 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
वहीं, इनका असर इसी अवधि के दौरान बिहार, झारखंड, ओडिशा पर भी पड़ेगा जहां तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है, इन हिस्सों में भी तपिश से निजात मिल सकती है।
आज और कल पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और आज झारखंड में वज्रपात होने तथा तूफानी हवाओं के साथ बादलों के बरसने का पूर्वानुमान लगाया गया है।
मौसम विभाग की मानें तो अगले सात दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत के अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, इन राज्यों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश होने का अनुमान है।
आज, यानी 10 मई को अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। पूर्वोत्तर के इन सभी राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 तक बारिश के आसार हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक, मध्य महाराष्ट्र पर एक चक्रवाती प्रसार जारी है और हवाओं का एक गर्त उत्तर-पश्चिम राजस्थान से निचले स्तरों में पश्चिम विदर्भ तक जा रही है। मौसम संबंधी इस गतिविधि के चलते 10 से 14 मई के दौरान विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में बिजली गिरने तथा तूफानी हवाओं के साथ बारिश होने का अनुमान है। इन राज्यों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया गया है।
मौसम विभाग ने आज, यानी 10 मई को मध्य प्रदेश और विदर्भ में ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है। वहीं कल, मध्य प्रदेश में कुछ हिस्सों में ओले गिरे।
दक्षिण भारत में मौसम संबंधी बदलावों की बात करें तो 10 से 14 मई के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, तेलंगाना और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने तथा वज्रपात की आशंका जताई गई है। इन सभी राज्यों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक हो सकती है बारिश।
इसी दौरान केरल और माहे, आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप में बिजली गिरने, तथा तेज हवाओं के साथ बादलों के बरसने की संभावना जताई गई है, इन हिस्सों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ और एक चक्रवाती प्रसार जो उत्तर-पूर्व राजस्थान और दूसरा उत्तर-पश्चिम राजस्थान के निचले स्तरों पर बना हुआ है। इनके कारण 10 से 13 मई के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में तेज हवाओं के साथ बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
वहीं, 10 से 13 मई के दौरान उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में ओले गिरने की आशंका भी जताई गई है।
उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में मौसम संबंधी बदलाव देखें तो, 10 से 13 मई के दौरान हरियाणा,चंडीगढ़, पंजाब और उत्तर प्रदेश में और 10 से 12 मई, के दौरान राजस्थान में बिजली गिरने तथा तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई गई है। उत्तर के इन राज्यों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल मिल सकती है तपिश से राहत।
दूसरी ओर उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में तेज हवाओं के साथ धूल भरी आंधी का दौर लगातार जारी है, मौसम विभाग ने कहा है कि 10 से 13 मई के दौरान हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पूर्वी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में धूल भरी आंधी चलने की आशंका है।
वहीं अगले दो दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज सतही हवाओं के चलने का पूर्वानुमान लगाया गया है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
वहीं देश के तमाम हिस्सों में तापमान में उतार चढ़ाव की बात करें तो कल, पश्चिमी राजस्थान के कई इलाकों और पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 43 से 46 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
मध्य प्रदेश के कई इलाकों, गुजरात, ओडिशा के कुछ हिस्सों, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और दक्षिण हरियाणा तथा तेलंगाना के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 40 से 43 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
राजस्थान और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री सेल्सियस अधिक रहा, जबकि, गुजरात, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों तथा उपरोक्त शेष हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से एक से दो डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया।
कल, देश भर में पश्चिम राजस्थान के फलोदी में अधिकतम तापमान 46.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी मध्य प्रदेश के मलाजखंड न्यूनतम तापमान 17.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां चलेगी लू या हीटवेव?
मौसम विभाग के तजा अपडेट के अनुसार, आज, पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में गर्म हवाएं चलने की आशंका जताई गई है। वहीं कल, पश्चिमी राजस्थान के कुछ इलाकों में लोगों को भीषण लू या हीटवेव का प्रकोप झेलना पड़ा।
कहां रहेगा गर्म और नमी भरा मौसम?
आज, गुजरात के तटीय इलाकों में लोगों को गर्म और नमी भरे मौसम से दो चार होना पड़ सकता है।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, नौ मई को 8:30 से 5:30 के दौरान केरल और माहे, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के कई तटीय इलाकों, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, उत्तराखंड के कुछ हिस्सों, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, नौ मई को 8:30 से 5:30 के दौरान केरल के वायनाड और कोट्टायम प्रत्येक जगह 4 सेमी, कोल्लम, चेरुथोनी प्रत्येक जगह 3 सेमी, एर्नाकुलम में 2 सेमी, विदर्भ के नागपुर में 5 सेमी, बांद्रा में 2 सेमी, झारखंड के सरायकेला में 4 सेमी, गुमला, रामगढ़ प्रत्येक जगह 3 सेमी, धनबाद में 2 सेमी बिहार के अररिया में 3 सेमी, दरभंगा, खगड़िया प्रत्येक 2 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के नादिया में 4 सेमी, दुर्गापुर में 3 सेमी, आसनसोल में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।