अगले तीन दिनों में कहां पहुंचेगा मॉनसून, उत्तर के इन हिस्सों में लू, राजस्थान में धूल भरी आंधी

असम और मेघालय में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, इन दोनों राज्यों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बादलों के बरसने के आसार हैं।
अगले तीन दिनों में कहां पहुंचेगा मॉनसून, उत्तर के इन हिस्सों में लू, राजस्थान में धूल भरी आंधी
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मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो से तीन दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के मध्य अरब सागर, कर्नाटक, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश, पश्चिम-मध्य और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ने की संभावना है।

वहीं, उत्तर पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत में तपिश का कहर जारी है। इन इलाकों के राज्यों में लोग भीषण लू का प्रकोप झेल रहे हैं। हालांकि पिछले दिनों के मुकाबले आसमान से बरसती आग में कुछ कमी महसूस की जा रही है। मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, अगले तीन दिनों में देश भर में हीटवेव की तीव्रता में कमी आने की संभावना है।

दक्षिण और पूर्वोत्तर के अधिकतर राज्यों में मॉनसून ने दस्तक दे दी है, जिससे वहां गर्मी से राहत तो मिली है लेकिन उमस का सितम जारी है।

कल, पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। जबकि, आंतरिक ओडिशा, विदर्भ, पंजाब के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की कमी आई है।

कल, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी मध्य प्रदेश और उससे सटे पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है।

कल, उत्तरी राजस्थान, दक्षिण हरियाणा, दिल्ली, उत्तरी मध्य प्रदेश और दक्षिण पूर्वी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 43 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।

वहीं कल, पंजाब के कई हिस्सों, हरियाणा, दिल्ली, दक्षिणी राजस्थान, मध्य प्रदेश के बाकी हिस्सों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, तेलंगाना, दक्षिणी आंतरिक ओडिशा के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 41 से 43 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।

कल देश भर में पश्चिम राजस्थान के गंगानगर में अधिकतम तापमान 45.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में बिहार के डेहरी में न्यूनतम तापमान 21.2 डिग्री सेल्सियस रहा।

आज, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली के कुछ हिस्सों में लू या हीटवेव चलने के आसार हैं। वहीं आज, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कुछ इलाकों में भी लू का प्रकोप रहेगा।

वहीं कल, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश के मध्य के हिस्सों में लोगों को लू का सामना करना पड़ा।

मौसम विभाग के मुताबिक, आज, बिहार, कोंकण और गोवा में गर्म और उमस बहरे मौसम के बने रहने की आशंका जताई गई है।

उत्तर भारत में मौसम संबंधी बदलाव देखें तो यहां पश्चिमी विक्षोभ मध्य स्तरों पर पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में सक्रिय है। वहीं, निचले स्तरों में उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश और दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश में दो चक्रवाती प्रसार जारी हैं। अगले सात दिनों तक उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में दक्षिण-पश्चिमी अरब सागर से आने वाली हवाओं का दौर जारी रहेगा।

उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधि को देखते हुए अगले पांच दिनों के दौरान जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बिजली गिरने तूफानी हवाओं के साथ हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है। उत्तर के इन पहाड़ी राज्यों में 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक हो सकती है बारिश।

वहीं, पश्चिमी विक्षोभ और हवाओं का प्रभाव उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों पर भी पड़ेगा, जहां तीन से सात जून के दौरान पंजाब और हरियाणा में, तीन से पांच जून के दौरान उत्तर प्रदेश और तीन जून को राजस्थान में तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश होने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। इन हिस्सों में भी 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।

आज, पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ धूल भरी आंधी चलने की आशंका जताई गई है।

कहां होगी भारी बारिश?
चक्रवाती प्रसार और बंगाल की खाड़ी से लेकर निचले स्तरों पर पूर्वोत्तर राज्यों तक तेज दक्षिण-पश्चिमी हवाएं चल रही हैं। इसके कारण आज, असम और मेघालय के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। इन दोनों राज्यों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बादलों के बरसने के आसार हैं।

वहीं, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, केरल और माहे, आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश होने के आसार हैं, यहां, 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।

कल, केरल के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई, वहीं कल, अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भी जमकर बरसे बादल।

मौसम विभाग के मानें तो आज, देश के अधिकतर राज्यों में तूफानी हवाओं के साथ बौछारें पड़ने तथा वज्रपात की आशंका जताई गई है।

मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, आज, लक्षद्वीप के इलाकों, दक्षिण और उससे सटे पूर्व मध्य बॉब, उत्तरी अंडमान सागर में 35से 45 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं।

वहीं आज, मन्नार की खाड़ी और उससे सटे कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिण-पश्चिम बॉब के मध्य भागों तथा दक्षिण श्रीलंका तट पर 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

आज, पश्चिम मध्य अरब सागर से सटे सोमालिया तटों पर 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं।

उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, दो जून को 8:30 से 5:30 के दौरान केरल और माहे के कई इलाकों, छत्तीसगढ़, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, ओडिशा, पूर्वी राजस्थान, उत्तराखंड, झारखंड, बिहार, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, दो जून को 8:30 से 5:30 के दौरान केरल के त्रिशूर और अलपुझा प्रत्येक जगह 12 सेमी , एर्नाकुलम में 9 सेमी, कोझिकोड में 7 सेमी, तमिलनाडु के चेन्नई में 6 सेमी, पुथुकुडी में 3 सेमी, सेलम में 2 सेमी, तेलंगाना के सिद्दीपेट में 5 सेमी, अरुणाचल प्रदेश के पपुमपारे में 9 सेमी, लोहित में 4 सेमी, पूर्वी सियांग में 2 सेमी, छत्तीसगढ़ के जशपुर में 2 सेमी तथा कोरिया में भी 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।

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