यहां गर्म हवाओं से राहत नहीं, पश्चिम बंगाल में 204 मिमी से अधिक बारिश, जानें अन्य हिस्सों के हाल

आज, जम्मू -कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में वज्रपात तथा गरज के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है
कल उत्तर प्रदेश और दिल्ली के अधिकतर इलाकों में लोगों को भीषण गर्मी का कहर झेलना पड़ा।
कल उत्तर प्रदेश और दिल्ली के अधिकतर इलाकों में लोगों को भीषण गर्मी का कहर झेलना पड़ा।
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उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में गर्मी का कहर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। यहां पारा लगातार छलांग मार रहा है, वहीं कल, हरियाणा,चंडीगढ़ और दिल्ली के कई हिस्सों, पश्चिमी झारखंड, दक्षिण-पश्चिम बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 44 से 47 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया।

वहीं अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, देश भर में बिहार के बक्सर में अधिकतम तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पश्चिम मध्य प्रदेश के राजगढ़ में न्यूनतम तापमान 20.6 डिग्री सेल्सियस रहा।

बढ़ते तापमान के चलते आज, यानी 14 जून को उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड के कुछ हिस्सों में भीषण लू या हीटवेव चलने की आशंका जताई गई है

मौसम विभाग का ताजा अपडेट देखे तो पंजाब, हरियाणा,चंडीगढ़, दिल्ली के कुछ हिस्सों, जम्मू के अलग-अलग हिस्सों, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिमी राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तरी छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कुछ हिस्सों में 17 जून तक लू से राहत मिलने के आसार नहीं हैं।

वहीं कल, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के अधिकतर इलाकों में लोगों को भीषण गर्मी का कहर झेलना पड़ा। वहीं कल, झारखंड के कुछ इलाकों में गर्म हवाओं का प्रकोप रहा। कल, बिहार और पंजाब के कुछ हिस्सों, उत्तरी ओडिशा तथा पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों में लू महसूस की गई।

कल, उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों, हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों, उत्तराखंड के कुछ इलाकों और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में गर्म हवाओं का कहर रहा।

वहीं आज, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में रात के मौसम के गर्म रहने की आशंका जताई गई है।

मॉनसून ट्रैकर
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, अगले तीन से चार दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ने संभावना है।

कहां होगी भारी बारिश?
मौसम विभाग के मुताबिक, पूर्वोत्तर असम और उसके आसपास के इलाकों में एक चक्रवाती प्रसार लगातार बना हुआ है। निचले स्तरों में बंगाल की खाड़ी से पूर्वोत्तर राज्यों तक तूफानी दक्षिण-पश्चिमी हवाएं भी लगातार चल रही हैं। मौसम संबंधी इन गतिविधियों के चलते आज, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में बहुत भारी से अत्यंत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन इलाकों में 204.5 मिमी से अधिक बारिश बरस सकते हैं बादल।

वहीं आज, असम और मेघालय के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, इन दोनों राज्यों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक हो सकती है बारिश।

आज, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। इन सभी राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बादलों के बरसने के आसार हैं।

कहां पड़ेंगी तेज हवाओं के साथ बौछारें, कहां गिरेगी बिजली?
मौसम विभाग की मानें तो आज, पूर्वी मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में 70 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।

वहीं आज, पश्चिमी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल में गंगा के अलग-अलग तटीय इलाकों में बिजली गिरने तथा तूफानी हवाएं चलने के आसार हैं।

आज, विदर्भ, बिहार, झारखंड, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना तथा आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में तूफानी हवाओं के साथ वज्रपात होने की आशंका जताई गई है, जबकि, गुजरात, केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने के आसार हैं।

वहीं उत्तर भारत में मौसमी बदलाव देखें तो दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और उसके आसपास के इलाकों के निचले और मध्य स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। इसके कारण अगले पांच दिनों के दौरान मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और अगले दो दिनों के दौरान राजस्थान में बिजली गिरने तूफानी हवाओं के साथ साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इन राज्यों में 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।

मौसम विभाग के मुताबिक, एक नया कमजोर पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं के गर्त के रूप में सक्रिय हो गया है। इसके कारण आज, यानी 14 जून को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में वज्रपात तथा गरज के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है, उत्तर के इन राज्यों में 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।

मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, आज, अरब सागर के मध्य भागों, श्रीलंका तट, मन्नार की खाड़ी, दक्षिण और मध्य तथा उससे सटे उत्तरी बंगाल की खाड़ी में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने के आसार हैं।

वहीं आज, सोमालिया तट, दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिमी मध्य अरब सागर, ओडिशा तट से दूर 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 13 जून को 8:30 से 5:30 के दौरान असम और मेघालय के कई इलाकों, कर्नाटक, कोंकण और गोवा, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पश्चिमी मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद के कुछ हिस्सों तथा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

वहीं कल, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, केरल और माहे तथा तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 13 जून को 8:30 से 5:30 के दौरान नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अगरतला में 6 सेमी, कैलाशहर में 3 सेमी, असम और मेघालय के सिलचर में 4 सेमी, शिलांग में 2 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के महाबलेश्वर में 3 सेमी, कोंकण और गोवा के पंजिम और रत्नागिरी प्रत्येक जगह 3 सेमी, गुजरात के बुलसर में 2 सेमी, तेलंगाना के खम्मम में 2 सेमी, हैदराबाद में 1 सेमी, केरल और माहे के कन्नूर में 1 सेमी बारिश दर्ज की गई।

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