मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा, उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और बिहार के कुछ हिस्सों में दस्तक दे दी है।
वहीं अगले तीन से चार दिनों के दौरान उत्तरी अरब सागर, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, ओडिशा, उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी, पश्चिम बंगाल में गंगा के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के शेष हिस्सों, झारखंड के कुछ हिस्सों, बिहार के कुछ और हिस्सों और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने की संभावना है।
पश्चिमी विक्षोभ एक चक्रवाती प्रसार के रूप में जम्मू और कश्मीर और उसके आसपास के इलाकों के निचले और मध्य स्तरों पर जारी है, वहीं उत्तरी हरियाणा के निचले स्तरों पर इसके कारण एक और चक्रवाती प्रसार बन गया है।
मौसम संबंधी इन गतिविधियों के चलते आज, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा चंडीगढ़, दिल्ली तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। उत्तर के इन हिस्सों में 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग की मानें तो अगले सात दिनों के दौरान उत्तराखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में गरज के साथ बारिश हो सकती है। वहीं 23 और 24 जून को उत्तराखंड और 24 जून को पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया गया है, यहां 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बादलों के बरसने के आसार हैं।
वहीं, अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में 25 से 35 किमी प्रति घंटे की गति से तेज सतही हवाएं चलने के आसार हैं।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, असम और उसके आसपास के इलाकों में एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है और दूसरा बिहार और उसके आसपास के इलाकों के निचले स्तरों पर जारी है। इन गतिविधियों के कारण आज, असम और मेघालय, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, केरल और माहे तथा तटीय कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। इन राज्यों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
वहीं आज, विदर्भ, छत्तीसगढ़, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश, तेलंगाना और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने का अनुमान है, इन सभी राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
कहां पड़ेंगी तेज हवाओं के साथ बौछारें, कहां गिरेगी बिजली?
चक्रवाती प्रसार के कारण मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में 70 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ वज्रपात होने की आशंका जताई गई है।
वहीं आज, विदर्भ, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, बिहार, झारखंड, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा रायलसीमा के अलग-अलग हिस्सों में बिजली चमकने तथा तूफानी हवाओं के चलने के आसार हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में उप-हिमालयी इलाकों और सिक्किम, ओडिशा, तेलंगाना और आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने तथा तूफानी हवाएं चलने का अनुमान है। आज, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, मराठवाड़ा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे तथा तटीय कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बिजली गिरने का पूर्वानुमान है।
कहां चलेगी लू या हीटवेव
21 से 23 जून के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में लू या हीटवेव चलने की आशंका जताई गई है, हालांकि उसके बाद लू में कमी आने की संभावना जताई गई है।
वहीं कल, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ के कुछ हिस्सों और उत्तराखंड के कुछ इलाकों में लोगों को भीषण लू का कहर झेलना पड़ा। जबकि कल, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली के अधिकांश हिस्सों, पंजाब, हरियाणा और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों, जम्मू के अलग-अलग हिस्सों, ओडिशा, झारखंड और बिहार के कुछ इलाकों में लू का प्रकोप महसूस किया गया।
मौसम विभाग ने आज भी ओडिशा में गर्म और नमी भरे मौसम से छुटकारा न मिलने की आशंका जताई है। वही आज, राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में रात के मौसम के गर्म रहने के आसार हैं।
कल, देश भर में उत्तर प्रदेश के कानपुर आईएएफ में अधिकतम तापमान 45.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में झारखंड के रांची में न्यूनतम तापमान 21.6 डिग्री सेल्सियस रहा।
मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक आज, पूर्व मध्य और उससे सटे पश्चिम मध्य, दक्षिण पश्चिम के उत्तरी भागों, दक्षिण पूर्व अरब सागर, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल तटों, इससे सटे लक्षद्वीप-मालदीव के इलाकों, श्रीलंका तट, मन्नार की खाड़ी, दक्षिण और मध्य बंगाल की खाड़ी में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने के आसार हैं।
वहीं आज, सोमालिया तट और उससे सटे दक्षिण पश्चिम अरब सागर, पश्चिम मध्य और समीपवर्ती पूर्व मध्य, उत्तर अरब सागर के दक्षिणी भागों, यमन और ओमान तटों पर 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के 65 किमी प्रति घंटे में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 20 जून को 8:30 से 5:30 के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, कोंकण और गोवा, विदर्भ के अधिकांश हिस्सों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, केरल और माहे, लक्षद्वीप, तटीय कर्नाटक, बिहार, ओडिशा में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, जम्मू और कश्मीर लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान तथा उत्तर प्रदेश के कई इलाकों, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, मध्य महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, मराठवाड़ा, गुजरात, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, झारखंड, रायलसीमा के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां हुई भारी बारिश?
कल, 20 जून को 8:30 से 5:30 के दौरान तमिलनाडु, कोंकण और गोवा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई, वहीं कल, केरल, तेलंगाना, गुजरात, बिहार, पूर्वी मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश हुई।