पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ व दिल्ली घने कोहरे की आगोश में, पूर्वोत्तर में गिर सकते हैं ओले

अगले 24 घंटों के दौरान मध्य और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है
फोटो साभार: विकिमीडिया कॉमन्स, सुमिता रॉय दत्ता
फोटो साभार: विकिमीडिया कॉमन्स, सुमिता रॉय दत्ता
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उत्तर भारत के कई हिस्सों में कोहरे का कहर जारी है। अगले एक दो दिनों तक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के कुछ हिस्सों में सुबह के समय घने से बहुत घना कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है।

वहीं, उत्तर प्रदेश, उत्तरी राजस्थान और उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भी सुबह के समय घने से बहुत घना कोहरा छाए रहने के आसार हैं। जबकि, आने वाले कुछ दिनों तक बिहार के अलग-अलग हिस्सों में सुबह के दौरान घने कोहरे की स्थिति बने रहने का पूर्वानुमान है।

वहीं कल, दिल्ली के कुछ हिस्सों में बहुत घना कोहरा छाया रहा। कल, हरियाणा के अलग-अलग इलाकों, राजस्थान, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में घना कोहरा देखा गया, जबकि पश्चिम बंगाल के अलग-अलग हिस्सों में मध्यम कोहरा छाया रहा।

कोहरे की वजह से कल देश के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को दृश्यता संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ा। कल, दिल्ली के पालम में दृश्यता 25 मीटर, सफदरजंग में दृश्यता 50 मीटर, हरियाणा के हिसार में दृश्यता 25 मीटर, राजस्थान के गंगानगर में दृश्यता 200 मीटर, जयपुर में दृश्यता 500 मीटर रही।

वहीं कल, पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में दृश्यता 200 मीटर, सुल्तानपुर और वाराणसी प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर, बिहार के पूर्णिया में दृश्यता 50 मीटर, गया और भागलपुर प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर, झारखंड के रांची में दृश्यता 200 मीटर, पश्चिम बंगाल के कोलकाता में दृश्यता 500 मीटर, ओडिशा के झारसुगुड़ा, चांदबाली प्रत्येक जगह दृश्यता 200 मीटर दर्ज की गई।

तापमान में उतार चढ़ाव
देश के अलग-अलग हिस्सों में तापमान में उतार चढ़ाव संबंधी पूर्वानुमान देखें तो कल, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तरी राजस्थान, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान नौ से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। जबकि, देश के उत्तरी हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर दर्ज किया गया।

अगले पांच दिनों के दौरान देश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है। वहीं अगले 24 घंटों के दौरान मध्य और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है और उसके बाद न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव होने का अनुमान नहीं है।

कल, देश के मैदानी इलाकों में बिहार के मोतिहारी में न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, केरल के पुनालुर में अधिकतम तापमान 36.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कड़ाके की ठंड और शीतलर से निजात
मौसम विभाग ने बढ़ते तापमान को देखते हुए देश भर में सर्दी के प्रकोप में कमी आने की संभावना जताई है, जबकि अगले पांच दिनों के दौरान देश के किसी भी हिस्से में शीतलहर का कहर देखने को नहीं मिलेगा

कहां होगी बारिश-बर्फबारी और ओलावृष्टि?
मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पछुआ हवाओं में एक ट्रफ के रूप में लगातार जारी है। वहीं, तीन फरवरी से एक और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होकर उत्तर पश्चिम भारत के मौसम में बदलाव करने के आसार हैं।

पश्चिमी विक्षोभ की वजह से तीन से पांच फरवरी के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड में हल्की से भारी बारिश तथा ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने की संभावना है। इन राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।

उत्तर भारत के मैदानी इलाकों के मौसम पर पश्चिमी विक्षोभ का असर देखें तो तीन से पांच फरवरी के दौरान पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश होने की संभावना है। यहां 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बारिश होने का अनुमान है।

मौसम विभाग के द्वारा तीन फरवरी को पश्चिमी राजस्थान में और चार फरवरी को पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है।

पूर्वोत्तर भारत के मौसम में बदलाव की बात करें तो अगले पांच दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश में हल्की से लेकर भारी बारिश और बर्फबारी हो सकती है। जबकि असम और मेघालय, सिक्किम, नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर और त्रिपुरा के कुछ इलाकों में हल्की तहा कुछ हिस्सों में भारी बारिश और बर्फबारी होने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

आज यानी दो फरवरी को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय के अलग-अलग हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बिजली गिरने तथा ओलावृष्टि की आशंका जताई गई है। वहीं आज, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में भी मौसम संबंधी इसी तरह की गतिविधियों के जारी रहने के आसार हैं।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, एक फरवरी को 8:30 से 5:30 के दौरान हिमाचल प्रदेश के अधिकांश इलाकों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद तथा उत्तराखंड के कई हिस्सों में बादल बरसे या गरज कसे साथ बौछारें पड़ी।

वहीं कल, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के कुछ तटीय इलाकों, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश
कल, एक फरवरी को 8:30 से 5:30 के दौरान हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर में 3 सेमी, मनाली, शिमला, धर्मशाला, मंडी और ऊना प्रत्येक जगह 2 सेमी, चंडीगढ़ में 3 सेमी, जम्मू और कश्मीर के बटोटे और भद्रवाह प्रत्येक जगह 2 सेमी, बनिहाल, काजी गुंड, कोकरनाग और कटरा प्रत्येक जगह 1 सेमी, उत्तराखंड के टिहरी और देहरादून प्रत्येक जगह 1 सेमी, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बरेली में 1 सेमी, तमिलनाडु के पलायमकोट्टई में 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।

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