भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, उत्तर भारत के मैदानी हिस्सों के वायुमण्डल के ऊपरी स्तरों में 130 से 140 नॉट की रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवाएं चल रहीं हैं। इन हवाओं की वजह से पूरे उत्तर भारत में अगले कुछ दिनों तक कड़ाके की सर्दी और शीतलहर का कहर जारी रह सकता है।
क्या होती हैं जेट स्ट्रीम हवाएं?
जेट स्ट्रीम वायुमंडल के ऊपरी स्तरों में तेजी से चलने वाली हवाएं हैं। जेट स्ट्रीम में हवाएं पश्चिम से पूर्व की ओर चलती हैं लेकिन प्रवाह अक्सर उत्तर और दक्षिण की ओर स्थानांतरित हो जाता है। जेट स्ट्रीम गर्म और ठंडी हवा के बीच की सीमाओं का पालन करती हैं।
जेट स्ट्रीम की वजह से आज, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश तथा बिहार के कुछ हिस्सों में कड़ाके की ठंड पड़ने के आसार हैं। वहीं आज, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग इलाकों और पूर्वी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में सर्दी का प्रकोप रहेगा।
जबकि, पंजाब, हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों में आज लोगों को भीषण शीतलहर का भी प्रकोप झेलना पड़ सकता है। जबकि हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भी शीतलहर की स्थिति के बने रहने की आशंका जताई गई है। वहीं उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में पाले से अभी निजात मिलने वाली नहीं है।
कल, पंजाब, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान और उत्तरी मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में लोगों को शीतलहर का सामना करना पड़ा।
मौसम विभाग ने अपने मौसम संबंधी पूर्वानुमान में कहा है कि अगले तीन दिनों में पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इन राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
तापमान में उतार चढ़ाव
जेट स्ट्रीम हवाओं के चलते रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। वहीं कल, उत्तरी राजस्थान, दक्षिण हरियाणा के अलग-अलग इलाकों में न्यूनतम तापमान दो से पांच डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। जबकि, पंजाब, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों, राजस्थान और मध्य प्रदेश के शेष हिस्सों में न्यूनतम तापमान छह से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया जा रहा है।
वहीं कल, दक्षिण हरियाणा, दक्षिण उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री सेल्सियस नीचे रहा।
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो दिनों के दौरान पूर्वी भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने के आसार हैं। वहीं, अगले चार से पांच दिनों के दौरान उत्तर भारत के बाकी हिस्सों में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है।
कहा छाएगा कोहरा?
उत्तर और पूर्वोत्तर भारत समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में कोहरे का कहर जारी है। आने वाले दिनों में पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, उत्तराखंड और राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में बहुत घना कोहरा छाने के आसार हैं।
वहीं, हिमाचल प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार, ओडिशा, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में घना कोहरा छाया रह सकता है।
कल, बिहार के कुछ हिस्सों में लोगों को बहुत घने कोहरे का सामना करना पड़ा, जबकि,जम्मू के अलग-अलग हिस्सों, पूर्वी मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में घना कोहरा देखा गया।
वहीं कल, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में मध्यम कोहरा और असम, त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में हल्का कोहरा छाया रहा।
कोहरे की वजह से कल देश के कई इलाकों में दृश्यता कम रही। कल, बिहार के गया और पूर्णिया प्रत्येक जगह दृश्यता 25 मीटर, भागलपुर में दृश्यता 500 मीटर, जम्मू में दृश्यता 50 मीटर, पूर्वी मध्य प्रदेश के सतना में दृश्यता 50 मीटर, पंजाब के पटियाला में दृश्यता 200 मीटर, अमृतसर में दृश्यता 500 मीटर, राजस्थान के कोटा में दृश्यता 200 मीटर और चुरू में दृश्यता 500 मीटर दर्ज की गई।
वहीं कल, उत्तर प्रदेश के झांसी और वाराणसी प्रत्येक जगह दृश्यता 200 मीटर, झारखंड के रांची में दृश्यता 200 मीटर और जमशेदपुर में दृश्यता 500 मीटर, हरियाणा के अंबाला में दृश्यता 200 मीटर, हिसार में दृश्यता 500 मीटर, दिल्ली के सफदरजंग में दृश्यता 500 मीटर, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के मालदा में दृश्यता 500 मीटर, ओडिशा के झारसुगुड़ा में दृश्यता 500 मीटर, असम के तेजपुर और कैलाशहर प्रत्येक जगह दृश्यता 500 मीटर रही।
कहां रहा न्यूनतम तापमान सामान्य से कम?
कल, देश के मैदानी इलाकों में बीकानेर (पश्चिमी राजस्थान) और कानपुर शहर (पूर्वी उत्तर प्रदेश) में न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कहां रहा अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक?
कल, पुनालुर (केरल) में अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 18 जनवरी को 8:30 से 5:30 के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।