जून में सामान्य से 10 फीसदी अधिक बरस चुके हैं मानसून के बादल

अगले 5 दिनों के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने के आसार हैं
Photo : Wikimedia Commons
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साल 2021 के मानसून के पहले महीने जून में सामान्य से लगभग 10 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है। मानसून सबसे अधिक मध्य भारत में बरसा है। यहां सामान्य से लगभग 17 फीसदी अधिक बारिश हुई है। जबकि उत्तर पश्चिम भारत में सामान्य से 14 फीसदी अधिक बारिश हुई है।

मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 30 जून की शाम जून माह के दौरान हुई बारिश के आंकड़े जारी किए। विभाग ने सात जुलाई तक के मानसून का भी पूर्वानुमान जारी किया। 

विभाग के मुताबिक, साल 2021 में दक्षिण पश्चिम मानसून ने अब तक राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों को कवर किया है। 19 जून के बाद से मानसून में कोई खास प्रगति नहीं हुई है।

आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक, 1 से 30 जून तक सामान्य वर्षा 18.29 सेंटीमीटर रहती है, लेकिन इस बार लगभग दस फीसदी अधिक 16.69 सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। सामान्य वर्षा से आशय दीर्घकालिक अवधि (1961 से 2010) के बीच के औसत से है।

भारत के चार भौगोलिक क्षेत्रों में वर्षा का वितरण इस प्रकार रहा। पूर्व और उत्तर-पूर्व भारत में जून माह में सामान्य तौर पर बारिश की मात्रा 347.1 मिमी होती है, जबकि इस साल जून माह में 357.3 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। इसी तरह उत्तर पश्चिम भारत में सामान्य मात्रा 75.4 मिमी के मुकाबले 85.7 मिमी, मध्य भारत में 169.2 मिमी के मकाबले 198.8 मिमी और दक्षिण प्रायद्वीप में सामान्य 160.2 के मुकाबले 166.2 मिमी बारिश हो चुकी है। 

भारी बारिश का पूर्वानुमान और चेतावनी

मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी से लेकर उत्तर-पूर्व और उससे सटे पूर्वी भारत तक निचले स्तरों या ट्रोपोस्फेरिक स्तरों पर तेज नमी से भरे दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के प्रभाव के चलते अगले 6 से 7 दिनों के दौरान बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम और पूर्वोत्तर राज्यों में अलग-अलग जगहों पर भारी वर्षा के होने का अनुमान है। अगले 3 दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी से बहुत भारी वर्षा होने के आसार हैं।

30 जून और 01 जुलाई को असम और मेघालय में अलग-अलग जगहों पर, 30 जून से 02 जुलाई के दौरान बिहार में और 30 जून, 02 और 03 जुलाई को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भयंकर बारिश होने का अनुमान है।

कल, 1 जुलाई से उत्तरी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के साथ-साथ नमी से भरे पूर्वी हवाओं के मजबूत होने के कारण, अगले 5 दिनों के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने के आसार हैं। उत्तराखंड में 01 से 04 जुलाई तक और 02 जुलाई को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मूसलाधार बारिश का अनुमान है। 02 जुलाई को उत्तराखंड में भी बहुत भारी वर्षा का अनुमान लगाया गया है।

अगले 24 घंटों के दौरान बिहार और झारखंड में तेज आंधी के साथ लगातार बिजली गिरने की आशंका है। इसके चलते बाहर रहने वाले लोगों और जानवरों को इससे चोट लगने तथा उनके हताहत होने की आशंका व्यक्त की गई है।

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