मार्च से मई के महीने देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से गर्म रहने का अनुमान मौसम विभाग ने जताया है। हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर पश्चिम, उत्तर पूर्व मध्य एवं प्रायद्वीपीय भारत के कुछ इक्का-दुक्का क्षेत्रों में अधिकतम तापमान सामान्य से कम रह सकता है।
एक मार्च 2024 को मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जहां जनवरी व फरवरी के तापमान का विश्लेषण जारी किया गया, वहीं मार्च से मई महीने का पूर्वानुमान भी जारी किया गया।
मार्च से मई महीने के गर्मी का मौसम कहा जाता है। मौसम विभाग का कहना है कि इस सीजन के दौरान देश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है।
जहां तक मार्च की बात है तो विभाग के मुताबिक मार्च 2024 में प्रायद्वीप, पूर्वोत्तर और पश्चिम मध्य भारत के अधिकांश इलाकों व उत्तर पश्चिम भारत के कई क्षेत्रों में मासिक अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। जबकि पूर्व एवं पूर्व मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से लेकर सामान्य से नीचे रहने के आसार हैं।
इसी तरह देश के अधिकांश हिस्सों में मार्च का मासिक न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है। केवल हिमालय के कुछ इलाकों को छोड़कर, जहां न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे रहने की संभावना है।
मौसम विभाग ने कहा है कि मार्च से मई के दौरान राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक व तमिलनाडु में सामान्य से अधिक गर्मी वाले (हीट वेव) दिन होने की उम्मीद है।
फरवरी में गर्मी ने तोड़ा रिकॉर्ड
मौसम विभाग के मुताबिक फरवरी 2024 में देश का उच्चतम तापमान 27.59 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से मात्र 0.01 डिग्री अधिक था, लेकिन न्यूनतम तापमान में वृद्धि
उल्लेखनीय रही। देश का न्यूनतम तापमान 14.61 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 0.79 डिग्री अधिक रहा और 1901 के बाद से लेकर अब तक का दूसरा सबसे अधिक रहा।
दक्षिणी प्रायद्वीप में उच्चतम और न्यूनतम तापमान दोनों ने 1901 से लेकर अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। इस क्षेत्र में उच्चतम तापमान 33.09 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि सामान्य तापमान यहां का 32.13 डिग्री सेल्सियस रहता है। मौसम विभाग के मुताबिक यह अब तक का सबसे अधिक तापमान रहा है।
दक्षिण प्रायद्वीप का फरवरी का न्यूनतम तापमान 21.17 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि सामान्य न्यूनतम तापमान 19.74 डिग्री रहता है। इस मामले में भी इस क्षेत्र ने रिकॉर्ड बनाया। यहां तक कि मीन तापमान के मामले में भी दक्षिण प्रायद्वीप क्षेत्र ने रिकॉर्ड बनाया।
मध्य भारत में न्यूनतम तापमान में वृद्धि ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। मध्य भारत में फरवरी माह में न्यूनतम तापमान 16.62 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। जबकि सामान्य न्यूनतम तापमान 14.99 डिग्री रहता है। इस तरह न्यूनतम तापमान सामान्य से 1.63 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
विभाग के मुताबिक 1901 से लेकर अब तक मध्य भारत का फरवरी का मासिक न्यूनतम तापमान इतना अधिक नहीं पहुंचा था।