भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के बारिश के पूर्वानुमान से पता चलता है कि जून में सामान्य से कम बारिश हुई, क्योंकि देश के अधिकांश हिस्से में लू का कहर बना रहा। हालांकि, देश के अधिकांश हिस्सों में अभी बारिश हो रही है, लेकिन महीने के मध्य में इसकी गति धीमी हो गई थी, यानी मॉनसूनी गतिविधि अटक गई थी।
मौसम विभाग के आंकड़ों से पता चला है कि भारत में जून में दक्षिणी क्षेत्र को छोड़कर सभी क्षेत्रों में सामान्य से 11 प्रतिशत कम बारिश हुई। आंकड़ों से यह भी पता चला है कि पिछले महीने मध्य के इलाकों में औसत से 14 प्रतिशत, उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में 33 प्रतिशत और उत्तर-पूर्वी इलाकों में 13 प्रतिशत कम बारिश हुई। दूसरी ओर दक्षिणी क्षेत्रों में औसत से 14 प्रतिशत अधिक बारिश हुई।
मौसम विभाग के मुताबिक, असम और मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, मध्य प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, तमिलनाडु, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में 29 जून को भारी से लेकर बहुत भारी बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग की मानें तो अगले पांच दिनों में दिल्ली समेत अधिकांश इलाकों में बारिश हो सकती है, जो, शुक्रवार को भारी बारिश के बाद थम गई। मौसम विभाग ने मंगलवार तक भारी बारिश का अनुमान लगाया है, और लोगों को जलभराव वाले इलाकों से दूर रहने का आग्रह किया है।
मौसम विभाग ने तीन जुलाई तक हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया है।
पूर्वोत्तर भारत के अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में भयंकर बारिश होने की आशंका जताई गई है, यहां 204.5 मिमी से अधिक बारिश हो सकती है। वहीं आज, पूर्वोत्तर के असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, इन हिस्सों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बादलों के बरसने के आसार हैं।