उत्तर के मैदानी इलाकों में गर्म हवाओं का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। वहीं पहाड़ी राज्यों में पश्चिमी विक्षोभ जो कि लंबे समय से पछुआ हवाओं में जारी है जिसके चलते यहां गर्मी से राहत की संभावना नजर आ रही है।
आज यानी 21 मई को जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश तथा अगले सात दिनों के दौरान उत्तराखंड में बिजली गिरने तथा गरज के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है। उत्तर के इन पहाड़ी राज्यों में 0.1 मिमी से 15.5 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
वहीं 21-24 मई के दौरान उत्तर के मैदानी इलाकों के उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और राजस्थान में 25 से 35 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज सतही हवाएं चलने की आशंका जताई गई है।
दक्षिण भारत तथा अन्य हिस्सों में मौसमी बदलाव देखें तो, एक चक्रवाती प्रसार दक्षिण तटीय तमिलनाडु और आसपास के इलाकों में जारी है, वहीं एक अन्य चक्रवाती प्रसार उत्तरी केरल और इससे सटे हिस्सों में
सक्रिय है। इन चक्रवाती प्रसारों के चलते तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे, लक्षद्वीप में तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा वज्रपात होने की आशंका जताई गई है।
वहीं, अगले पांच दिनों के दौरान कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना और रायलसीमा में बिजली गिरने, 30 से 40 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है।
कहां होगी भारी बारिश?
मौसम विभाग ने आज केरल और माहे के अलग-अलग हिस्सों में बहुत भारी से अत्यधिक भारी वर्षा होने की आशंका जताई है, यहां आज, 204.5 मिमी से अधिक बारिश होने के आसार हैं।
वहीं आज, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है, इन राज्यों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बरस सकते हैं बादल।
आज, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों, असम और मेघालय, लक्षद्वीप और तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं। इन राज्यों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है।
वहीं कल, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश दर्ज की गई।
मॉनसून ट्रैकर
मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के दक्षिण-पूर्व अरब सागर के कुछ हिस्सों, मालदीव के कुछ और हिस्सों, कोमोरिन क्षेत्र और दक्षिण बंगाल की खाड़ी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह तथा अंडमान सागर के कुछ और हिस्सों से आगे बढ़ने की संभावना जताई गई है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश के अलग-अलग हिस्सों में तापमान में उत्तर चढ़ाव देखें तो कल, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली के अधिकांश हिस्सों, राजस्थान के कई हिस्सों, गुजरात, पंजाब, पश्चिम मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 44 से 47 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
वहीं कल, विदर्भ, पूर्वी मध्य प्रदेश के कई हिस्सों, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 40 से 44 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
दिल्ली के कई इलाकों में अधिकतम तापमान सामान्य से चार से छह डिग्री सेल्सियस ऊपर रहा, जबकि, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ के कई हिस्सों, राजस्थान, सौराष्ट्र और कच्छ तथा पश्चिम उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री सेल्सियस ऊपर दर्ज किया गया।
कल देश भर में दिल्ली के नजफगढ़ में अधिकतम तापमान 47.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पूर्वी मध्य प्रदेश के सागर में न्यूनतम तापमान 20.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग का ताजा अपडेट देखें तो अगले कुछ दिनों तक उत्तर के कई हिस्सों तथा मध्य प्रदेश में भीषण हीटवेव से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। मौसम विभाग ने कहा है कि 21 से 24 मई के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिम राजस्थान के अधितकर इलाकों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में भीषण लू या हीटवेव चलने के आसार हैं।
वहीं आज, पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों, हिमाचल प्रदेश, पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश, ओडिशा और गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को लू का सामना करना पड़ेगा।
कल, हरियाणा और दिल्ली के कई इलाकों में लोगों को भीषण लू का कहर झेलना पड़ा। वहीं कल, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों, पंजाब, गुजरात और मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भी लू महसूस की गई।
मौसम विभाग की मानें तो 15 मई से गुजरात में लू का दौर जारी है, वहीं, सौराष्ट्र और कच्छ में 16 मई से और पंजाब, हरियाणा,चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 17 मई से लोग लू का प्रकोप झेलने को मजबूर हैं।
आज, बिहार, झारखंड तथा कोंकण और गोवा में गर्म और उमस भरे मौसम के बने रहने के आसार हैं। वहीं आज, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान और गुजरात के अलग-अलग इलाकों में लोगों को गर्म रातों से निजात मिलने के आसार नहीं हैं।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 20 मई को 8:30 से 5:30 के दौरान केरल और माहे के अधिकतर इलाकों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, लक्षद्वीप, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कई इलाकों, हिमाचल प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
वहीं कल, तेलंगाना और रायलसीमा के कुछ हिस्सों, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, उत्तराखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम तथा दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में बादल बरसे या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां हुई एक सेमी या उससे अधिक बारिश?
कल, 20 मई को 8:30 से 5:30 के दौरान तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में 10 सेमी, टोंडी में 8 सेमी, वालपराई में 4 सेमी, उथगमंडलम में 3 सेमी, अरियालुर में 3 सेमी, कुन्नूर और सलेम प्रत्येक जगह 2 सेमी, केरल और माहे के तिरुवनंतपुरम में 6 सेमी, पुनालुर, अलापुझा हर जगह 3 सेमी, कोच्चि में 2 सेमी, त्रिशूर में 2 सेमी, कोझिकोड में 2 सेमी, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों के कोलकाता में 6 सेमी, कैनिंग में 5 सेमी, मध्य महाराष्ट्र के ज्यूर में 2 सेमी, ओडिशा के कोएनझारगढ़ में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।