दिल्ली में मौसम विभाग की भारी बारिश की चेतावनी के बाद भी लोगों को बारिश का इंतजार है, दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में उमस भरी गर्मी का कहर जारी है। उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के चलते यहां नदियां उफान पर हैं। कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जिनमें गोरखपुर में राप्ती, सिद्धार्थनगर में बूढ़ी राप्ती व कुन्हरा और गोंडा में क्वानो नदी शामिल हैं, हालांकि कुछ नदियों का जलस्तर कम भी हुआ है।
इन सभी गतिविधियों के चलते उत्तर प्रदेश में बाढ़ के कारण 1661 गांवों पर असर पड़ा है जहां 13 जिले बाढ़ के कारण सबसे अधिक प्रभावित हैं। लखीमपुर-खीरी और सिद्धार्थनगर के हालात गंभीर हैं। स्थानीय मीडिया के मुताबिक बीते 24 घंटे में 11 लोगों की मौत हो गई है। बिहार में भी कुछ इलाके बाढ़ का दंश झेल रहे हैं।
वहीं असम में बाढ़ का पानी घटने के बावजूद भी 16 जिलों में चार लाख लोग अभी भी प्रभावित हैं। इस साल राज्य के 23 जिलों में बाढ़ के कारण 97 लोगों की मौत हो गई, जबकि पिछले महीने की शुरूआत में शुरू हुई मॉनसूनी बारिश के कारण भूस्खलन और अन्य आपदाओं में करीब 10 लोगों की जान चली गई। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, बाढ़ के पानी में अभी भी 16 जिलों के 1,021 गांवों की 19,724 हेक्टेयर फसलें डूबी हुई हैं।
कहां होगी भारी बारिश?
मौसम विभाग ने आज, कोंकण और गोवा, सौराष्ट्र और कच्छ, तटीय कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में बहुत भारी से अत्यंत भारी बारिश होने के आसार जताए हैं, इन हिस्सों में 204.5 मिमी से अधिक बारिश हो सकती है।
वहीं आज, उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना, केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई है, इन सभी राज्यों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बादलों के बरसने का अनुमान है।
आज, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिम राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा और उत्तर आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने का पूर्वानुमान है, इन राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बदरा।
कहां पड़ेंगी तेज हवाओं के साथ बौछारें, कहां गिरेगी बिजली?
मौसम विभाग की मानें तो आज, यानी 18 जुलाई को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ तथा गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बारिश तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक आज, उत्तरी अरब सागर के दक्षिणी हिस्सों, मध्य अरब सागर और दक्षिण अरब सागर के कई इलाकों, कर्नाटक, केरल के तटों और लक्षद्वीप क्षेत्र, दक्षिण और मध्य बंगाल की खाड़ी, आंध्र प्रदेश के तटों पर 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।
वहीं आज, गुजरात, महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा के तटों, मन्नार की खाड़ी, मध्य बंगाल की खाड़ी के अधिकतर इलाकों, दक्षिण बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्सों, उत्तरी अंडमान सागर में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
आज, पश्चिम-मध्य और उससे सटे पूर्व-मध्य तथा दक्षिण-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के आसपास के इलाकों तथा सोमालिया और ओमान के तटों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने के आसार हैं।
उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
तापमान में उतार चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, पश्चिम राजस्थान के जैसलमेर में अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में विदर्भ के यवतमाल में न्यूनतम तापमान 19.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल,17 जुलाई को 8:30 से 5:30 के दौरान केरल और माहे के अधिकतर हिस्सों, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, कोंकण और गोवा तथा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कई हिस्सों, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, पश्चिम मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तटीय कर्नाटक और लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग इलाकों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां हुई दो सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल,17 जुलाई को 8:30 से 5:30 के दौरान तमिलनाडु के वालपराई में 5 सेमी, कोंकण और गोवा के रत्नागिरी में 3 सेमी, पणजी में 2 सेमी, छत्तीसगढ़ के रायपुर में 8 सेमी, राजनांदगांव में 4 सेमी, केरल और माहे के कोचीन में 4 सेमी, कन्नूर, कोझिकोड, करिपुर, पलक्कड़ और त्रिशूर प्रत्येक जगह 2 सेमी, पूर्वी राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में 2 सेमी, पश्चिमी मध्य प्रदेश के पंचमढ़ी में 9 सेमी, खंडवा में 2 सेमी, विदर्भ के ब्रह्मपुरी में 9 सेमी, भंडारा में 5 सेमी, वर्धा में 4 सेमी, गढ़चिरौली में 3 सेमी बारिश हुई।
वहीं कल, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के कोलकाता (अलीपुर), डायमंड हार्बर और हल्दिया प्रत्येक जगह 2 सेमी, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फर नगर में 3 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कलिंगपट्टनम में 3 सेमी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के माया बंदर में 4 सेमी बारिश दर्ज की गई।