बंगाल की खाड़ी से उठे कम दबाव के कारण पूर्वी भारत में भारी बारिश की चेतावनी

मानसून की विदाई की रेखा अब तरनतारन, संगरूर, जींद, रेवाड़ी, टोंक, मेहसाणा और पोरबंदर तक पहुंची
आज, 24 सितंबर, 2025 को छत्तीसगढ़ और ओडिशा में भारी से बहुत भारी बारिश, ऑरेंज अलर्ट जारी, 115.6 से 204.4 मिमी तक बारिश के आसार।
आज, 24 सितंबर, 2025 को छत्तीसगढ़ और ओडिशा में भारी से बहुत भारी बारिश, ऑरेंज अलर्ट जारी, 115.6 से 204.4 मिमी तक बारिश के आसार।
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  • छत्तीसगढ़ और ओडिशा में भारी से बहुत भारी बारिश, ऑरेंज अलर्ट जारी, 115.6 से 204.4 मिमी तक बारिश।

  • 10 से ज्यादा राज्यों में येलो अलर्ट, बिहार से लेकर विदर्भ तक जमकर बरसेंगे बादल, यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बरसात।

  • अंडमान-निकोबार, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं।

  • 27 सितंबर को डिप्रेशन के कारण आंध्र प्रदेश और ओडिशा में भीषण बारिश का अनुमान।

  • उत्तर-पश्चिम भारत में मानसून विदाई और शुष्क मौसम की शुरुआत।

भारत का मौसम इन दिनों एक साथ कई बदलावों से गुजर रहा है। एक ओर उत्तर-पश्चिमी राज्यों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई तेज हो रही है, वहीं पूर्वी और मध्य भारत में बंगाल की खाड़ी से जुड़े कम दबाव क्षेत्र के कारण भारी बारिश और आंधी-तूफान का खतरा मंडरा रहा है।

मौसम विभाग की द्वारा आज सुबह, 24 सितंबर, 2025 की रिपोर्ट में अगले कुछ दिनों के लिए भारी बारिश का पूर्वानुमान और चेतावनियां जारी की गई हैं।

दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई की रेखा अब तरनतारन, संगरूर, जींद, रेवाड़ी, टोंक, मेहसाणा और पोरबंदर तक पहुंच चुकी है। इसका अर्थ है कि मानसून धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिम भारत को अलविदा कह रहा है।

मौसम विभाग ने संकेत दिया है कि अगले 24 घंटों में गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के और हिस्सों से मानसून की विदाई हो जाएगी। साथ ही उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और जम्मू और कश्मीर में भी मानसून की वापसी शुरू होने की संभावना है। इसका सीधा असर यह होगा कि इन क्षेत्रों में अब शुष्क और साफ मौसम रहने लगेगा।

स्रोत: भारत मौसम विज्ञान विभाग

जबकि उत्तर-पश्चिम भारत में मानसून विदा हो रहा है, वहीं बंगाल की खाड़ी के उत्तरी और तटीय हिस्सों में एक नया कम दबाव का क्षेत्र (लो प्रेशर एरिया) सक्रिय है। यह पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों, उत्तर ओडिशा और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बना हुआ है। देश के विभिन्न हिस्सों में चक्रवाती प्रसार जारी है।

इन सभी मौसमी गतिविधियों का असर द्वीप समूह, पूर्वोत्तर भारत, पूर्वी भारत, मध्य भारत और पश्चिमी भारत के कई हिस्सों में पड़ सकता है, जहां गरज के साथ भारी बारिश हो सकती है। जबकि भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप और पश्चिमी हिमालयी इलाकों में हल्की बारिश का पूर्वानुमान है।

कहां-कहां होगी भारी बारिश?

मौसम विभाग की मानें तो आज, 24 सितंबर, 2025 को छत्तीसगढ़ और ओडिशा के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अंदेशा जताया गया है। इन राज्यों में 115.6 से 204.4 मिमी तक पानी बरस सकता है। विभाग ने यहां बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

वहीं आज, असम और मेघालय, बिहार, तटीय आंध्र प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, झारखंड, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, तेलंगाना और विदर्भ में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं। इन सभी राज्यों में बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी है। यहां 64.5 से 115.5 मिमी तक बरसात हो सकती है।

कहां-कहां है आंधी-तूफान वज्रपात और तेज हवाओं के आसार?

आज, 24 सितंबर, 2025 को अंडमान और निकोबार द्वीप, तटीय आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और ओडिशा में बारिश के साथ-साथ 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से तेज तूफानी हवाएं चलने और बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है। वहीं, बिहार, झारखंड, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा और तेलंगाना में भी 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने व वज्रपात के आसार हैं

जबकि असम और मेघालय, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और पूर्वोत्तर राज्यों में गरज के साथ बौछारें पड़ने व बिजली गिरने का अंदेशा जताया गया है।

मौसम विभाग ने मछुआरों को चेतावनी देते हुए कहा है कि समुद्र के तटीय इलाकों में फिलहाल गहरे समुद्र में जाने से परहेज करें, क्योंकि कम दबाव के चलते ऊंची लहरें और तेज हवाएं समस्या खड़ी कर सकते हैं।

लोगों के लिए सलाह

तटीय आंध्र प्रदेश और ओडिशा के लोग सतर्क रहें, क्योंकि 27 सितम्बर को डिप्रेशन से भारी बारिश और तूफानी हवाएं चल सकती हैं। जबकि असम, मेघालय और पूर्वोत्तर राज्यों में बिजली गिरने और आंधी-तूफान की घटनाएं हो सकती हैं, इसलिए खुले में जाने से बचें।

दिल्ली और उत्तर-पश्चिम भारत के लोग अब शुष्क मौसम की ओर बढ़ेंगे, जिससे दिन में धूप और रात में ठंडक बढ़ सकती है। साथ ही किसानों को सलाह दी गई है कि वे बारिश प्रभावित क्षेत्रों में फसल की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएं।

भारत का मौसम इन दिनों दो अलग-अलग रूप दिखा रहा है। उत्तर-पश्चिम भारत में मानसून विदाई ले रहा है और धीरे-धीरे सूखे मौसम की शुरुआत हो रही है। वहीं पूर्वी और मध्य भारत में बंगाल की खाड़ी से उठे कम दबाव के क्षेत्र और आने वाले डिप्रेशन की वजह से भारी बारिश और आंधी-तूफान का सामना करेगा।

स्पष्ट है कि आने वाले कुछ दिन मौसम के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण होंगे। जहां एक ओर दिल्ली, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के लोग साफ आसमान दिन में गर्मी और रात में ठंडी हवाओं का अनुभव करेंगे, वहीं ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पूर्वोत्तर राज्यों में प्राकृतिक चुनौती का सामना करना पड़ेगा।

तापमान में उतार-चढ़ाव

देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल, 23 सितंबर, 2025 को राजस्थान के श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 39.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि कल, देश के मैदानी इलाकों में महाराष्ट्र के जेऊर में न्यूनतम तापमान 17.5 डिग्री सेल्सियस रहा।

कल कहां हुई बारिश व कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?

कल, 23 सितंबर, 2025 को कोंकण और गोवा, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों, झारखंड, ओडिशा, तटीय कर्नाटक तथा केरल और माहे के अधिकतर इलाकों, मध्य महाराष्ट्र, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, सौराष्ट्र और कच्छ, मराठावाड़ा, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें दर्ज की गई।

वहीं कल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, विदर्भ, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, रायलसीमा, गुजरात, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप के कई इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें रिकॉर्ड की गई, जबकि देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।

कल कहां कितने बरसे बादल?

कल, 23 सितंबर, 2025 को पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों के मिदनापुर में 6 सेमी, दीघा में 2 सेमी, ओडिशा के गोपालपुर में 4 सेमी, बालासोर में 3 सेमी, उत्तर आंतरिक कर्नाटक के गडग में 3 सेमी, तेलंगाना के निजामाबाद में 3 सेमी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के मायाबंदर और लॉन्ग आइलैंड प्रत्येक जगह 2 सेमी, तटीय आंध्र प्रदेश के कलिंगपटनम में 2 सेमी, झारखंड के रांची और चाईबासा प्रत्येक जगह 2 सेमी, विदर्भ के चंद्रपुर में 2 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई।

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