भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, अगले दो से तीन दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम और निकटवर्ती पश्चिम-मध्य भारत के कुछ और हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की विदाई हो सकती है।
वहीं, पूर्व-मध्य अरब सागर के दक्षिण कोंकण से लेकर गोवा के तटों पर बना कम दबाव का क्षेत्र अब उसी इलाके में अच्छी तरह से कम दबाव क्षेत्र के रूप में जारी है। अगले 24 घंटों के दौरान इसके उसी क्षेत्र में एक अवसाद या डिप्रेशन में बदलने के आसार हैं।
दूसरी ओर, बंगाल की उत्तरी खाड़ी के मध्य भागों पर बना एक और कम दबाव का क्षेत्र अब बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी के ऊपर अच्छी तरह से कम दबाव के क्षेत्र में बदल गया है। इसके अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम की ओर उत्तरी ओडिशा और आसपास के पश्चिम बंगाल तटों की ओर बढ़ने की आशंका जताई गई है।
वहीं, एक चक्रवाती प्रसार मध्य स्तरों पर तमिलनाडु तट से दूर दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में जारी है।
मौसम संबंधी उपरोक्त गतिविधियों को देखते हुए मौसम विभाग ने आज, यानी 30 सितंबर को पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, ओडिशा तथा कोंकण और गोवा के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई है, यानी इन राज्यों में 115.6 मिलीमीटर से 204.4 मिलीमीटर तक बारिश हो सकती है।
वहीं आज, छत्तीसगढ़, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, झारखंड, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, मध्य महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं। इन सभी राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश होने का पूर्वानुमान है।
कहां चलेंगी तेज हवाएं, कहां पड़ेगी गरज के साथ बौछारें तथा कहां गिरेगी बिजली?
आज, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह तथा केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
वहीं आज, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, बिहार, झारखंड, ओडिशा, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, सौराष्ट्र और कच्छ, गुजरात, तेलंगाना, कर्नाटक तथा लक्षद्वीप के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बारिश तथा वज्रपात के आसार हैं।
समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम और आसपास के पश्चिम मध्य अरब सागर, मन्नार की खाड़ी में 45 से 55 किमी प्रति घंटे से लेकर 65 किमी प्रति घंटे तक की तूफानी हवाएं चलने की आशंका है।
वहीं आज, दक्षिण और निकटवर्ती मध्य बंगाल की खाड़ी, उत्तरी बंगाल की खाड़ी, उत्तरी अंडमान सागर, दक्षिण महाराष्ट्र से लेकर कर्नाटक के तटों पर 45 से 55 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं।
उपरोक्त तूफानी हवाओं की गतिविधि को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 29 सितंबर को 8:30 से 5:30 के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय कर्नाटक, लक्षद्वीप तथा केरल और माहे के अधिकतर इलाकों, कोंकण और गोवा के कई हिस्सों, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, मराठवाड़ा, विदर्भ और तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कुछ हिस्सों में झूम के बरसे बादल या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, मध्य महाराष्ट्र, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 29 सितंबर को 8:30 से 5:30 के दौरान कोंकण और गोवा के मापुसा में 5 सेमी, कैनाकोना और अलीबाग प्रत्येक जगह 4 सेमी, पेरनेम, इला और पणजी प्रत्येक जगह 3 सेमी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कार निकोबार में 5 सेमी, हुट बे में 4 सेमी, केरल के तिरुवनंतपुरम में 5 सेमी, पुनालुर में 3 सेमी, कन्नूर, त्रिशूर और कोट्टायम प्रत्येक जगह 2 सेमी, तमिलनाडु के वालपराई में 4 सेमी, पूर्वी मध्य प्रदेश के सतना में 4 सेमी बारिश हुई।
वहीं कल, मराठवाड़ा के औरंगाबाद में 4 सेमी, परभणी में 2 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के उलूबेरिया में 3 सेमी, तेलंगाना के आदिलाबाद और निज़ामाबाद प्रत्येक जगह 3 सेमी, रामागुंडम में 2 सेमी, लक्षद्वीप के मिनिकॉय में 3 सेमी, छत्तीसगढ़ के दुर्ग और जगदलपुर प्रत्येक जगह 2 सेमी, तटीय कर्नाटक के कारवार और मैंगलोर प्रत्येक जगह 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।
कहां रहा अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक?
कल, जैसलमेर (पश्चिमी राजस्थान) में अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां रहा न्यूनतम तापमान सामान्य से कम?
कल, देश के मैदानी इलाकों में सीकर (पश्चिमी राजस्थान) में न्यूनतम तापमान 18.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।