उत्तर भारत के पहाड़ी हिस्सों के जम्मू और कश्मीर, लद्दाख में भारी बारिश बर्फबारी के चलते अधिकतम तापमान -5.1 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं उत्तर के मैदानी इलाकों के कुछ राज्यों में भी पारे में गिरावट दर्ज की गई है, जहां अधिकतम तापमान -1.6 से -3 डिग्री दर्ज किया जा रहा है।
दूसरी और तापमान बढ़ने से देश के कई राज्य गर्म हवाओं की चपेट में हैं। कल, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और ओडिशा के कई हिस्सों, झारखंड, तेलंगाना, रायलसीमा के कुछ हिस्सों, तथा मध्य महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में अधिकतम तापमान 43 से 46 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
वहीं कल, बिहार, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मराठवाड़ा, गुजरात, तटीय आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, पश्चिम मध्य प्रदेश और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में अधिकतम तापमान 40 से 43 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
कल, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और बिहार के कई हिस्सों, ओडिशा के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, झारखंड, गुजरात, कोंकण, तेलंगाना और केरल के अलग-अलग इलाकों में अधिकतम तापमान सामान्य से चार से आठ डिग्री सेल्सियस ऊपर रहा।
कल, देश भर में पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के कलाईकुंडा में अधिक तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पंजाब के अमृतसर में न्यूनतम तापमान 13.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां चलेगी लू या हीटवेव?
एक और दो मई को पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में भीषण लू या हीटवेव चलने की आशंका जताई गई है। वहीं, ओडिशा, बिहार के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, झारखंड के अलग-अलग इलाकों में भी भीषण लू का कहर रहेगा। हालांकि दो मई के बाद इन हिस्सों में लू की तीव्रता में कमी आने की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग की मानें तो अगले पांच दिनों के दौरान रायलसीमा, सौराष्ट्र के अलग-अलग इलाकों में लोगों को भीषण लू या हीटवेव से राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।
वहीं, अगले पांच दिनों के दौरान तेलंगाना, आंतरिक कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के अलग-अलग इलाकों में भी लू महसूस की जाएगी, एक और दो मई को केरल में, एक मई को कोंकण, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और एक से तीन मई के दौरान तमिलनाडु में भी रहेगा लू का कहर।
वहीं कल, पश्चिम बंगाल में गंगा के अधिकांश तटीय इलाकों में लोगों को भीषण लू का प्रकोप झेलना पड़ा। जबकि, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा के कुछ हिस्सों में और कोंकण के अलग-अलग हिस्सों में लू महसूस की गई।
मौसम विभाग इस बात की लगातार जानकारी दे रहा है कि 15 अप्रैल से ओडिशा में और 17 अप्रैल से पश्चिम बंगाल में सामान्य लू या हीटवेव से लेकर भीषण हीटवेव या लू का कहर जारी है।
कहां रहेगा गर्म और नमी भरा मौसम?
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक, अगले पांच दिनों के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल और माहे, सौराष्ट्र और कच्छ तथा कर्नाटक में गर्म और नमी भरे मौसम के जारी रहने के आसार हैं। दो से चार मई के दौरान कोंकण और गोवा, एक मई को पश्चिम असम, त्रिपुरा में भी लोगों को गर्म और नमी भरे मौसम से राहत मिलती नहीं दिख रही है।
कहां रहेगा रातों का मौसम गर्म
अगले पांच दिनों के दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में रातों के मौसम के गर्म रहने की आशंका जताई गई है। वहीं, एक और दो मई को ओडिशा और बिहार में, एक मई को पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों में भी लोगों को गर्म रातों से राहत मिलने के आसार नहीं हैं।
कैसा रहेगा उत्तर भारत में मौसम का मिजाज?
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ एक चक्रवाती प्रसार के रूप में उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे जम्मू और कश्मीर के निचले और मध्य स्तरों पर जारी है। इसके कारण एक और दो मई को उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में 25 से 35 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज सतही हवाएं चलने के आसार हैं।
पूर्वोत्तर भारत में क्या कहता है मौसम?
चक्रवाती प्रसार के चलते अगले पांच दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, सिक्किम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा के कई इलाकों में बिजली गिरने 30 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा बर्फबारी के आसार हैं। पूर्वोत्तर के इन राज्यों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।
वहीं आज, यानी एक मई, 2024 को सिक्किम के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि होने की आशंका जताई गई है।
एक और दो मई को अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में, एक से तीन मई के दौरान नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने की आशंका जताई गई है, इन राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
वहीं, एक और दो मई को अरुणाचल प्रदेश में, दो मई को मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, यहां 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल। 02 मई को मेघालय के अलग-अलग स्थानों हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है, मेघालय में 204.5 मिमी से अधिक बारिश होने के आसार हैं।
दक्षिण-मध्य तथा अन्य हिस्सों में कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण-पूर्व मध्य प्रदेश से दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के निचले स्तरों पर एक असंतुलित हवाओं का ट्रफ बना हुआ है। इसके चलते अगले सात दिनों के दौरान केरल, माहे और तमिलनाडु में, तथा एक मई को लक्षद्वीप में वज्रपात होने तथा गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इन हिस्सों में 5.6 मिमी से 64.4 मिमी तक हो सकती है बारिश।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 30 अप्रैल को 8:30 से 5:30 के दौरान असम और मेघालय के कुछ हिस्सों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा तथा केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।