
🟠 ऑरेंज अलर्ट (भारी से बहुत भारी बारिश) : अरुणाचल प्रदेश, असम-मेघालय, बिहार, मराठवाड़ा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम-त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल-सिक्किम, तेलंगाना और उत्तराखंड में 115.6–204.4 मिमी तक बारिश की संभावना।
🟡 येलो अलर्ट (भारी बारिश) : आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, हरियाणा-चंडीगढ़-एनसीआर, हिमाचल प्रदेश, कोंकण-गोवा, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ और ओडिशा में 64.5–115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
🌩️ आंधी-तूफान और बिजली गिरने का खतरा : आंध्र प्रदेश में 40–50 किमी प्रति घंटा और बिहार, झारखंड, तेलंगाना, ओडिशा, कर्नाटक व जम्मू-कश्मीर में 30–40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।
🌊 बाढ़ और जलभराव का अंदेशा : असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम और उत्तर बंगाल के कई जिलों में अचानक बाढ़ और जलभराव की स्थिति बन सकती है।
भारत में मानसून अब धीरे-धीरे अपने अंतिम चरण की ओर बढ़ रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, 15 सितंबर के आसपास राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई शुरू हो सकती है। हालांकि मानसून की वापसी से पहले देश के कई राज्यों में अभी भी तेज बारिश और आंधी-तूफान का दौर जारी रहेगा। मौसम विभाग ने आज 13 सितंबर, 2025 को कई राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश और बाढ़ की चेतावनी जारी की है।
वर्तमान में बंगाल की खाड़ी के पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी हिस्सों, आंध्र प्रदेश और ओडिशा तट के पास एक कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय है। इसके अगले दो दिनों में पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ते हुए ओडिशा, आंध्र प्रदेश और दक्षिण छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों के मौसम को प्रभावित करने के आसार हैं।
इसके साथ ही, मानसून ट्रफ अमृतसर, मुजफ्फरनगर, हरदोई, सिद्दी, जगदलपुर होते हुए इस कम दबाव वाले क्षेत्र से गुजर रही है। इस तरह की स्थिति के चलते देश के कई हिस्सों में बारिश हो सकती है। साथ ही देश के कई इलाकों में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार जारी है। पश्चिमी विक्षोभ हिमाचल प्रदेश और आसपास के इलाकों में एक चक्रवाती प्रसार के रूप में बना हुआ है।
इन सभी मौसमी गतिविधियों के कारण, आज 13 सितंबर, 2025 को अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, बिहार, मराठवाड़ा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, तेलंगाना तथा उत्तराखंड में गरज के साथ भारी से बहुत बारिश बारिश होने की आशंका जताई गई है। इन राज्यों में 115.6 से 204.4 मिमी तक बारिश हो सकती है। साथ ही यहां बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
वहीं आज, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, तटीय कर्नाटक, पूर्वी मध्य प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, कोंकण-गोवा, मध्य महाराष्ट्र, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, ओडिशा और विदर्भ में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं। विभाग ने इन राज्यों में बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक पानी बरस सकता है।
आंधी-तूफान और बिजली गिरने का खतरा
मौसम विभाग की मानें तो आज, बारिश के साथ-साथ आंधी-तूफान और बिजली गिरने की घटनाएं भी कई राज्यों में देखने को मिल सकती हैं। आंध्र प्रदेश में 40 से 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान है।
जबकि आज, बिहार, कर्नाटक, जम्मू और कश्मीर, झारखंड, ओडिशा, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल में 30 से 40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने के साथ बौछारें पड़ने तथा बिजली गिरने का अंदेशा जताया गया है।
किन राज्यों में है बाढ़ व जलभराव का अंदेशा?
लगातार बारिश के कारण पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत के कई इलाकों में अचानक बाढ़ व जलभराव का खतरा है। विभाग ने कहा है कि अगले 24 घंटों के दौरान असम और मेघालय के कछार, करीमगंज, कोकराझार, एन.सी. हिल्स, ईस्ट खासी हिल्स, री भोई, वेस्ट खासी हिल्स आदि जिलों में जलभराव व अचानक बाढ़ का अंदेशा है।
इसी दौरान मणिपुर के चुराचांदपुर, तमेंगलोंग, उखरूल और चांदेल जिलों, मिजोरम के आइजोल, चंपाई, लुंगलई, ममित और सेरछिप जिलों में अचनाक बाढ़ आने की आशंका जताई गई है।
वहीं अलगे 24 घंटों के दौरान नागालैंड के कोहिमा, तुएनसांग, किफिरे और दीमापुर जिलों, सिक्किम और उत्तर बंगाल के दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार, नॉर्थ और वेस्ट सिक्किम में अचानक बाढ़ व जलभराव होने के आसार हैं।
किसानों और आम जनता के लिए सलाह
मौसम विभाग के द्वारा किसानों को सलाह दी गई है कि वे खेतों में पानी की निकासी की व्यवस्था पहले से कर लें ताकि फसल को नुकसान न हो। जिन इलाकों में बिजली गिरने के आसार हैं, वहां लोगों को खुले मैदान और पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचना चाहिए। बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों में स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करना जरूरी है। समुद्र के किनारे और नदी किनारे बसे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
कुल मिलाकर मानसून विदाई की तैयारी कर रहा है लेकिन उसकी विदाई से पहले कई राज्यों को भारी बारिश और बाढ़ का सामना करना पड़ सकता है। पूर्वोत्तर और मध्य भारत में बाढ़ का खतरा बना हुआ है, जबकि पश्चिमी और दक्षिण भारत में भी भारी बारिश और आंधी-तूफान के आसार हैं।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 12 सितंबर, 2025 को तमिलनाडु के पलायमकोट्टई में अधिकतम तापमान 37.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में असम के हाफलोंग में न्यूनतम तापमान 18.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 12 सितंबर, 2025 को हिमाचल प्रदेश, मराठवाड़ा, विदर्भ, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, मध्य महाराष्ट्र, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, तेलंगाना, असम और मेघालय, छत्तीसगढ़, तटीय कर्नाटक और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के अधिकतर इलाकों, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।
वहीं कल, अरुणाचल प्रदेश, पंजाब, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, पूर्वी मध्य प्रदेश, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख, ओडिशा, कोंकण और गोवा और रायलसीमा के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 12 सितंबर, 2025 को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के पांडिचेरी में 6 सेमी, कुड्डालोर में 4 सेमी, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के इंफाल में 4 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के कलिंगपटनम में 4 सेमी, विशाखापत्तनम में 2 सेमी, उत्तराखंड के देहरादून-मोहकमपुरमें 3 सेमी, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के बागडोगरा में 3 सेमी, मालदा में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।
वहीं कल, पूर्वी मध्य प्रदेश के जबलपुर में 2 सेमी, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख के कटरा में 2 सेमी, तेलंगाना के निजामाबाद में 2 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के पुणे- शिवाजीनगर में 2 सेमी, असम और मेघालय के धुबरी में 2 सेमी, ओडिशा के गोपालपुर और झारसुगुड़ा प्रत्येक जगह 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।