मानसून ने केरल में छह दिन पहले किया प्रवेश, दक्षिण में भारी बारिश का अंदेशा

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने 24 मई 2025 की दोपहर में मानसून के प्रवेश की घोषणा की
फाइल फोटो
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मानसून ने इस वर्ष समय से पहले दस्तक दे दी है। सामान्यतः 1 जून को केरल तट पर पहुंचने वाला मानसून आज 24 मई को ही केरल में प्रवेश कर गया। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, मानसून की यह शुरुआती सक्रियता पश्चिमी तट पर अगले कुछ दिनों में भारी वर्षा का संकेत दे रही है।

पूर्व-मध्य अरब सागर और दक्षिण कोंकण तट पर बना दबाव क्षेत्र आज दोपहर तक दक्षिण तटीय महाराष्ट्र को पार कर गया। यह दबाव क्षेत्र पिछले छह घंटों में लगभग 18 किमी/घंटा की गति से पूर्व की ओर बढ़ते हुए रत्नागिरी के पास समुद्र तट से टकराया और अब मध्य महाराष्ट्र के ऊपर केंद्रित है। यह स्थान संगली से लगभग 40 किमी उत्तर-पश्चिम, रत्नागिरी से 100 किमी पूर्व तथा सतारा से 140 किमी पूर्व-दक्षिण-पश्चिम में स्थित है।

मौसम विभाग का कहना है कि यह प्रणाली आगे पूर्व की ओर बढ़ते हुए दक्षिण मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और उत्तर आंतरिक कर्नाटक से होकर गुजरेगी और अगले 12 घंटों में धीरे-धीरे कमजोर होकर एक स्पष्ट निम्न दबाव क्षेत्र में तब्दील हो जाएगी।

इस प्रणाली के प्रभाव से अगले सात दिनों तक पश्चिमी तट — केरल, कर्नाटक, गोवा और तटीय महाराष्ट्र में भारी से अत्यंत भारी वर्षा होने की आशंका है। विभाग के मुताबिक केरल में 24 से 26 मई तक भारी वर्षा, जबकि तटीय महाराष्ट्र, मध्य महाराष्ट्र व गोवा में 24 मई को भारी वर्षा, 24 से 27 मई तक कर्नाटक के तटीय और घाट क्षेत्र में व 25 और 26 मई को तमिलनाडु के घाट क्षेत्र में अत्यंत भारी वर्षा की आशंका है।

वहीं दूसरी ओर, देश के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में भीषण गर्मी से राहत मिलने के फिलहाल कोई संकेत नहीं हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि राजस्थान में 27 मई तक भीषण लू की स्थिति बनी रहेगी। पंजाब, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर: 26 मई तक लू की स्थिति जारी रह सकती है।

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