उत्तर से पूर्वोत्तर तक भारी बारिश के आसार, कई इलाकों में बाढ़ का खतरा

आज, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार और मेघालय के अलग-अलग हिस्सों में बहुत भारी से भयंकर बारिश होने की आशंका जताई गई है, यहां 204.5 मिमी से अधिक बरस सकते हैं बादल।
 उत्तर प्रदेश के सात जिले बाढ़ की चपेट में हैं, वहीं बाराबंकी से बहने वाली सरयू नदी सब कुछ बहाने पर आमादा है।
उत्तर प्रदेश के सात जिले बाढ़ की चपेट में हैं, वहीं बाराबंकी से बहने वाली सरयू नदी सब कुछ बहाने पर आमादा है।
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लगातार बरस रही आसमानी आफत के कारण उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में पहाड़ दरक रहे हैं। श्री बद्रीनाथ राष्ट्रीय राज मार्ग पर पहाड़ के एक बड़े हिस्से के सड़क पर आ जाने से भारी संख्या में तीर्थ यात्रियों के फसने की खबर सामने आ रही है।

उत्तराखंड के मैदानी इलाकों की बात करें तो उधमसिंह नगर जिले के चंपावत में बाढ़ के कारण खेतों में पानी भर गया है, फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। वहीं उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में जलजमाव और बाढ़ से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश के सात जिले बाढ़ की चपेट में हैं, वहीं बाराबंकी से बहने वाली सरयू नदी सब कुछ बहाने पर आमादा है।

वहीं मौसम विभाग ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है, इस आसमानी आफत के अगले कुछ दिनों तक जारी रहने की भी आशंका जताई है।

वहीं पड़ोसी देश नेपाल में बारिश का दौर जारी है जिसके कारण बिहार व पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई हिस्से बाढ़ की जद में हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पूर्वोत्तर भारत के असम में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 84 हो गई है। बाढ़ से 27 जिलों के लगभग 14.39 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।

बाढ़ के पानी से 86 राजस्व इलाकों के अंतर्गत आने वाले 2,580 गांव जलमग्न हो गए हैं। 1,57,000 लोग अभी भी 365 राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं। वहीं बाढ़ के कारण काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में नौ गैंडों समेत 159 जंगली जानवर अपनी जान गंवा चुके हैं।

वहीं मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान के हवाले से कहा है कि आज, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार और मेघालय के अलग-अलग हिस्सों में बहुत भारी से भयंकर बारिश होने की आशंका है, यहां 204.5 मिमी से अधिक बरस सकते हैं बादल।

वहीं आज, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, कोंकण और गोवा के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं। इन हिस्सों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बारिश हो सकती है।

आज, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, नागालैंड, मणिपुर, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात, तटीय और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बादलों के जमकर बरसने का पूर्वानुमान है। इन राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।

कहां पड़ेंगी तेज हवाओं के साथ बौछारें, कहां गिरेगी बिजली?

आज, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार, झारखंड, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय तथा गुजरात के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ बारिश होने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है

मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी

मौसम विभाग के अनुसार आज, पूर्वोत्तर अरब सागर के दक्षिणी हिस्सों और इससे सटे उत्तर-पश्चिम अरब सागर, पूर्वम-मध्य अरब सागर के कई इलाकों और पश्चिम-मध्य अरब सागर के अधिकतर हिस्सों, दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के उत्तरी इलाकों और समीपवर्ती दक्षिण-पूर्व अरब सागर, मन्नार की खाड़ी, श्रीलंका तट, दक्षिण-पश्चिम, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी, मध्य और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के अधिकांश इलाकों, उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के तटों पर 35 से 45 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।

वहीं आज, सोमालिया तट, दक्षिण-पश्चिम अरब सागर इससे सटे उत्तरी हिस्सों, पश्चिम-मध्य अरब सागर के अधिकांश इलाकों, दक्षिण ओमान तट के समीपवर्ती हिस्सों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।

उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

तापमान में उतार चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान देखें तो कल, पश्चिम राजस्थान के बीकानेर में अधिकतम तापमान 42.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में दिल्ली के रिज में न्यूनतम तापमान 23.2 डिग्री सेल्सियस रहा।

कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 10 जुलाई को 8:30 से 5:30 के दौरान असम और मेघालय के कई इलाकों, उत्तर प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, कोंकण और गोवा, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

वहीं कल, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती इलाके, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, गुजरात, विदर्भ के अलग-अलग इलाकों, मध्य महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, रायलसीमा, केरल और माहे तथा तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।

कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?

कल, 10 जुलाई को 8:30 से 5:30 के दौरान छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में 7 सेमी, पूर्वी उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 6 सेमी, कानपुर (आईएएफ) में 4 सेमी, बलिया में 2 सेमी, तटीय कर्नाटक के कारवार में 6 सेमी, गुजरात के दीव और बोटाद हर जगह 4 सेमी, चजोतौदेपुर में 2 सेमी, लक्षद्वीप के अगाथी और अमिनीदिवी हर जगह 4 सेमी, मध्य प्रदेश के दमोह में 3 सेमी, भोपाल और शिवपुरी में 2 सेमी, बिहार के फारबिसगंज में 3 सेमी बारिश दर्ज की गई।

वहीं कल, मेघालय के चेरापूंजी में 3 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के आसनसोल में 3 सेमी, अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट में 3 सेमी, पंजाब के अमृतसर में 2 सेमी, दिल्ली के पालम में 2 सेमी, सफदरजंग में 1 सेमी, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के बागडोगरा और जलपाईगुड़ी हर जगह 2 सेमी, विदर्भ के वर्धा में 2 सेमी तथा तमिलनाडु के कोडईकनाल में 2 सेमी बारिश हुई।

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