पहाड़ से लेकर मैदानी इलाकों तक भारी बारिश के कारण लोगों का जीना मुहाल हो रहा है। बादल फटने की घटनाओं से भारी तबाही की खबर भी सामने आ रही है। जहां पहाड़ दरक रहें हैं और भूस्खलन से यातायात पर असर पड़ा है, वहीं मैदानी इलाकों के कई हिस्सों में जलभराव व बाढ़ से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है।
मॉनसूनी बारिश ने पुणे जिले में कहर बरपाया है, जहां गुरुवार को तीन लोगों की बिजली गिरने से मौत हो गई, जबकि एक अन्य की भूस्खलन में मौत होने की खबर है। राजधानी मुंबई में भी झीलों के उफान पर होने और शहर की सड़कों पर भारी जलभराव के कारण भारी तबाही मची। भारी बारिश और जलभराव के चलते पालघर जिले के वाडा और विक्रमगढ़ तालुका, रायगढ़ और अलीबाग में शैक्षणिक संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया गया है।
वहीं, पूर्वोत्तर भारत के असम से राहत भरी खबर सामने आ रही है, यहां बाढ़ की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है , स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अभी भी नौ जिलों में 66,267 लोग प्रभावित हैं।
नागालैंड में लगातार हो रही बारिश के बाद वोखा जिले के चंका गांव में अचानक आई बाढ़ से कम से कम 16 किसानों के प्रभावित होने की खबर है। इस महीने दूसरी बार बाढ़ से किसानों के खेत जलमग्न हो गए हैं, जिससे उन्हें काफी नुकसान हुआ है। वहीं, कोहिमा में भूस्खलन से 20 परिवार प्रभावित हुए हैं।
मौसम विभाग ने मौसम संबंधी विभिन्न गतिविधियों के चलते भारी बारिश के दौर के जारी रहने का पूर्वानुमान लगाया है। मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में कहा है कि पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और उससे सटे बांग्लादेश के निचले और मध्य स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है।
दक्षिण गुजरात से लेकर उत्तरी केरल के तटों तक समुद्र तल से दूर हवाओं का ट्रफ लगातार जारी है। वहीं, उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार जारी है। वहीं मॉनसून भी पूरे देश में सक्रिय है।
मौसम विभाग ने उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधियों को देखते हुए आज, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र के अलग-अलग इलाकों में बहुत भारी से भयंकर बारिश होने की आशंका जताई है, इन हिस्सों में 20 सेमी या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
वहीं आज, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, ओडिशा, गुजरात तथा कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं, इन राज्यों में 12 सेमी या उससे अधिक बरस सकते हैं बादल।
आज, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, विदर्भ, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, झारखंड, असम और मेघालय, सौराष्ट्र और कच्छ तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में जमकर बरस सकते हैं बादल, इन सभी राज्यों में सात सेमी या उससे अधिक बारिश होने का पूर्वानुमान है।
वहीं कल, मध्य महाराष्ट्र के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई, जबकि कोंकण और गोवा, पूर्वी राजस्थान और पूर्वी मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में जमकर बरसे बादल।
कहां पड़ेंगी तेज हवाओं के साथ बौछारें, कहां गिरेगी बिजली?
मौसम विभाग की मानें तो आज, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और बिहार के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बारिश तथा वज्रपात होने की आशंका जताई गई है।
समुद्र से दूर रहने की चेतावनी
आज, उत्तर-पूर्व और उससे सटे उत्तर-पश्चिम अरब सागर, पूर्व मध्य के अधिकतर इलाकों, पश्चिम मध्य अरब सागर के कई हिस्सों, दक्षिण-पूर्व, दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के उत्तरी इलाकों, कर्नाटक, उत्तरी केरल के तटों, लक्षद्वीप क्षेत्र, मन्नार की खाड़ी, श्रीलंका के तट, दक्षिण के कई इलाकों, मध्य बंगाल की खाड़ी के अधिकांश इलाकों, उत्तरी बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्सों, उत्तरी अंडमान सागर, उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों पर 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
वहीं आज, गुजरात के तट के साथ-साथ मध्य बंगाल की खाड़ी के कई इलाकों और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी हिस्सों में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने के आसार हैं।
आज, महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा तथा तटीय इलाकों में 50 से 60 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 70 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने की आशंका जताई गई।
उपरोक्त तूफानी गतिविधि को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
तापमान में उतार चढ़ाव
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान देखें तो कल, पश्चिम राजस्थान के बीकानेर में अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में विदर्भ के यवतमाल में न्यूनतम तापमान 17.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 25 जुलाई को 8:30 से 5:30 के दौरान कोंकण और गोवा के अधिकतर इलाकों, मध्य महाराष्ट्र, केरल और माहे, विदर्भ, तेलंगाना, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा तथा अरुणाचल प्रदेश में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, सौराष्ट्र और कच्छ, बिहार, झारखंड के कुछ हिस्सों, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, कर्नाटक, गुजरात, मराठवाड़ा, रायलसीमा, छत्तीसगढ़, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां हुई दो सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 25 जुलाई को 8:30 से 5:30 के दौरान मध्य महाराष्ट्र के महाबलेश्वर में 14 सेमी, लोनावाला में 12 सेमी, लवासा में 10 सेमी, माथेरान में 13 सेमी, लावले में 7 सेमी, चिंचवड़ में 7 सेमी, तालेगांव में 6 सेमी, पाषाण में 6 सेमी, पुणे (शिवाजी नगर) में 5 सेमी, कोंकण और गोवा के मुंबई (सांताक्रुज) में 8 सेमी, ठाणे में 5 सेमी, हरनाई में 5 सेमी, मुंबई (कोलाबा) में 4 सेमी बारिश दर्ज की गई।
वहीं कल, पूर्वी मध्य प्रदेश के सतना में 9 सेमी, पश्चिम मध्य प्रदेश के रतलाम में 8 सेमी, पूर्वी राजस्थान के कोटा में 6 सेमी, ओडिशा के बारीपदा और बौध प्रत्येक जगह 4 सेमी, गुजरात के दाहोद में 6 सेमी तथा अहमदाबाद में 3 सेमी बारिश हुई।