देश के कई हिस्सों में मॉनसूनी बारिश के चलते जलभराव व बाढ़ का कहर जारी है। वहीं दिल्ली-एनसीआर में कल रुक-रुक कर बारिश देखने को मिली। लेकिन इसके बावजूद भी लोगों को यहां उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। आगे भी दिल्ली-एनसीआर में उमस भरी गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं। मौसम विभाग की मानें तो मॉनसून का झुकाव फिलहाल दक्षिण भारत की ओर अधिक है।
वहीं उत्तर प्रदेश में बाढ़ से 13 जिले प्रभावित हैं, जिनमें लखीमपुर खीरी, कुशीनगर, शाहजहांपुर, बाराबंकी, सिद्धार्थनगर, बलिया, गोरखपुर, उन्नाव, हरदोई, अयोध्या, बदायूं, महराजगंज और बस्ती शामिल हैं। गोरखपुर में राप्ती, सिद्धार्थ नगर में बूढ़ी राप्ती और गोंडा में क्वोनो नदियां सब कुछ बहा ले जाने के लिए आमादा हैं।
वहीं असम में बाढ़ के बारे में स्थानीय मीडिया ने स्थिति में सुधार होने की खबर दी है और प्रभावित आबादी घटकर लगभग 2.72 लाख होने की बात कही गई है। हालांकि नए इलाके जलमग्न हो गए हैं और बाढ़ प्रभावित जिलों की संख्या गुरुवार को बढ़कर 13 हो गई है। साथ ही ब्रह्मपुत्र समेत दो प्रमुख नदियां दो इलाकों में अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अनुसार, 13 जिलों के 31 राजस्व सर्किलों और 695 गांवों में प्रभावित आबादी की संख्या वर्तमान में 2,72,037 है। प्रभावित जिले कामरूप, मोरीगांव, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, गोलपारा, शिवसागर, कछार, धुबरी, करीमगंज, नलबाड़ी, नागांव, धेमाजी और कामरूप मेट्रोपॉलिटन हैं।
मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के मध्य और उससे सटे उत्तरी भाग पर बना कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है और अब ओडिशा और उससे सटे उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटों से लगे बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य भाग पर जारी है।
इससे जुड़ा चक्रवाती प्रसार मध्य स्तरों तक फैला हुआ है। अगले 12 घंटों के दौरान इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और उसी क्षेत्र पर एक अवसाद या डिप्रेशन में तब्दील होने का अनुमान है। इसके बाद अगले 24 घंटों के दौरान इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और ओडिशा तट को पार करने का पूर्वानुमान लगाया गया है।
उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधियों को देखते हुए मौसम विभाग ने आज, विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बहुत भारी से अत्यंत भारी बारिश होने की आशंका जताई है। इन सभी राज्यों में 204.5 मिमी से अधिक बारिश होने के आसार हैं।
वहीं आज, केरल और माहे के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है, यहां 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
आज, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, रायलसीमा, उत्तर आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में जमकर बरसेंगे बादल, इन राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बादलों के बरसने का पूर्वानुमान है।
कहां पड़ेंगी तेज हवाओं के साथ बौछारें, कहां गिरेगी बिजली?
मौसम विभाग के मुताबिक, आज, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और बिहार के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ बारिश और वज्रपात होने की आशंका जताई गई है।
समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
आज, पूर्वोत्तर अरब सागर के दक्षिणी हिस्सों, गुजरात, कर्नाटक, केरल के तटों, कोमोरिन और लक्षद्वीप के इलाकों, मन्नार की खाड़ी, दक्षिण और मध्य बंगाल की खाड़ी, ओडिशा तट और उसके आसपास तथा उत्तरी अंडमान सागर में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे में तब्दील होने की आशंका है।
वहीं आज, दक्षिण गुजरात, महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा के तटों, मध्य बंगाल की खाड़ी के अधिकतर इलाकों और उससे सटे उत्तरी बंगाल की खाड़ी, दक्षिण बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्सों, आंध्र प्रदेश तट पर 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने का पूर्वानुमान है।
आज, सोमालिया और ओमान के तटों के साथ-साथ दक्षिण-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के पश्चिम-मध्य और आसपास के पूर्व-मध्य के इलाकों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
मौसम विभाग ने उपरोक्त तूफानी हवाओं को देखते हुए मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
तापमान में उतार चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी अपडेट के मुताबिक, कल, पश्चिम राजस्थान के बीकानेर में अधिकतम तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस रहा। हीं कल, देश के मैदानी इलाकों में विदर्भ के यवतमाल में न्यूनतम तापमान 19.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल,18 जुलाई को 8:30 से 5:30 के दौरान केरल के अधिकतर इलाकों, जम्मू और कश्मीर, कोंकण और गोवा, तटीय आंध्र प्रदेश और लक्षद्वीप के कई इलाकों, पूर्वी मध्य प्रदेश, सौराष्ट्र और कच्छ, ओडिशा, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, तटीय कर्नाटक, तमिलनाडु, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में कुछ हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, तेलंगाना, रायलसीमा और आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल,18 जुलाई को 8:30 से 5:30 के दौरान गुजरात के वेरावल में 9 सेमी, पोरबंदर में 8 सेमी, ओखा में 6 सेमी, बुलसर में 3 सेमी, मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 8 सेमी, मंडला और भोपाल हर जगह 4 सेमी, सागर में 2 सेमी, कोंकण और गोवा के मुंबई (कोलाबा) में 8 सेमी, रायगढ़ (अलीबाग) में 7 सेमी, मुंबई (सांताक्रुज) में 4 सेमी, पणजी में 4 सेमी, उत्तर प्रदेश के मेरठ में 5 सेमी, आगरा आईएएफ में 4 सेमी और हरदोई में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।
वहीं कल, केरल के कन्नूर में 5 सेमी, कोझिकोड और पलक्कड़ हर जगह 2 सेमी, तटीय कर्नाटक के कारवार में 4 सेमी, होनावर और मैंगलोर प्रत्येक जगह 2 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश के नरसापुर में 3 सेमी, कलिंगपट्टनम में 2 सेमी, जम्मू में 2 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों के मिदनापुर और बांकुरा हर जगह 2 सेमी, छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में 2 सेमी, तेलंगाना के रामागुंडम में 2 सेमी, लक्षद्वीप के अमिनदिवी और अगाथी हर जगह 2 सेमी बारिश हुई।